प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 15वीं किस्त 15 नवंबर को जारी की जाएगी. इसके लिए केंद्र सरकार ने सारी तैयारी कर ली है. लेकिन, इस बार उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में हजारों किसान 15वीं किस्त का लाभ नहीं उठा पाएंगे, क्योंकि इन किसानों ने अपना आधार नंबर अभी तक खाते से लिंक नहीं करवाया है. अगर किसान 15वीं किस्त का लाभ उठाना चाहते हैं, तो फटाफट आधार नंबर अकाउंट से लिंक करा लें. साथ ही सभी किसान ई-केवाईसी का प्रोसेस भी पूरा कर लें.
जिले के उप कृषि निदेशक का कहना है कि मऊ जिले में पीएम किसान सम्मान निधि के लिए पंजीकृत लाभार्थियां की संख्या 2 लाख 90 हजार 513 है. लेकिन इनमें से अभी तक 2 लाख 81 हजार 109 किसानों ने ही ई-केवाईसी किया है. ऐसे में जिले के 9185 किसानों के आधार नंबर ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं. अगर ये किसान ई-केवाईसी नहीं करते हैं, तो उनके खाते में 15वीं किस्त की राशि नहीं पहुंचेगी. वहीं, जिले के उप कृषि निदेशक सत्येंद्र चौहान का कहना है कि जिले से बाहर रहने वाले किसानों ने अभी तक ई- केवाईसी नहीं किया है. ऐसे में इन किसानों के पास अभी भी समय है. वे घर के पास स्थित जनसेवा केंद्र पर जाकर अपना ई-केवाईसी पूरा कर सकते हैं.
हालांकि, सरकारी कर्मचारी गांव- गांव जाकर किसानों से संपर्क कर रहे हैं. साथ ही किसानों से ई-केवाईसी करवा रहे हैं. सत्येंद्र चौहान ने कहा कि जिन पंजीकृत किसानों की हाल ही में मौत हुई है, अब उनके परिवार को 15वीं किस्त दी जाएगी. बस इसके लिए मृत किसान के परिवारों को मृतक प्रमाण पत्र, आधार एंव ज़मीन के कागजात के साथ ऑनलाइन आवेदन करना होगा. इसके बाद सभी सभी दस्तावेज की हार्ड कॉपी जिला कृषि दफ्तर में जमा करनी होगी. सत्यापन के बाद 15वीं किस्त की राशि मृतक के परिवार को दे दी जाएगी.
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बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एक केंद्रीय क्षेत्र की स्कीम है. इस योजना के तहत किसानों को साल में 6000 रुपये दिए जाते हैं. खास बात यह है कि ये राशि 2000- 2000 रुपये की तीन समान किस्तों में कर के दी जाती है. सरकार किसानों के खाते में सीधे पीएम किसान की किस्त जारी करती है. अभी तक केंद्र सरकार पीएम किसान की 14 किस्त जारी कर चुकी है. बीते 28 जुलाई को पीएम मोदी ने 14वीं किस्त जारी की थी. तब 8 करोड़ से अधिक किसानों ने इसका लाभ उठाया था.
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