अब बकरी पालन चार-पांच बकरियों तक ही सीमित नहीं रह गया है. ऐसा भी नहीं है कि सिर्फ बिना पढ़े-लिखे लोग ही बकरी पालन करते हैं. केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (सीआईआरजी), मथुरा के रिकॉर्ड पर जाएं तो आईआईटी से पास आउट और रिटायर्ड आईएएस-आईपीएस भी बकरी पालन कर रहे हैं. बकरी पालन की ट्रेनिंग लेने वालों में 60 फीसद से ज्यादा लोग ग्रेजुएट और उच्च शिक्षित हैं. ट्रेनिंग के लिए हमेशा 250 से 300 लोग वेटिंग में रहते हैं. नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के तहत पशुपालन के लिए लोन दिया जाता है.