OBOP: ओडीओपी की तर्ज पर वाराणसी में शुरू हुआ वन ब्लॉक वन प्रोडक्ट योजना, विदेशो में चमकेंगे ये उत्पाद

OBOP: ओडीओपी की तर्ज पर वाराणसी में शुरू हुआ वन ब्लॉक वन प्रोडक्ट योजना, विदेशो में चमकेंगे ये उत्पाद

उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले कार्यकाल में ही प्रदेश के सभी 75 जनपदों में एक जनपद एक उत्पाद  योजना की शुरुआत की गई. इस योजना के तहत हर जनपद के किसी एक उत्पाद को पूरे प्रदेश में पहचान मिली. यह योजना काफी सफल रही. इस योजना की वजह से हर जनपद के खास उत्पाद ही नहीं बल्कि इसको बनाने वाले कारीगरों को भी काम मिलने लगा. वही वाराणसी में एक जिला एक उत्पाद की तर्ज पर हर ब्लॉक के उत्पाद को भी अब खास पहचान मिल सकेगी

बनारसी साड़ी की कारीगरी बनारसी साड़ी की कारीगरी
धर्मेंद्र सिंह
  • varanasi,
  • Jul 09, 2023,
  • Updated Jul 09, 2023, 2:54 PM IST

उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले कार्यकाल में ही प्रदेश के सभी 75 जनपदों में एक जनपद एक उत्पाद  योजना की शुरुआत की गई. इस योजना के तहत हर जनपद के किसी एक उत्पाद को पूरे प्रदेश में पहचान मिली. यह योजना काफी सफल रही. इस योजना की वजह से हर जनपद के खास उत्पाद ही नहीं बल्कि इसको बनाने वाले कारीगरों को भी काम मिलने लगा. वही वाराणसी में एक जिला एक उत्पाद की तर्ज पर हर ब्लॉक के उत्पाद को भी अब खास पहचान मिल सकेगी. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले के 8 ब्लॉक में उनकी पहचान से संबंधित उत्पाद का चयन किया गया है. वहीं उन उत्पादों की सूची भी शासन को अब भेज दी गई है. ओबीओपी के उत्पादों को सिर्फ बढ़ावा मिलेगा बल्कि इससे उद्यमी और किसानों को भी फायदा होगा.

क्या है वन ब्लॉक वन प्रोडक्ट योजना(OBOP)

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत वाराणसी के 8 ब्लॉक में वन ब्लॉक वन प्रोडक्ट योजना (OBOP) का संचालन किया जा रहा है. ओडीओपी की तर्ज पर जिले के हर ब्लॉक में इस योजना को बढ़ाया जा रहा है. इससे बनारस के पान, लंगड़ा आम  सिल्क की साड़ी, गुलाबी मीनाकारी, कास्ट कला को विशेष पहचान मिल चुकी हैं. ओवीओपी योजना का मुख्य उद्देश्य है ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना. जिले के ब्लॉक में उत्पाद के चयन से लोग प्रोत्साहित होंगे. वह छोटे पैमाने पर काम करने वाले किसान भी इससे जुड़ सकेंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका और अर्थव्यवस्था भी बेहतर होगी. वही गांव से पलायन करने पर भी रोक लगेगी. वाराणसी के उपायुक्त स्वरोजगार दिलीप सोनकर ने बताया की ओडीओपी की तर्ज पर ओबीओपी उत्पादों को बढ़ावा देने की कवायद शुरू हो गई है. जिले के 8 ब्लॉक के उत्पादों का चयन करके शासन को भेजा गया है. जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा.

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वाराणसी के 8 ब्लॉक किए है खास उत्पाद

वाराणसी जनपद में कुल 8 ब्लॉक है जो पूरी तरीके से अलग उत्पाद से समृद्धि है.  राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले के सभी ब्लॉकों में उनकी पहचान से संबंधित उत्पादों का चयन किया गया है. उत्पादों के चयन का आधार स्वयं सहायता समूह के आधार पर किया गया है.  एक ब्लॉक में 1 वर्ष में कितना उत्पादन हो रहा है. इसके आधार पर ही हर ब्लॉक की खास उत्पाद का चयन किया गया है जो निम्न है.. 

ब्लॉक                          उत्पाद

बड़ागांव                 सूत की कटाई
 चिरईगांव               फूलों की खेती 
आराजी लाइन         सिल्क उत्पाद 
चोलापुर               पूष की चटाई 
हरहुआ                 हरी सब्जी
 विद्यापीठ             रुद्राक्ष-मोती-माला 
पिंडरा                   सफाई उत्पाद 
सेवापुरी                वर्मी कंपोस्ट

 

 

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