मध्य प्रदेश में सभी डिवीजनों में अलग-अलग समय पर बड़े स्तर पर किसान मेलों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें किसानों को खेती-बाड़ी में हो रहे नवाचारों, नई तकनीकों, कृषि मशीनरी, उर्वरक आदि की जानकारी दी जा रही है. इस बीच, राज्य के नरसिंहपुर में सोमवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल मंगुभाई पटेल और सीएम डॉ. मोहन यादव ने कृषि उद्योग समागम-2025 में कृषि प्रदर्शनी का शुभारंभ किया. जानकारी के मुताबिक, कृषि प्रदर्शनी में आधुनिक कृषि तकनीकों, मशीनों और नवाचारों की प्रदर्शन लगाई गई है.
प्रदर्शनी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस उपकरण, पॉवर स्प्रेयर, ड्रोन आधारित कृषि तकनीक, जैविक और नैनो फर्टिलाइजर, सूक्ष्म सिंचाई संयंत्र सहित कई स्टाॅल लगे. इस दौरान उप राष्ट्रपति धनखड़ ने सभी स्टॉलों पर जाकर तकनीकों, मशीनों आदि को देखा और उनकी तारीफ की.
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रदर्शनी में किसानों से भी बातचीत की और उनसे उत्पादों की क्वालिटी, तकनीक और मार्केटिंग की जानकारी जानकारी ली उनके नवाचारों को सराहा. उन्होंने गांव की महिलाओं की कोशिशों को सराहा और उन्हें आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए सशक्त कड़ी बताया.
वहीं, पशुपालन विभाग ने आचार्य गोवंश संवर्धन योजना के तहत प्रदर्शनी लगाई. इस दौरान भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गायों प्रदर्शित की गई. प्रदर्शनी में खासकर हाल ही में आयोजित भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारु गाय प्रतियोगिता 2025 में पहला स्थान हासिल करने वाली गिर नस्ल की गाय को पेश किया गया. इस दौरान उप राष्ट्रपति ने गाय को चारा खिलाकर गौसंवर्धन को लेकर संवेदनशीलता व्यक्त की.
वहीं, सीएम मोहन यादव ने कहा कि हाल ही में पहला कृषि मेला सीतामऊ (मंदसौर) में लगा था, इसके बाद महाकौशल क्षेत्र में दूसरा किसान मेला- कृषि उद्योग समागम नरसिंहपुर में आयाेजित किया जा रहा है. अब तीसरा किसान मेला जुलाई में सतना और चौथा किसान मेला चंबल के मुरैना में लगेगा. इसके बाद 12 से 14 अक्टूबर तक राज्यस्तरीय किसान मेला भोपाल के पास सीहोर में लगेगा.
बताया गया कि नरसिंहपुर में लगा किसान मेला 28 मई तक चलेगा. इस मेले के जरिए राज्य की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में प्रोसेसिंग और वैल्यू एडिशन के माध्यम से निवेश, नवाचार और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. कृषि उद्योग समागम के शुभारंभ मौके पर अतिथियों ने नरसिंहपुर जिले में 116 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से 86 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन भी किया गया. इस दौरान उप राष्ट्रपति धनखड़ और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जैविक खेती को बढ़ावा दे रहे किसानों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया.