तमिलनाडु में भारी बारिश से कई क्षेत्रों में आई बाढ़, जनजीवन अस्त-व्यस्त

तमिलनाडु में भारी बारिश से कई क्षेत्रों में आई बाढ़, जनजीवन अस्त-व्यस्त

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि पूर्ण राहत कार्य तभी चलाया जा सकता है जब केंद्र सरकार पूरी धनराशि उपलब्ध करायेगी. वह इस मुद्दे को उठाएंगे और दक्षिणी जिलों में हुए नुकसान पर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेंगे. साथ ही केंद्र से अतिरिक्त केंद्रीय सहायता की मांग करेंगे. राज्य में 17-18 दिसंबर को सबसे अधिक बारिश हुई है.

floods in Tamil Nadufloods in Tamil Nadu
क‍िसान तक
  • Tamil Nadu ,
  • Dec 19, 2023,
  • Updated Dec 19, 2023, 4:38 PM IST

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मंगलवार को कहा कि तिरुनेलवेली और थूथुकुडी के दक्षिणी जिले अभूतपूर्व बारिश से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं, क्योंकि उनकी वार्षिक वर्षा एक ही दिन में हो गई है. जिससे बड़े पैमाने पर बाढ़ आ गई. उन्होंने कहा, चेन्नई सहित चार जिलों में राहत और पुनर्वास का काम चल रहा था, जहां 4 दिसंबर को चक्रवात मिचौंग ने कहर बरपाया था. जबकि 17 और 18 दिसंबर को तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, तेनकासी और कन्याकुमारी के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश हुई है. जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

स्टालिन ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास का काम चल रहा है. मैं  राहत और पुनर्वास गतिविधियों की निगरानी के लिए बुधवार को व्यक्तिगत रूप से थूथुकुडी का दौरा करूंगा. पूर्ण राहत कार्य तभी चलाया जा सकता है जब केंद्र सरकार पूरी धनराशि उपलब्ध करायेगी. वह इस मुद्दे को उठाएंगे और आज रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान दक्षिणी जिलों में हुए नुकसान पर एक विस्तृत रिपोर्ट भी सौंपेंगे और अतिरिक्त केंद्रीय सहायता की मांग करेंगे.

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17 और 18 तारीख को हुई सबसे अधिक बारिश

तिरुनेलवेली और थूथुकुडी में हुई वर्षा इतिहास में अब तक दर्ज की गई सबसे अधिक बारिश थी. अकेले कयालपट्टिनम में 94 सेमी बारिश हुई. मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाताओं से बात की. उन्होंने कहा कि 17 और 18 दिसंबर के लिए आईएमडी की भविष्यवाणी से कहीं अधिक बारिश हुई. राज्य के आठ मंत्री और 10 आईएएस अधिकारियों के अलावा प्रशिक्षित राज्य बल और 10 एनडीआरएफ टीमें दक्षिणी जिलों में बचाव अभियान में शामिल थे. सेना की भी मदद मांगी गई है. अब तक 12,653 लोगों को बचाकर राहत शिविरों में रखा गया है और उनकी देखभाल की जा रही है. साथ ही फंसे हुए लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिए खाना बांटा जा रहा है.

लोगों को दी जा रही है सहायता

सीएम एम के स्टालिन के अनुसार, चक्रवात मिचौंग से प्रभावित चेन्नई सहित 4 जिलों के लोगों को चक्रवात से पहले और बाद में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए एहतियाती कदमों के कारण बचाया गया. जिससे जानमाल की हानि और संपत्ति की क्षति कम हुई. हमने चेन्नई और उपनगरों के लिए अंतरिम राहत के रूप में 7,033 करोड़ रुपये और स्थायी राहत के रूप में 12,059 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि का अनुरोध किया है, क्योंकि यह एक बड़ी आपदा थी. हमने केंद्रीय धन की प्रतीक्षा किए बिना 4 प्रभावित जिलों में प्रत्येक परिवार को 6,000-6000 रुपये की राहत का वितरण शुरू कर दिया है.

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