Paddy Seeds: शाहजहांपुर में किसानों को मिल रहा आधे दाम पर धान का बीज, लेना चाहते हैं तो जान लीजिए पूरा प्रोसेस

Paddy Seeds: शाहजहांपुर में किसानों को मिल रहा आधे दाम पर धान का बीज, लेना चाहते हैं तो जान लीजिए पूरा प्रोसेस

उपनिदेशक कृषि डॉ धीरेंद्र सिंह ने कहा कि इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करना होगा. जिले का कोई भी किसान किसी भी राजकीय कृषि बीज भंडार पर जाकर ई-पॉस मशीन पर अंगूठा लगाने के बाद बीज खरीद सकता है.

किसानों को मौके पर ही सब्सिडी काट कर भुगतान करना होगा. (Photo-Kisan Tak)किसानों को मौके पर ही सब्सिडी काट कर भुगतान करना होगा. (Photo-Kisan Tak)
नवीन लाल सूरी
  • Lucknow,
  • May 25, 2024,
  • Updated May 25, 2024, 2:35 PM IST

Shahjahanpur News: उत्तर प्रदेश में गेंहू और धान की खेती सबसे ज्‍यादा होती है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार की तरफ से बीज सब्सिडी योजना चलाई जा रही है. किसानों को ये बीज बीज सब्सिडी योजना के तहत मिल रहे हैं. बीज सब्सिडी योजना के तहत किसानों को धान के बीजों पर 30 से लेकर 50 प्रतिशत तक का अनुदान मिलेगा. शाहजहांपुर के उपनिदेशक कृषि डॉ धीरेंद्र सिंह ने किसान तक से बातचीत में बताया कि सरकार द्वारा PR-113 और PR-126 किस्म धान का बीज दिया जा रहा है.  ई-पॉस मशीन के माध्यम से बीज का वितरण राजकीय कृषि बीज भंडार पर किया जा रहा है. वर्तमान समय में हमारे पास जिले के कुल 15 राजकीय कृषि बीज भंडार पर 1762 क्विंटल बीज की उपलब्धता है.

सरकार द्वारा बीज के रेट निर्धारित

उन्होंने बताया कि PR-113 36.30 रूपए प्रति किलो के हिसाब से दाम निर्धारित किया गया है. PR-113 पर किसानों को 30% सब्सिडी मिलेगी. इसके अलावा PR- 126 किस्म 36.60 रुपए रेट निर्धारित किया गया है. वहीं PR- 126 पर सरकार द्वारा 50% तक की सब्सिडी किसानों को दी जा रही है. क्योंकि 15 वाली प्रजाती पर ज्यादा होता है, और 15 साल पर थोड़ा कम बीज का दाम निर्धारित होता है.

किसानों को नहीं करना होगा ऑनलाइन पंजीकरण

उपनिदेशक कृषि डॉ धीरेंद्र सिंह ने कहा कि इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करना होगा. जिले का कोई भी किसान किसी भी राजकीय कृषि बीज भंडार पर जाकर ई-पॉस मशीन पर अंगूठा लगाने के बाद बीज खरीद सकता है. उन्होंने कहा कि अगर कोई PR-113 या PR- 126 किस्म का बीज खरीदेगा, उसे मौके पर ही प्रति किलो के हिसाब सब्सिडी मिल जाएगी. किसानों को मौके पर ही सब्सिडी काट कर भुगतान करना होगा. 

धान के उन्नतशील प्रजाति के बीज

उपनिदेशक कृषि डॉ धीरेंद्र सिंह ने आगे बताया कि जून माह के अंत तक इस योजना का लाभ किसान उठा सकते हैं. उन्होंने कहा कि जून से लेकर अगस्‍त और फिर अक्‍टूबर से लेकर दिसंबर तक धान की खेती की जाती है. बाकी फसलों की ही तरह धान की खेती के लिए भी अच्छी गुणवत्ता वाले बीज बहुत जरूरी होते हैं. अगर किसान अपने क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी के अनुसार बीज की अच्‍छी किस्मों का चयन नहीं करते है तो निश्चित तौर पर पैदावार कम होती है. ऐसे में  उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को आधे दामों पर धान के उन्नतशील प्रजाति के बीज से पैदावार अच्छी होगी, तो दूसरी तरफ मुनाफा डबल होगा.

 

 

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