
किसान महापंचायत की तरफ से राजस्थान की राजधानी जयपुर में सोमवार को एक दिन के विरोध प्रदर्शन का आयोजन हुआ था. ‘खेत को पानी’, ‘फसल को दाम’ और ‘युवाओं को काम’ की मांगों महापंचायत की तरफ से हुए धरने की प्रमुख मांगे थीं. शहीद स्मारक पर हुए इस एक दिवसीय धरने के दौरान संगठन की तरफ हुंकार रैली की नई तारीख का ऐलान किया गया है. संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में आयोजित इस धरने में राज्य भर से किसान प्रतिनिधि शामिल हुए.
संगठन ने 6 अक्टूबर को 'अन्नदाता हुंकार रैली' का प्रस्ताव रखा था. इसकी तैयारी राज्य के 45,539 गांवों से प्रतिनिधियों की मौजूदगी के साथ पूरी कर ली गई थी. हालांकि राज्य सरकार की तरफ से वार्ता का प्रस्ताव दिए जाने की वजह से तीन अक्टूबर को किसानों और सरकार के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई थी. उस समय सरकार ने ज्ञापन में बताए गए मसलों पर सकारात्मक रुख दिखाया गया और समाधान की प्रक्रिया जारी रखने का भरोसा भी दिया गया.
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि 20 दिनों तक कोई ठोस कार्यवाही न होने के चलते 26 अक्टूबर को किसान महापंचायत की प्रदेश कार्य समिति की बैठक में सरकार को चेताने के लिए धरना-प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने का प्रस्ताव पारित किया गया. संगठन का कहना है कि इसके बाद भी समाधान की दिशा में कदम नहीं उठाने पर आज का धरना आयोजित करना पड़ा. धरने में वार्ता के कारण स्थगित की गई -अन्नदाता हुंकार रैली' के लिए नई तारीख का ऐलान किया गया है. अब यह रैली 30 दिसंबर 2025 को आयोजित की जाएगी. इसके साथ ही किसान महापंचायत ने ‘कोटपूतली–किशनगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे’ समेत बाकी आठ प्रस्तावित एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स को वापस लेने की मांग का प्रस्ताव भी पास किया गया है. अब इनके विरोध के लिए रणनीति भी तैयार कर ली गई है.
सोमवार के धरने में किसान महापंचायत के प्रदेश अध्यक्ष मुसद्दीलाल यादव, उपाध्यक्ष छीतर लाल गुर्जर, गोपीराम डबास, महामंत्री सुंदरलाल भावरिया, जगदीश नारायण खुडियाला, संगठन मंत्री गोरधन तेतरवाल, मंत्री भल्लाराम चौधरी, मनजिंदर सिंह अटवाल, महेश जाखड़ सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए. युवा प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर चौधरी, प्रदेश मीडिया प्रभारी सुरेश बिजारणिया, वरिष्ठ सदस्य हरलाल क्रांतिकारी, रणजीत रिणवा और सोशल एक्टिविस्ट गौरीशंकर मालू ने भी मंच साझा किया. जयपुर जिले के अनेक गांवों से बड़ी संख्या में किसान धरने में पहुंचे.
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