अगले 24 घंटों के दौरान, तटीय तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में मध्यम से भारी बारिश संभव है. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और आंतरिक तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. केरल, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड और दक्षिणी असम में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. दिल्ली और एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर से खतरनाक श्रेणी में रहेगा. अभी इसमें किसी सुधार की गुंजाइश नजर नहीं आती.
एक डिप्रेशन पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है. यह 16 नवंबर की सुबह तक उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा और गहरे दबाव में बदल सकता है. इसके बाद यह दिशा बदल देगा और उत्तर-पूर्व दिशा में यात्रा शुरू कर देगा. इसी तरह दक्षिण तमिलनाडु तट पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इसका मौसम पर असर देखा जा सकता है.
मौजूदा समय में बंगाल की खाड़ी में दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन बने हुए हैं. मौसम विज्ञानी अभी इसके प्रभाव को समझ रहे हैं कि आगे इसका असर कितना हो सकता है. पहले साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में एक एक्टिव लो प्रेशर एरिया बना हुआ है. इसके पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. अगले कुछ घंटों में यह आंध्र प्रदेश के ऊपर एक गहरे डिप्रेशन में तब्दील होने की स्थिति में है.
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दूसरा साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है. यह वेल मार्क्ड लो प्रेशर एरिया है, लेकिन आने वाले समय में इसके डिप्रेशन में तब्दील होने की कोई जानकारी अभी तक नहीं है. इन दोनों चक्रवाती सर्कुलेशन की वजह से बंगाल और ओडिशा में भारी बारिश की चेतावनी है. शुक्रवार को इन दोनों राज्यों में बहुत भारी बारिश हो सकती है.
ओडिशा के कुछ स्थानों के लिए गुरुवार को बारिश का येलो अलर्ट दिया गया है. शुक्रवार को यह अलर्ट ऑरेंज अलर्ट में बदल जाएगा क्योंकि उस दिन बेहद भारी बारिश की संभावना है. पूर्वोत्तर में, गुरुवार और शनिवार (16-18 नवंबर) के बीच नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में और शुक्रवार को दक्षिण असम और पूर्वी मेघालय में मध्यम बारिश के साथ छिटपुट भारी बारिश (64.5 मिमी-115.5 मिमी) होने का अनुमान है.
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