किसान आंदोलन का 'दिल्ली चलो गाना' जारी, 3 मिनट के इस गीत में क्या है?

किसान आंदोलन का 'दिल्ली चलो गाना' जारी, 3 मिनट के इस गीत में क्या है?

इस गाने को 'किसान आंदोलन 2' है और यह गाना किसान विरोध प्रदर्शन के 24 दिनों के बारे में बताता है. यह गाना 'दिल्‍ली चलो' 2.0 विरोध के ठीक पहले रिलीज हुआ है.  किसान विरोध प्रदर्शन पर आधारित इस गाने को किसान मजदूर मोर्चा के कार्यकर्ताओं की तरफ से तैयार किया गया है.

14 मार्च को दिल्‍ली चलो की तैयारी  14 मार्च को दिल्‍ली चलो की तैयारी
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Mar 08, 2024,
  • Updated Mar 08, 2024, 6:31 PM IST

किसान आंदोलन का नेतृत्‍व कर रहे संगठन संयुक्‍त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से एक गाना रिलीज किया गया है. यह तीन मिनट का गाना किसान आंदोलन के बारे में बताता है. पिछले करीब एक महीने से पंजाब और हरियाणा के बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी इकट्ठा है. इस प्रदर्शन के दौरान आंसू गैस के गोले तक प्रदर्शनकारियों पर छोड़े गए और रबर बुलेट्स से किसानों को नियंत्रित करने की कोशिशें की गईं. इसके बाद जब प्रदर्शनकारी शुभकरण सिंह की मौत हुई तो प्रदर्शन को कुछ समय के लिए स्‍थगित कर दिया गया. 

गाने में आखिर क्‍या है 

इस गाने को 'किसान आंदोलन 2' है और यह गाना किसान विरोध प्रदर्शन के 24 दिनों के बारे में बताता है. यह गाना 'दिल्‍ली चलो' 2.0 विरोध के ठीक पहले रिलीज हुआ है.  किसान विरोध प्रदर्शन पर आधारित इस गाने को किसान मजदूर मोर्चा के कार्यकर्ताओं की तरफ से तैयार किया गया है. इसमें बताया गया है कि कैसे किसान सर्दी की रातों से लेकर गर्मी की दोपहर में भी देश के लोगों का पेट भरने के लिए खेतों में दिन-रात मेहनत करते हैं. अब बारी है कि उनकी सुनें और उनका एक बेहतर भविष्‍य सुरक्षित करें. 

यह भी पढ़ें- किसान 14 मार्च को दिल्ली में करेंगे महापंचायत, जानें कौन-कौन से बॉर्डर खुले और कौन से हैं बंद

14 मार्च को दिल्‍ली चलो 

किसान संघों और खाप ने छह मार्च के दिल्‍ली चलो प्रदर्शन से खुद को दूर रखा था लेकिन अब ये 14 मार्च को होने वाले प्रदर्शन के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं. हरियाणा की खाप और किसान यूनियनों ने पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर जारी विरोध प्रदर्शन को समर्थन दिया है.  केंद्र सरकार पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान संगठन दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं. केंद्र सरकार से उनकी मांगों में फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, कृषि ऋण माफी और बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं शामिल है. 

यह भी पढ़ें-क्‍या है 12 लाख लोगों की मौजूदगी वाली I.N.D.I.A ब्‍लॉक की मेगा रैली का सच,  जानिए  

पंजाब बॉर्डर बंद 

प्रदर्शनकारी किसानों की वजह से पंजाब के बॉर्डर को बंद कर दिया गया है. इसकी वजह से खासा आर्थिक नुकसान हो रहा है. दिल्‍ली चलो मार्च से पहले सुरक्षाकर्मियों का भारी हुजूम तैनात कर दिया गया है. किसानों ने 10 मार्च को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देश भर में 'रेल रोको' विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर ली है. किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि कई किसान पहले से ही खनौरी और शंभू सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. 

 

MORE NEWS

Read more!