यूपी में योगी सरकार ने जरूरतमंद लोगों को एटीएम मशीन की तर्ज पर विकसित की गई एक मशीन के जरिए निशुल्क राशन बांटने की अनूठी पहल की है. इसका मकसद राशन वितरण प्रणाली में शत-प्रतिशत पारदर्शी व्यवस्था को सुनिश्चित करना है. इस मशीन को 'अन्न पूर्ति एटीएम मल्टीग्रेन मशीन' नाम दिया गया है. यूपी के खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीश चन्द्र शर्मा ने लखनऊ में लगाई गई पहली 'अन्न पूर्ति एटीएम मल्टीग्रेन मशीन' का उद्घाटन कर इस पहल काे प्रारंभ किया.
संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएन) के विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्लूएफपी) के तहत हर व्यक्ति को खाद्य सुरक्षा के दायरे में लाने की परियोजना के तहत वास्तविक जरूरतमंद लोगों तक खाद्यान्न पहुंचाने में यह मशीन कारगर हथियार साबित होगी. यूपी में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह मशीन लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में सस्ते राशन की दुकान में लगाई गई है. शर्मा ने कहा कि इस प्रयोग के शुरुआती परिणामों की समीक्षा करने के बाद ये मशीनें ग्रामीण इलाकों में प्रमुखता से लगाई जाएंगी. मशीनों की आपूर्ति में यूएन डब्लूएफपी तकनीकी सहयोग कर रहा है.
प्रदेश के खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री शर्मा ने कहा कि सरकार ने राशन कार्ड धारक लाभार्थियों को उनके राशन कार्ड पर मिलने वाली राशन की निर्धारित मात्रा मुहैया कराने के लिए अन्न पूर्ति एटीएम मल्टीग्रेन मशीन का इस्तेमाल करने की पहल की है. इस मशीन में आधार से लिंक राशन कार्ड का ब्यौरा दर्ज होगा. मशीन हर लाभार्थी को पूर्व निर्धारित राशन की मात्रा के बराबर राशन ऑटोमेटिक तरीके से वितरित कर देगी.
उन्होंने कहा कि इस मशीन की मदद से राशन वितरण में होने वाली गड़बड़ियों को रोकना मुमकिन हो सकेगा. उन्होंने बताया कि इस मशीन में लाभार्थी को अपने अंगूठा का निशान लगाना होगा. अंगूठे के निशान से मशीन लाभार्थी की पहचान सुनिश्चित कर पूर्वनिर्धारित मात्रा में राशन दे देगी. इससे घटतौली की समस्या स्वत: दूर हो जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मशीन के माध्यम से खाद्यान्न वितरण की पारदर्शी प्रक्रिया कायम होगी और इससे जनसामान्य का लाभ होगा.
शर्मा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की पहल पर यूपी में योगी सरकार गरीब परिवारों को निशुल्क राशन वितरण कर रही है. इस काम में समय-समय पर गड़बड़ी की शिकायतें मिलने पर सरकार अत्याधुनिक तकनीक का सहारा ले रही है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत बीते 30 महीनों से जरूरतमंद गरीबों को निशुल्क राशन का वितरण किया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि इस योजना के लाभार्थी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में एक समान रूप से रहते हैं. इसलिए अन्न पूर्ति एटीएम मल्टीग्रेन मशीन का विस्तार, एक साथ शहरी और ग्रामीण इलाकों में किया जाएगा. इन मशीनों के प्रयोग से राशन वितरण में न केवल पारदर्शी व्यवस्था कायम होगी, बल्कि कम समय में अधिक राशन वितरण भी हो सकेगा.
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में ऐसे तमाम राशनकार्ड धारक हैं जो नियमों में बदलाव के बाद राशन कार्ड की पात्रता नहीं रखते हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह के राशन कार्ड अन्न पूर्ति एटीएम मल्टीग्रेन मशीन की मदद से चिन्हित भी किए जा सकेंगे. उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि जो लोग राशन कार्ड धारक होने के पात्र नहीं हैं, वह स्वत: अपना राशन कार्ड सरकार के समक्ष सरेंडर कर दें. ताकि इसका लाभ जरूरतमंद लोगों को मिल सके.
उन्होंने बताया कि अब तक 08 लाख से अधिक अपात्र लोगों ने स्वेच्छा से आगे बढ़कर अपना राशन कार्ड सरेंडर किया है. इनकी जगह सही मायने में जरूरतमंद लोगों को राशन का लाभ मिलना सुनिश्चित हुआ है.
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