उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिल्कयारा में हुए सुरंग हादसे में राहत बचाव कार्य तेजी से चल रहा है. मिल रही ताजा जानकारी के अनुसार सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों के पास रेस्क्यू पाइप पहुंचने वाली है, और आज सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. सिल्कयारा सुरंग हादसे में झारखंड के भी मजदूर अंदर फंसे हुए हैं. यहां पर कुल 41 में से 15 मजदूर झारखंड के हैं. इन श्रमिकों को झारखंड सरकार ने वापस लाने के लिए बड़ा एलान किया है. झारखंड सरकार की तरफ से कहा गया है कि सरकार इन सभी श्रमिकों को एयरलिफ्ट करेगी.
सुरंग के अंदर जो मजदूर फंसे हुए हैं वो झारखंड के चार जिले गिरिडीह, रांची, पूर्वी सिंहभूम और खूंटी के हैं. मजदूरों को एयरलिफ्ट करने की तैयारी हो चुकी है. जैसे ही मजदूर बाहर निकलेंगे उन्हें एयरलिफ्ट करने के लिए उत्तरकाशी में झारखंड सरकार की टीम तैयार है. सभी 15 मजदूरों को देहरादून से रांची के लिए एयरलिफ्ट किया जाएगा. उन्हें एयरलिफ्ट करने से पहले मजदूरों को डॉक्टरों की टीम जांच करेगी. डॉक्टरों की टीम द्वारा चिकित्सकीय रूप से फिट घोषित किए जाने के बाद एयरलिफ्ट किया जाएगा. झारखंड सरकार ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है.
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उल्लेखनीय है की सुरंग हादसे में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए देश और विदेश के लोग एक साथ काम कर रहे हैं. पीएम मोदी भी लगातार इस राहत बचाव कार्य पर नजर बनाए हुए हैं और लगातार इस पूरे मामले पर अपडेट ले रहे हैं. हर दिन वो इस सिलसिले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से फोन पर बात करते हैं और पूरी जानकारी लेते हैं, साथ ही पीएमओ के अधिकारी भी उन्हें लगातार अपडेट दे रहे हैं. 12 नंवबर को यह हादसा हुआ थआ उसके बाद सभी मजदूर सुंरग के अंदर फंस गए थे.
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दो दिन पहले सभी मजदूरों का पहला वीडियो सामने आया और उनसे वॉकी टॉकी के जरिए बात भी की गई. उन तक खाना पहुंचाने के लिए छह इंच की पाइप लगाई गई है. साथ ही आक्सीजन औऱ बिजली की सप्लाई और दवाएं भेजी जा रही है. मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अमेरिकी ऑगर मशीनों से ड्रिलींग का कार्य चल रहा है. इस मशीन की ड्रिल स्पीड पांच मीटर प्रति घंटा है. इसके बाद ही उम्मीद जतायी जा रही थी कि मजदूरों को बृहस्पतिवार तक बाहर निकाल लिया जाएगा. आज यह खबर आ रही है कि अब थोड़ी सी खुदाई बाकी रह गई है इसके बाद सभी मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया जाएगा.