किसानों के लिए बनाया गया हरियाणा का वेब पोर्टल ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ रबी 2023 की फसलों के रजिस्ट्रेशन के लिए 12 नवंबर रविवार से उपलब्ध होगा. इस पर रजिस्ट्रेशन के बिना राज्य का कोई भी किसान एमएसपी पर अपनी फसल नहीं बेच सकता. इसलिए गेहूं, सरसों और अन्य फसलों की बुवाई करने वाले किसान इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करके अपनी खेती का ब्यौरा भरना शुरू कर दें. किसानों को राहत पहुंचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही हैं, हरियाणा की यह योजना भी किसानों के लिए महत्वपूर्ण है. किसानों को राहत पहुंचाने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल लॉन्च किया गया है.
इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर हरियाणा के किसान विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं की जानकारी हासिल कर सकते हैं. खेती से जुड़े हर काम के लिए किसान को इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है. अगर फसल का नुकसान हो जाए तो मुआवजा भी इसी पर भरे गए फसलों के ब्यौरा के आधार पर ही मिलेगा.
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कृषि तथा किसान कल्याण विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए फसल पंजीकरण के तरीके में बड़ा बदलाव किया है. परिवार पहचान पत्र या आधार संख्या से जुड़े पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त होने के बाद ही फसल का रजिस्ट्रेशन होगा.विभाग ने किसानों से अनुरोध किया है कि यदि किसी कारण से परिवार पहचान पत्र या आधार संख्या से जुड़ा हुआ पंजीकृत मोबाइल नंबर सही काम नहीं कर रहा है तो नज़दीकी कॉमन सेवा केंद्र (CSC) पर जाकर सही मोबाइल संख्या दर्ज करवाएं. न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसल बेचने के लिए 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' पोर्टल पर फसल पंजीकरण अनिवार्य है.
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना का लाभ लेने के लिए किसान इसके पोर्टल पर जाकर खुद अपने मोबाइल से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इसके अलावा वो अपने नजदीकी सेवा केंद्र या सीएससी में जाकर अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इसके लिए किसानों को अपने साथ कुछ जरूरी दस्तावेज रखने होंगे. जिनमें आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र, जमीन से संबंधित कागजात, मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो, निवासी प्रमाण पत्र और बैंक डिटेल शामिल है.