कभी किसान सिस्टम से हारकर महाकाल के दरबार अर्जी लगाने निकल पड़ता है. तो कभी किसान खुद को ही जिंदा साबित करने के लिए दर-दर की ठोकर भी खाता है. ऐसा ही मामला सामने आया है मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से. जहां नायसमंद गांव के एक गरीब किसान को कागजों पर मृत घोषित कर दिया गया. अब वो खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तर के चक्कर काट रहा है. दरअसल किसान को पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिल रहा था. इसके चलते वो कई दिनों से तहसील के चक्कर काट रहा था. लेकिन कारण पता नहीं चल पा रहा था. किसान ने बेटे से जब योजना का ऑनलाइन स्टेटस चेक कराया. तो उसमें जो जानकारी सामने आई, उसको जानकर किसान और उसके परिवार वालों के होश उड़ गए. ऑनलाइन स्टेटस चेक में पता चला कि तहसील