सब्ज़ियों के दाम (prices of vegetables) आसमान छू रहे हैं. किसानों का कहना है कि सब्ज़ी के दाम बढ़ने से उन्हें किसी तरह का बेहतर फ़ायदा नहीं मिल रहा है. इसकी वजह फसल का बर्बाद होना बता रहे हैं. ख़रीफ़ के दौरान जिन सब्ज़ियों की खेती की जाती है उस दौरान अधिक तापमान होने से फसल सूख गई, जिसकी वजह से उत्पादन उस स्तर पर नहीं हो रहा है. वहीं एक कट्ठा में पिछले साल तीस से चालीस किलो तक भिंडी हुई था. इस बार तीन से चार किलो निकल रही है .इस वजह से भी दाम बढ़े हैं. ये केवल भिंडी की ही नहीं बल्कि अन्य सब्ज़ियां जिनमें टमाटर, नेनुआ, मिर्च, सहित अन्य फसल है. सब्ज़ियों के दाम तो बढ़े लेकिन उसका लाभ हम लोगों को नहीं मिल रहा है. वहीं पिछले साल इस समय सब्ज़ी पांच से दस रुपए बिक रही थी. अगर पॉलीहाउस, कोल्ड स्टोर (Polyhouse, Cold Store) की सुविधा उन्हें मिलती तो वे भी सब्ज़ी की खेती उससे करते.