लखीमपुर खीरी जिले के मकसोहा गांव की रहने वाली उमा देवी मौर्य एक ऐसी महिला से जिन्होंने अपने सपनों को हकीकत में बदला है. साल 2019 में उन्होंने महिलाओं का एक समूह बनाया और आजीविका मिशन से जुड़कर एक भैंस खरीदी, और दूध बेचने का काम शुरू किया. मेहनत रंग लाई, उमा देवी ने बैंक का कर्ज चुकाया और फिर अपने बेटे के नाम से स्टेट बैंक से 10 लाख रुपये का कर्ज लेकर और भैंसें खरीदीं.धीरे-धीरे उमा देवी ने खुद को एक निजी कंपनी से जोड़ा, जहाँ उन्हें दूध की उचित कीमत मिलने लगी. अब उनकी मासिक कमाई 45,000 रुपये तक पहुंच गई है..