UP News: उत्तर प्रदेश में माॅनसून पूरी तरह से एक्टिव हो चुका है. अलग-अलग जगहों पर मूसलाधार बारिश हो रही है. बरसात के मौसम में अक्सर आकाशीय बिजली की घटना हमारे सामने आती है. यह एक दैवीय आपदा है जिससे कई बार बहुत बड़ा नुकसान भी होता है और हर साल कई लोगों की इससे जान भी चली जाती है. इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को यूपी कृषि अनुसंधान परिषद के सचिव पीयूष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में माॅनसून की प्रगति को देखते हुए मौसम के पूर्वानुमान पर विस्तार से चर्चा की गई. परिषद में शामिल कृषि और मौसम वैज्ञानिकों के समूह 'Crop Weather Watch Group' की ओर किसानों को मौसम के तेजी से बदलते मिजाज को देखते हुए कुछ खास एहतियात बरतने को कहा गया है. क्रॉप वेदर वॉच ग्रुप ने मौसम के मौजूदा हालात को देखते हुए प्रदेश के किसानों के लिए परामर्श जारी किया है. इसमें आंधी-तूफान की घटनाओं को लेकर किसानों को आगाह किया गया है.
इसमें कहा गया है कि माॅनसून के आरंभिक चरण में बिजली गिरने की संभावना अधिक है. इससे होने वाले संभावित नुकसान से बचने के लिए सभी किसानों को Mobile Phone में IMD के 'दामिनी तथा सचेत एप' डाउनलोड करने का सुझाव दिया गया है. किसानों से अपील की गई है कि बिजली गिरने की घटनाओं से होने वाले नुकसान से बचने के लिए किसान 'Damini App' में दिए गए निर्देशों का पालन करें. आसमान से बिजली गिरने वाली होगी तो इसकी जानकारी किसानों को पहले ही मिल जाएगी. और ये संभव हुआ है. 'दामिनी' एक ऐसा मोबाइल एप है जो आपको खराब मौसम के दौरान कम से कम 7 से 8 मिनट पहले बिजली गिरने का अलर्ट दे देगा.
लखनऊ स्थित मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि आसमान में जब नेगेटिव और पॉजिटिव आपस में टकराते हैं तो बिजली उत्पन्न होती है. यह बिजली इतनी अधिक होती है कि इसका असर धरती पर दिखाई पड़ता है. इसी को बिजली गिरना कहा जाता है. उन्होंने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण धरती की गर्म हवाएं हल्की होकर बादलों से टकरा रहे हैं. जिससे बिजली गिर रही है. खेतों में काम करने वाले किसान बारिश होने पर पेड़ों के नीचे आकर खड़े हो जाते हैं और बारिश न होने पर खेतों में चले जाते हैं.
इस दौरान बादलों में असमान हवाओं की वजह से नेगेटिव और पॉजिटिव चार्ज बनता है. जिससे बिजली गिरने की संभावना बढ़ जाती है और इसके चपेट में खुले में रहने वाले किसान आ जाते हैं. मौसम वरिष्ठ वैज्ञानिक का कहना है कि यह एप किसानों के साथ साथ आम जनता के लिए भी काफी फायदेमंद है. आप दामिनी ऐप को गूगल प्ले स्टोर से फ्री में डाउनलोड करके इंस्टाल कर सकते हैं. आपको बता दें कि यूपी में आकाशीय बिजली गिरने से अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है.