राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मियों के खिलाफ विभाग ने कड़ा कदम उठाया है। विभाग के अधीन भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने बुधवार को यह स्पष्ट किया कि 3 सितंबर तक काम पर वापस नहीं लौटने वाले सभी संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है. करीब 7हजार के आसपास संविदा कर्मियों को सेवा मुक्त कर दिया गए है. विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने बताया कि सभी संविदा कर्मियों को विभाग की ओर से पहले 30 अगस्त और उसके बाद 3 सितंबर तक काम पर लौटने की अंतिम तिथि दी गई थी. इसके बावजूद कई कर्मियों ने आदेश की अनदेखी करते हुए अपनी मांगों को लेकर हड़ताल जारी रखी.