देश में फसलों की MSP यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर चर्चा जोरों पर रहती है. इस मुद्दे को लेकर 2020 में दिल्ली के बॉर्डर पर दशकों बाद बहुत बड़ा किसान आंदोलन हुआ. वहीं अन्य राज्यों में भी किसानों का MSP को लेकर कई विरोध प्रदर्शन होते रहते हैं. किसान सरकार पर ये आरोप लगाते हैं कि सरकार फसलों का MSP राशि नहीं देती है, जिससे किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम नहीं मिलता है. लेकिन वर्तमान समय में खरीफ की कई ऐसी फसलें हैं जिन्हें अलग-अलग राज्यों में MSP के निर्धारित मूल्य से अधिक पर खरीदा जा रहा है.
आइए इन राज्यों की लिस्ट देख लेते हैं जहां उपज के दाम एमएसपी से अधिक मिल रहे हैं. हम आपको उपजों के बारे में भी बताएंगे जिनका दाम एमएसपी से अधिक मिल रहा है.
खरीफ फसलों में कपास, अरहर, मूंगफली, मक्का और मूंग की कीमतें एमएसपी से अधिक मिल रही है. वहीं इन फसलों की आवक मंडियों में शुरू हो गई है. वर्तमान में देश भर की विभिन्न कृषि उपज विपणन समिति (APMC) यार्डों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से 4.5 से 43 फीसदी तक अधिक दाम मिल रहा है. अधिकारियों ने कहा कि फसलों की मजबूत मांग और उत्पादन में घरेलू कमी के कारण दालों और तिलहनों की कीमतें एमएसपी से ऊपर चल रही हैं.
कृषि मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि हालांकि उड़द और तुअर किस्मों के लिए आयात शुल्क को 31 मार्च, 2024 तक शुल्क मुक्त कर दिया गया है, लेकिन एमएसपी से ऊपर घरेलू बाजार की कीमतें किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेंगी.
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कृषि अर्थशास्त्री और पूर्व निदेशक, दक्षिण एशिया, अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान (आईएफपीआरआई) पीके जोशी ने ‘Financial Express’ कहा, 'दलहन, तिलहन और कपास जैसी कई फसलों की बढ़ती मांग ने कीमतों को एमएसपी से आगे बढ़ा दिया है, जिससे किसानों को अधिक रिटर्न पाने में मदद मिलेगी.'
APMC के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में अरहर दाल यानी तुअर की बाजार कीमतें वर्तमान में एमएसपी से 43 फीसदी अधिक चल रही है. अरहर दाल की MSP कीमत जहां 7000 रुपये प्रति क्विंटल है, वहीं किसानों को उनकी उपज का 10000 रुपये प्रति क्विंटल दाम मिल रहा है. इसके अलावा गुजरात में कपास की फसल को 09 फीसदी अधिक दाम मिल रहा है. यहां किसानों को MSP के निर्धारित दाम 6620 रुपये प्रति क्विंटल की जगह 7225 रुपये मिल रहा है. वहीं कर्नाटक में मक्के की फसल को MSP से 09 रुपये अधिक दाम पर खरीदा जा रहा है. यहां मक्के की MSP 2090 रुपये प्रति क्विंटल है, लेकिन किसानों को उनकी फसल को 2099 रुपये दाम मिल रहा है.
इसके अलावा गुजरात में मूंगफली की फसल पर किसानों को 13.6 फीसदी अधिक दाम मिल रहा है. किसानों को MSP के निर्धारित दाम 6377 रुपये प्रति क्विंटल की जगह 7250 रुपये मिल रहा है और राजस्थान में मूंग की खरीदारी निर्धारित मूल्य से 4.5 परसेंट अधिक दाम मिल रहा है. यहां मूंग की फसलों पर किसानों को MSP के दाम 8558 रुपये की जगह 8948 रुपये मिल रहा है.
खरीफ की कुछ फसलें ऐसी भी हैं जिनके दाम किसानों को MSP से कम मिल रहे हैं. उनमें सोयाबीन भी है जिसे मध्य प्रदेश में खरीद पर 4.5 फीसदी कम दाम मिल रहा है. MSP की निर्धारित मूल्य 4600 रुपये प्रति क्विंटल की जगह किसानों को 4395 रुपये मिल रहा है. महाराष्ट्र में ज्वार के किसानों को MSP से कम दाम मिल रहा है. यहां किसानों को 3180 रुपये की जगह 2900 रुपये मिल रहा है. इसके अलावा राजस्थान में बाजरे की खरीद पर भी किसानों को MSP से कम दाम मिल रहा है. यहां किसानों को निर्धारित दाम 2500 रुपये की जगह 1981 रुपये मिल रहा है.