तेलंगाना सरकार ने गुरुवार को 5644.24 करोड़ रुपये की लागत से फसल ऋण माफी का तीसरा और अंतिम चरण लागू कर दिया है. इसके बाद 4.46 लाख से ज्यादा किसानों को इस स्कीम का फायदा मिलेगा जिसे रायथु कर्ज माफी योजना के तौर पर भी जाना जाता है. कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी वादे के अनुसार आठ जुलाई को तीन चरणों में दो लाख रुपये तक के ऋण माफ करने की प्रक्रिया शुरू की थी. पहले चरण में एक लाख रुपये तक के ऋण माफ किए गए थे.
आधिकारिक जानकारी के अनुसार पहले चरण में 6098.93 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिससे 11,50,193 किसानों को लाभ मिला. जबकि दूसरे चरण में 6,190.01 करोड़ रुपये खर्च किए गए जिससे 6,40,823 किसानों को मदद मिली. तेलंगाना सरकार की यह स्कीम किसानों के लिए काफी फायदेमंद भी साबित हो रही है. इस पहल का मकसद किसानों के लिए कर्ज माफ करना है जिससे उनका आर्थिक बोझ कम हो सके और उनकी आजीविका में सुधार हो सके. रायथु कर्ज माफी की तीसरी लिस्ट अब मौजूद है. इससे किसान यह जांच कर सकते हैं कि उनके दो लाख रुपये तक के कर्ज माफ किए जाएंगे या नहीं.
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तेलंगाना राज्य सरकार ने किसानों के बकाया ऋण माफ करके उन पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को कम करने के लिए फसल कर्ज माफी योजना शुरू की है. इस योजना को 15 अगस्त, 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है. रायथु रूना माफी की दूसरी लिस्ट का मुख्य लक्ष्य यह तय करना है कि तेलंगाना के सभी योग्य किसान फसल ऋण माफी का फायदा उठा सकें. इस योजना का फायदा उठाने के लिए किसान को तेलंगाना का स्थायी निवासी होना चाहिए. कर्ज 12 दिसंबर 2018 और 13 दिसंबर 2023 के बीच लिया जाना चाहिए और यह थोड़े समय के लिए लिया गया हो.