जब किसी के पास संसाधन नहीं होते तो वो खोजता है जुगाड़ और कई बार इन जुगाड़ों से कोई ऐसी चीज बन जाती है जो किसी सुपर मशीन से कम नहीं होती. बिहार के बांका जिले से भी ऐसी ही एक तस्वीर सामने आई है, जहां मोहम्मद कमर तौहीद नाम के एक किसान ने कबाड़ से ये देसी मशीन बना डाली. तौहीद पेशे से एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं और अपने इसी कौशल से उन्होंने एक बहुत बड़ी समस्या का समाधान खोज निकाला. मोहम्मद कमर तौहीद ने ये देखा कि छोटे और बिखरे हुए खेतों वाले किसानों के लिए, बड़े ट्रैक्टर या महंगी मशीनें खरीदना मुमकिन नहीं है. इसलिए उन्होंने अपने इंजीनियरिंग कौशल से एक ऐसी 'पावर टिलर कम जीरो टिलेज मशीन' तैयार की है.