स्वतंत्रता दिवस को लेकर पूरे देश में जश्न का माहौल है. इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद में देशभक्त किसान जुबैर अहमद ने ऐसा आम तैयार किया है जिसकी मांग आम का सीजन खत्म होने के बाद भी बनी रहेगी.
मुजासा के रहने वाले जुबैर ने शहीदों की याद में '15 अगस्त आम' तैयार किया है. उनका कहना है कि आम तैयार करने का मकसद ये है कि ये आम आने वाली पीढ़ियों को शहीदों की कुर्बानी की याद दिलाएगा.
इंडिया टुडे के किसान तक से बातचीत में किसान जुबैर ने बताया कि 15 अगस्त आम पर फल आ गया है. सितंबर तक फल पूरी तरह पक जाएगा. आम के ऑफ सीजन में इसकी मांग बढ़ जाती है. ऐसे में ये 300 से 400 रुपये प्रति किलो की दर से बिकता है. बता दें कि जुबैर अहमद पेशे से नर्सरी संचालक हैं और वो समय-समय पर आम की नई-नई किस्में तैयार करते रहते हैं.
जुबैर अहमद कहते हैं कि 15 अगस्त आम बाकी आमों से अलग है. इसका वजन करीब 700 से 800 ग्राम होता है. यह आम शुरू में हरे रंग का होता है और पकने पर लाल हो जाता है. उन्होंने बताया कि यह आम 15 अगस्त तक पक जाता है. इसका स्वाद आपको अलग ही स्वाद देगा.
इस आम की ग्राफ्टिंग को 3 साल की मेहनत के बाद तैयार किया जा सका है. इस आम के पेड़ को बाजार में आने में अभी कुछ और समय लगेगा. उत्पादन के सवाल पर जुबैर ने बताया कि एक पेड़ से करीब एक क्विंटल आम की पैदावार होगी.
फिलहाल 2 एकड़ में 15 अगस्त आम की बागवानी की गई है. किसान जुबैर का दावा है कि इस साल इस आम के पेड़ पर ज्यादा फल आएंगे. क्योंकि आम के पेड़ पर 15 फीट पर फल आए हैं.
मलीहाबाद का दशहरी आम दुनिया के कई देशों में बहुत लोकप्रिय है. दशहरी, चौंसा, लंगड़ा, रामकेला, फजली, केसर, मल्लिका आदि आम की किस्मों की भारत और विदेशों में बहुत मांग है. यहाँ से ऑस्ट्रेलिया, इटली, यूनाइटेड किंगडम, स्वीडन, फ्रांस, भूटान, नेपाल, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, जापान, जर्मनी आदि देशों में आमों का निर्यात किया जाता है.