लखनऊ मौसम विभाग ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तेज गरज और चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. लखनऊ मौसम केंद्र पर तैनात दीपक तिवारी ने बताया कि पूरे प्रदेश में गरजन और चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. वहीं राजधानी लखनऊ में कभी रुक-रुक कर तो कभी तेज बारिश हो रही है. जिस वजह से लखनऊ के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. खास बात यह है कि लखनऊ का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया है, जिससे यहां के लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है.
पश्चिम यूपी और पूर्वांचल में बढ़ जैसे हालत
सिंचाई विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गंगा जी कचला ब्रिज (बदायूं), यमुना जी मावी (मुजफ्फरनगर) में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं. पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से पश्चिम यूपी और पूर्वांचल में बढ़ जैसे हालत हो गए हैं. पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से पश्चिम यूपी और पूर्वांचल में बढ़ जैसे हालत हो गए हैं. मेरठ का हस्तिनापुर इलाका भी बाढ़ की चपेट में आने वाला है. सहारनपुर पहले से ही बाढ़ की चपेट में हैं, यहां करीब 2000 लोग राहत शिविर में हैं. शामली के पांच गांव जलमग्न हैं. इसी तरह अमरोहा में भी बढ़ का खतरा मंडरा रहा है.
हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज ने छोड़ा पानी
हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद गाजियाबाद, नोएडा, अलीगढ, मथुरा, शामली, इटावा आदि जिलों में भी जलस्तर बढ़ रहा है. नोएडा के सेक्टर 168 में बाढ़ जैसी स्थिति है. बाढ़ग्रस्त क्षेत्र से अग्निशमन विभाग ने लोगों को सुरक्षित निकाला. वहीं छपरौली गांव की गौशालाओं से मवेशियों को बचाया गया. इस बीच गाजियाबाद में NDRF को हाई अलर्ट पर रखा गया है. उत्तर भारत में भारी बारिश और नदियों में जल स्तर की वृद्धि के कारण हाई अलर्ट रखा गया है. उधर बाराबंकी में भी शारदा उफान पर हैं. बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है.
आकाशीय बिजली गिरने से 9 लोगों की मौत
राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के अनुसार प्रदेश में विगत 24 घंटों में आकाशीय बिजली से 09, डूबने से 07 तथा सर्पदंश से 01 जनहानि हुई हैं. इनमें आकाशीय बिजली से जनपद सुलतानपुर, बदायूं में 01-01, जनपद गाजीपुर में 05, जनपद बलिया में 02 डूबने से जनपद सुलतानपुर एवं कानपुर देहात में 01-01, जनपद बिजनौर में 03, जनपद अमेठी में 02 तथा सर्पदंश से जनपद सीतापुर में 01 जनहानि हुई है. बीते 24 घंटे में प्रदेश में 9.7 मि0मी0 वर्षा दर्ज की गयी है. 01 जून, 2023 से अब तक 236.7 मि0मी0 औसत वर्षा हुई, जो सामान्य वर्षा 209.4 मि0मी0 के सापेक्ष 113 प्रतिशत है. प्रदेश के कई जनपदों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है. जिनमें जनपद मैनपुरी, मुरादाबाद, कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, कासगंज, सम्भल तथा महाराजगंज में 30 मि0मी0 से अधिक वर्षा दर्ज की गयी.
यूपी के इन जिलों में बाढ़ का प्रकोप
सिंचाई विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार गंगा जी कचला ब्रिज (बदायूं), यमुना जी मावी (मुजफ्फरनगर) में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं.पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से पश्चिम यूपी और पूर्वांचल में बढ़ जैसे हालत हो गए हैं. मेरठ का हस्तिनापुर इलाका भी बाढ़ की चपेट में आने वाला है. सहारनपुर पहले से ही बाढ़ की चपेट में हैं, यहां करीब 2000 लोग राहत शिविर में हैं. शामली के पांच गांव जलमग्न हैं. इसी तरह अमरोहा में भी बढ़ का खतरा मंडरा रहा है. हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद गाजियाबाद, नोएडा, अलीगढ, मथुरा, शामली, इटावा आदि जिलों में भी जलस्तर बढ़ रहा है. नोएडा के सेक्टर 168 में बाढ़ जैसी स्थिति है. बाढ़ग्रस्त क्षेत्र से अग्निशमन विभाग ने लोगों को सुरक्षित निकाला. वहीं छपरौली गांव की गौशालाओं से मवेशियों को बचाया गया. इस बीच गाजियाबाद में NDRF को हाई अलर्ट पर रखा गया है. उत्तर भारत में भारी बारिश और नदियों में जल स्तर की वृद्धि के कारण हाई अलर्ट रखा गया है. उधर बाराबंकी में भी शारदा उफान पर हैं. बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है.