किन्नू की बागवानी से बदल गई इस किसान की जिंदगी, 3 बीघे के बाग से हो रही तगड़ी कमाई

किन्नू की बागवानी से बदल गई इस किसान की जिंदगी, 3 बीघे के बाग से हो रही तगड़ी कमाई

किसान श्रीलाल ने बताया कि किन्नू के पौधों को लगाने के बाद शुरुआत में अधिक सिंचाई की जरूरत होती है. इसके लिए खेत में हल्की-हल्की सिंचाई कर नमी बनाये रखना आवश्यक होता हैं.

फिरोजाबाद के गांव नई तोर में रहने वाले किसान श्रीलाल (Photo-Kisan Tak)
नवीन लाल सूरी
  • Lucknow,
  • Apr 29, 2024,
  • Updated Apr 29, 2024, 5:48 PM IST

Success Story: अगर आप बागवानी के जरिए मोटी आमदनी करना चाहते हैं तो किन्नू की खेती आपके लिए फायदेमंद हो सकती है. दरअसल, अभी तक कहा जाता था कि किन्नू और मौसमी की पैदावार सिर्फ पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान प्रदेश जैसी जगहों पर हो सकती है. लेकिन अब फिरोजाबाद के एक किसान किन्नू की बागवानी कर बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं. फिरोजाबाद के गांव नई तोर में रहने वाले किसान श्रीलाल भले ही पढ़े लिखे नहीं हैं, लेकिन आज वो किन्नू की बागवानी से घर बैठे सालाना 3 से 4 लाख रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं.

पहले करते थे गेहूं सरसों की खेती 

इंडिया टुडे के डिजिटल प्लेटफॉर्म किसान तक से बातचीत में फिरोजाबाद के गांव नई तोर में रहने वाले किसान श्रीलाल ने बताया कि 5 साल पहले इस खेती की शुरुआत की. उन्होंने तीन बीघा खेत में मौसंबी की तरह दिखने वाले फल किन्नू की बागवानी की. इससे पहले वह गेहूं सरसों की खेती करते थे. लेकिन उससे उन्हे खास मुनाफा नहीं होता था. उन्होंने किन्नू के पौध खेतों में लगाए और एक साल में पेड़ बड़े हो गए. उसके बाद उसका रख रखाव किया. जिसमें कीटनाशक दवाओं का प्रयोग किया. फिर धीरे- धीरे पेड़ पर फल आने शुरू हुए और फिर उनकी इनकम भी शुरू हो गई. अब उन्हें इससे सालाना 3 से 4 लाख की इनकम हो जाती है.

दो साल में शुरू हो जाती है इनकम

उन्होंने बताया कि किन्नू के बाग से इनकम एक से दो साल में शुरू हो जाती है. बाग का रखरखाव ठीक से रहे तो अच्छा उत्पादन मिलता है. इसके अलावा उन्होंने कहा की किन्नू की बागवानी में थोड़ा इंतजार करना पड़ता है. एक साल में फल आता है और फिर खेतों से ही लोग आकर इसे खरीद ले जाते हैं. उनकी पूरी खेती एक साथ ही बिक जाती है.

किन्नू के पौधों की कैसे करें सिंचाई 

किसान श्रीलाल ने बताया कि किन्नू के पौधों को लगाने के बाद शुरुआत में अधिक सिंचाई की जरूरत होती है. इसके लिए खेत में हल्की-हल्की सिंचाई कर नमी बनाये रखना आवश्यक होता हैं. जब पौधे 3 से 4 वर्ष पुराने हो जाएं तो हफ्ते में एक बार पानी देना जरूरी होता है, तथा उससे अधिक पुराने पौधों को मौसम और जलवायु के हिसाब से बारिश के मौसम में दो से तीन हफ्तों में पानी देना आवश्यक होता है.

सेहत के लिए बेहद फायदेमंद

बता दें कि किन्नू एक ऐसी फल वाली फसल है इसमें विटामिन सी (Vitamin C) तथा विटामिन ए (Vitamin A), बी (Vitamin B) भरपूर मात्रा में पाई जाती है. इसका सेवन करने से शरीर में खून बढ़ता है और हड्डियां मजबूत होती है. 


 

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