सारण जिले के मशरक में पहली बार एग्रीकल्चरल ड्रोन से फसल पर दवा का छिड़काव किया गया. यह छिड़काव गोपालगंज जिले में स्थित चीनी मिल के द्वारा गन्ने की फसल पर किया गया है. गौरतलब है कि गोपालगंज स्थित चीनी मिलों को सारण जिले से भी गन्ने की सप्लाई करने के लिए किसानों द्वारा भारी तादाद में गन्ने की खेती की जाती है.
वहीं चीनी मिलें अपने फैक्ट्री के लिए उन्नत किस्म के गन्ने की उपज के लिए गन्ना की खेती करने वाले किसानों को पूरी मदद करती है. इसी के मद्देनजर मशरक के कर्ण कुदरिया के किसान संजय सिंह के खेतों में लगी गन्ने की फसल के ऊपर एग्रीकल्चरल ड्रोन की मदद से दवाओं का छिड़काव किया गया.
वहीं, गोपालगंज स्थित भारत शुगर मिल सिधवलिया के द्वारा सारण जिले में पहली बार ड्रोन के माध्यम से खेतो में फसलों को खराब होने से बचाने के लिए यूरिया का छिड़काव किया गया है. दरअसल, सारण जिले के मशरक के कर्ण कुदरिया गांव के किसान संजय सिंह के 15 एकड़ गन्ना के खेतों में एग्रीकल्चर ड्रोन से यूरिया और दवा का छिड़काव किया गया. यह परीक्षण किसानों के लिए वरदान साबित हो सकता है.
अमूमन गन्ने की खेतों में छिड़काव के लिए दो से तीन दिन का समय लगता था. जबकि इस ड्रोन की मदद से कुछ मिनट में कई एकड़ में लगी फसल पर छिड़काव हो जाएगा. इस मौके पर मौजूद केन मैनेजर वाई पी राव ने बताया कि भारत शुगर मिल अपने मिल के लिए गन्ना की उन्नत फसल के उपज के लिए किसानों को आधुनिक खेती के लिए उपकरण उपलब्ध करा रही है. यह तकनीक जो एग्रीकल्चर ड्रोन के माध्यम से की जा रही है, किसानों के लिए वरदान साबित होंगी.
फिलहाल बिहार में ड्रोन का सबसे ज्यादा इस्तेमाल मद्य निषेध व उत्पाद विभाग शराबबंदी को सफल करने के लिए अवैध रूप से संचालित हो रही देशी शराब की भट्टियों को ढूढने में कर रहा है. साथ ही कभी-कभी पुलिस भी किसी विशेष ऑपरेशन में इसे इस्तेमाल करती है. किसानों के लिए अपनाएं जा रहे इस ड्रोन तकनीक से न सिर्फ कम समय में फसलों पर छिड़काव हो रहा है, बल्कि छिड़काव लागत भी लगभग आधी के आसपास हो जा रही है. किसान ड्रोन के द्वारा एक दिन में 50 एकड़ में दवा और खाद का छिड़काव कर सकते हैं.
ड्रोन से छिड़काव के लिए किसानों को प्रति एकड़ 800 रूपए प्रति एकड़ का भुगतान करना होगा. जिसमें दवा और खाद शामिल हैं. एक एकड़ गन्ने की फसल में दवा और खाद छिड़काव करने में महज 6 मिनट का समय लगता है. इस सफल परीक्षण के किसानों में खुशी की लहर है.