पुष्कर (Pushkar). एक ऐसा कस्बा जिसका नाम धार्मिक रूप से तो दुनियाभर में प्रसिद्ध है, लेकिन खेती के लिहाज से भी देश में इसका नाम है. जयपुर (Jaipur), दिल्ली (Delhi) और मुंबई (Mumbai) सहित लगभग पूरे उत्तर भारत (North India) में जो स्वादिष्ट, मीठे और काले जामुन (black berries) आप इन दिनों खा रहे हैं, बहुत संभव है कि ये जामुन पुष्कर से तीन किलोमीटर दूर एक बेहद छोटे से गांव गनाहेड़ा के किसी बगीचे से टूटकर गए हों. दरअसल, गनाहेड़ा (Ganaheda) और आसपास के गांवों में जामुन के सैंकड़ों बगीचे हैं. यहां के किसान पारंपरिक फसलें ना लेकर इस जामुन के व्यवसाय में शामिल हैं और संपन्न हैं,लेकिन दुनियाभर में खेती के लिए चुनौती बना क्लाइमेट चेंज (climate change) से जामुन के किसान भी अछूते नहीं हैं.