सतलुज दरिया में पानी का स्तर कम हुआ है, लेकिन बाढ़ के पानी के उतरने के बाद गांवों की हालत और भी ज्यादा खराब हो गई है. फ़िरोज़पुर के हुसैनीवाला बॉर्डर से सटे कई गांव—जैसे नवी गाटी राजोके और गाटी राजोके—अब भी बर्बादी की तस्वीर पेश कर रहे हैं. दरअसल बाढ़ के पानी ने किसानों की धान और सब्जियों की फसलें तबाह कर दी हैं. खेतों में खड़ा गंदा पानी अब बीमारी का कारण बन रहा है. पानी में मरी पड़ी मछलियों से बदबू फैल रही है, जिससे ग्रामीणों और किसानों की चिंता और बढ़ गई है.