बिहार में कृषि की पढ़ाई करने वाले युवाओं के लिए अच्छी खबर है. दरअसल बिहार में कृषि विभाग में 318 पदों के लिए बहाली होने जा रही है. इसके लिए बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की तरफ से एग्रीकल्चर में पढ़ाई करने वाले युवाओं के लिए नौकरी पाने का बढ़िया मौका है. दरअसल बिहार के कृषि विभाग ने हाल ही में 318 प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत की है, जिससे किसानों को उद्यानिकी उत्पादन में बेहतर सहायता मिल सकेगा.
इस भर्ती के लिए बिहार लोक सेवा आयोग को पदों में भर्ती के लिए जानकारी भेजी गई है, जिससे क्षेत्रीय उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा. यानी किस क्षेत्र में कौन सी फसल का सबसे अधिक उत्पादन हो सकता है, इसकी जानकारी मिलेगी. यह भर्ती बिहार के कृषि क्षेत्र में नए उत्थान के रूप में देखी जा सकती है, जो किसानों को खेती-किसानी की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है.
बिहार के 318 प्रखंडों में पदाधिकारियों की भर्ती का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में उद्यानिकी विकास को प्रोत्साहित करना है. इन पदाधिकारियों की भूमिका अलग-अलग उद्यानों की विकास योजनाओं का प्रबंधन करना होगा. साथ ही किसानों को उद्यान संबंधित योजनाओं के लाभ पहुंचाने का भी काम होगा. ये पदाधिकारी किसानों के साथ सहयोग करेंगे और उन्हें तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे, ताकि उनकी फसल उत्पादकता और आय में बढ़ोतरी हो सके.
इसके लिए बिहार में कुल 318 प्रखंडों में नियुक्त पदाधिकारियों की तात्कालिक आवश्यकता है, ताकि सभी क्षेत्रों में विकास हो सके और किसानों को सबसे अच्छी सहायता मिल सके. इसमें 40 प्रखंडों में नियमित उद्यान पदाधिकारी और 148 प्रखंडों में संविदा उद्यान पदाधिकारी शामिल हैं.
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आपको बता दें कि प्रखंड उद्यान पदाधिकारी की नियुक्ति के लिए कुछ डिग्री का होना बेहद जरूरी है. इसमें प्रखंड उद्यान पदाधिकारी पद पर नियुक्ति के लिए कैंडिडेट के पास बीएससी एग्रीकल्चर हॉर्टिकल्चर का डिग्री होना चाहिए. साथ ही इस चयन के लिए लिखित परीक्षा और साक्षात्कार होगा.
प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों के रूप में नियुक्त होने पर वे अपने क्षेत्रों में बागवानी से जुड़ी योजनाओं के बारे में किसानों को बताएंगे. इससे किसानों को योजनाओं का लाभ समय पर मिलेगा और उनकी उत्पादकता में वृद्धि होगी. साथ ही आम में भी बढ़ोतरी होगा. ऐसे में किसानों को राज्य में परंपरागत खेती के अलावा फल, सब्जी, और फूलों के खेती और उससे जुड़ी सब्सिडी का भी फायदा मिलेगा.