देश के ज्यादातर राज्यों में भारी बारिश हो रही है. मैदानी इलाकों में भारी बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. हालांकि, कुछ जगहों पर लोगों को जलभराव जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है. पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है. मौसम विभाग के मुताबिक बारिश की तीव्रता 29 जून तक जारी रह सकती है और 30 जून से धीरे-धीरे कम होने की आशंका है.
दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में आज सुबह से ही बारिश हो रही है. भारी बारिश की वजह से गुड़गाँव के कई इलाकों में भारी बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भी लग चुका है. वहीं मौसम विभाग ने आज पूरे दिन बारिश की आशंका जताई थी. इस बार जून में भले ही कम बारिश हुई हो, लेकिन यह पिछले एक दशक का सबसे ज्यादा बारिश वाला दिन है. जून में अब तक 15 दिन बारिश हो चुकी है. इससे पहले 2020 में 13 दिन बारिश हुई थी. जून के दोनों दिन अभी भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है.
मैदानी इलाकों में हो रही बारिश जहां लोगों को गर्मी से राहत दिला रही है वहीं हिमाचल प्रदेश में बारिश लोगों के लिए कहर बनकर बरस रही है. प्रदेश में सतलुज नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जिस वजह से बाढ़ की स्थिति बनती नजर आ रही है. इस वजह से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. इसमें कई लोगों की मौत हो गई है. कई लोग बेघर हो गए हैं. इतना ही नहीं खतों में भी पानी भर गया है. जिससे किसानों को काफी परेशानी हो रही है.
शिमला में लैंडस्लाइड हो रहा है. इससे लोगों को लंबे जाम का सामना करना पड़ रहा है. जम्मू-कश्मीर में भी बारिश के कारण ऐसे ही हालात बने हुए हैं. उत्तराखंड में गुरुवार (29 जून) के लिए विभाग ने कुछ इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इन इलाकों में बारिश की आशंका है. वहीं राजस्थान, गुजरात, कोंकण, गोवा, केरल और माहे में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है। मध्य प्रदेश और विदर्भ में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है. अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, झारखंड में भी बारिश की आशंका जताई गई है.
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दिल्ली में मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री रहा. यह सामान्य से एक डिग्री कम है. वहीं न्यूनतम तापमान 27.1 डिग्री रहा. यह भी सामान्य से एक डिग्री कम है. दोपहर करीब ढाई बजे के बाद काले घने बादल छा गए. कई जगहों पर इतना अंधेरा हो गया कि लोगों को दोपहर तीन बजे लाइटें जलानी पड़ीं. इसके बाद कई इलाकों में भारी बारिश शुरू हो गई. करीब 15 से 20 मिनट तक भारी बारिश हुई. वहीं कुछ इलाकों में बादल तो छाए रहे लेकिन बारिश नहीं हुई.
स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वी असम, अरुणाचल प्रदेश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तटीय कर्नाटक, गोवा, कोंकण और गोवा, दक्षिण गुजरात और केरल में मध्यम से भारी बारिश हुई. विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश और हरियाणा में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई. उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हुई. दक्षिण और पूर्वी राजस्थान, आंतरिक तमिलनाडु, रायलसीमा और जम्मू कश्मीर में हल्की बारिश हुई.
अगले 24 घंटों के दौरान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात के कुछ हिस्सों, कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश संभव है. पूर्वोत्तर भारत, बिहार के पूर्वी हिस्सों, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, केरल, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है. उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दक्षिणी छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मराठवाड़ा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और राजस्थान के शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. दिल्ली एनसीआर, रायलसीमा, तमिलनाडु और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की बारिश संभव है.