यूपी में सौर ऊर्जा को बढ़ावे के साथ मिलेगा रोजगार, सरकार 10,000 'पर्यावरण सखियों' को देगी ट्रेनिंग

यूपी में सौर ऊर्जा को बढ़ावे के साथ मिलेगा रोजगार, सरकार 10,000 'पर्यावरण सखियों' को देगी ट्रेनिंग

यूपी में सौर ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, जिसमें 10,000 'पर्यावरण सखियों' को ट्रेनिंग देने और उन्हें स्थायी आजीविका के अवसरों से जोड़ने की योजना है. इस पहल से उत्तर प्रदेश की पर्यावरणीय रूप से सतत विकास की यात्रा में एक नया मील का पत्थर साबित होने की उम्मीद है. 

Paryavaran Sakhi TrainingParyavaran Sakhi Training
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Apr 13, 2025,
  • Updated Apr 13, 2025, 10:30 AM IST

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से गांव की महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता के साथ सशक्त बनाने की पहल शुरू की है. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस बार सौर ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, जिसमें 10,000 'पर्यावरण सखियों' को ट्रेनिंग देने और उन्हें स्थायी आजीविका के अवसरों से जोड़ने की योजना है. राज्‍य सरकार ने शनिवार को कहा कि इस पहल से उत्तर प्रदेश की पर्यावरणीय रूप से सतत विकास की यात्रा में एक नया मील का पत्थर साबित होने की उम्मीद है. 

414 महिला उद्यमियों को हुआ लाभ

बयान के मुताबिक, इस मिशन के हिस्से के रूप में, प्रेरणा ओजस प्राइवेट लिमिटेड सौर ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देने में सक्रिय रूप से लगी हुई है, जिसमें सौर उत्पाद निर्माण, विकेन्द्रीकृत सौर प्रणाली, स्वच्छ खाना पकाने के उत्पाद और सौर खुदरा आउटलेट शामिल हैं. वित्त वर्ष 2024-25 में लखनऊ में एक सोलर मैन्‍यूफैक्चर‍िंग यूनिट्स बनाई गई और 20 जिलों के 207 विकास खंडों में 414 सौर दुकानें शुरू की गईं, जिससे 414 महिला उद्यमियों को सीधे लाभ हुआ. 

 सोलर बेस्‍ड फूड प्रोसेसिंग यूनि‍ट्स को मिला बढ़ावा

इसके अलावा, ड्रायर और डिफ़्रिज सहित 80 सोलर बेस्‍ड फूड प्रोसेसिंग यूनि‍ट्स लगाई गईं और 60 महिलाओं को 'सूर्य सखी' के रूप में ट्रेनिंग दी गई. यह पहल महिलाओं के लिए तकनीकी और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में भाग लेने और योगदान करने के लिए हुए रास्ते खोल रही है. मिशन निदेशक दीपा रंजन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अगले तीन वर्षों में उत्तर प्रदेश को सौर ऊर्जा और महिला-नेतृत्व वाली उद्यमिता के केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए एक व्यापक रोडमैप तैयार किया गया है.

हर मंडल में सोलर प्रोडक्‍ट मैन्‍यूफैक्चर‍िंग यूनिट्स बनेंगी

उन्‍होंने कहा कि इस विज़न के हिस्से के रूप में, राज्य के हर मंडल में सोलर प्रोडक्‍ट मैन्‍यूफैक्चर‍िंग यूनिट्स बनाई जाएंगी. सभी 18 मंडलों को कवर करते हुए, ये इकाइयां सीधे 540 महिलाओं को रोजगार देंगी. वे स्थानीय मांग और व्यापक बाजार पहुंच दोनों को पूरा करते हुए सौर पैनल, बैटरी और अन्य उन्नत सौर तकनीकों के उत्पादन पर फोकस करेंगी. बयान में कहा गया है कि मैन्‍यूफैक्चर‍िंग यूनिट्स के अलावा, योगी सरकार ने प्रति ब्लॉक औसतन चार दुकानें, 826 विकास खंडों में 3,304 सौर खुदरा आउटलेट स्थापित करने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई है. 

इन सौर उत्‍पादों की बिक्री करेंगी दुकानें

सरकार ने कहा कि ये दुकानें सौर लालटेन, मोबाइल चार्जर और छोटे घरेलू उपकरणों की बिक्री और मरम्मत के केंद्र के रूप में काम करेंगी. इस पहल के माध्यम से, 3,304 महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता मिलेगी और साथ ही ग्रामीण सौर पैठ को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा, राज्य का लक्ष्य खाद्य प्रसंस्करण मशीनों, ड्रायर और डिफ्रिज जैसी 20,000 विकेन्द्रीकृत सौर-संचालित प्रणालियां स्थापित करना है. ये इकाइयां उद्यमिता के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम करेंगी, जिससे 20,000 महिलाएं खाद्य संरक्षण और ऊर्जा उपयोग में छोटे पैमाने के उद्यम शुरू करने में सक्षम होंगी, जिससे जमीनी स्तर पर आर्थिक सशक्तिकरण में एक लहर जैसा प्रभाव पड़ेगा.

हर ग्राम पंचायत में एक सूर्य सखी होगी नियुक्‍त

सबसे खास बात यह है कि सौर उत्पादों के उपयोग, रखरखाव और जागरूकता निर्माण की देखरेख के लिए हर ग्राम पंचायत में एक 'सूर्य सखी' की नियुक्ति की जाएगी यानी इनकी कुल संख्‍या 57,702 होगी. सरकार ने कहा कि ये महिलाएं गांव स्तर पर स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने, ग्रामीण ऊर्जा क्रांति की शुरुआत करने और महिलाओं को तकनीकी नेतृत्व में सबसे आगे रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी. अगले तीन वर्षों में, सौर स्टोव और बायोगैस सिस्टम जैसे स्वच्छ खाना पकाने के समाधानों को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश भर में 10,000 'पर्यावरण सखियों' को प्रशिक्षित किया जाएगा.

ग्रीन एनर्जी को अपनाने में लाएगी तेजी

उन्होंने कहा कि उनके प्रयास धुआं मुक्त रसोई और स्वच्छ ग्रामीण वातावरण सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. यह बदलाव घर के अंदर वायु प्रदूषण को कम करने, महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार करने और स्वस्थ, अधिक टिकाऊ ग्रामीण जीवन शैली को बढ़ावा देने में मदद करेगा.  इन संयुक्त हस्तक्षेपों के माध्यम से, योगी सरकार का लक्ष्य एक लाख महिलाओं को सौर ऊर्जा से चलने वाली आजीविका से जोड़ना है. यह बड़े पैमाने पर सशक्तिकरण पहल न केवल महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ाएगी, बल्कि राज्य में ग्रीन एनर्जी को अपनाने में भी तेजी लाएगी, जिससे उत्तर प्रदेश स्वच्छ ऊर्जा और समावेशी विकास के लिए एक राष्ट्रीय मॉडल के रूप में स्थापित होगा. (पीटीआई)

MORE NEWS

Read more!