मिचौंग के कारण हुई भारी बारिश से ओडिशा के किसानों को हुआ नुकसान, कांग्रेस ने की अधिक मुआवजे की मांग

मिचौंग के कारण हुई भारी बारिश से ओडिशा के किसानों को हुआ नुकसान, कांग्रेस ने की अधिक मुआवजे की मांग

अमिया पटनायक ने कहा कि उन्होंने कहा, भारी बारिश और इससे मबाही के कारण किसानों की पूरे साल की कमाई खत्म हो गई है. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया की किसानों को मिचौंग तूफाने के कारण होने वाली बारिश को लेकर जारूक करने में सरकार विफल रही

crop loss due to unseasonal raincrop loss due to unseasonal rain
क‍िसान तक
  • Bhuvneshwar ,
  • Dec 08, 2023,
  • Updated Dec 08, 2023, 3:56 PM IST

ओडिशा में मिचौंग तूफान के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है, इसके कारण किसान काफी चिंतित हैं. किसानों की इस चिंता को देखते हुए ओडिशा कांग्रेस ने मांग की है कि राज्य सरकार उन किसानों के लिए कृषि इनपुट सब्सिडी (एआईएस) बढ़ाकर 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर कर दे, जिन्हें हाल ही में आए चक्रवात मिचौंग के प्रभाव के कारण हुई बारिश के कारण फसल का नुकसान का सामना करना पड़ा है. ओडिशा प्रदेश किसान कांग्रेस के अध्यक्ष अमिया पट्टनायक ने दावा किया कि चक्रवात के कारण हुई बारिश के चलते दक्षिणी ओडिशा और कुछ अन्य क्षेत्रों में खड़ी धान, कपास, सब्जी और अन्य फसलों को काफी नुकसान हुआ है. 

अमिया पटनायक ने कहा कि उन्होंने कहा, भारी बारिश और इससे मबाही के कारण किसानों की पूरे साल की कमाई खत्म हो गई है. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया की किसानों को मिचौंग तूफाने के कारण होने वाली बारिश को लेकर जारूक करने में सरकार विफल रही, इसके कारण किसान अपनी खड़ी फसल को भी नहीं काट पाए, ना ही किसानों के बीच फसलों की सुरक्षा के लिए पॉलिलीन शीट का वितरण किया गया. 

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किसानों को मिलना वाला मुआवजा है नाकाफी

पटनायक ने दावा किया कि राज्य सरकार सिंचित क्षेत्रों में 33 प्रतिशत या उससे अधिक फसल नुकसान झेलने वाले किसानों को 17,000 रुपये प्रति हेक्टेयर और गैर-सिंचित या वर्षा आधारित क्षेत्रों के लिए 8,500 रुपये प्रति हेक्टेयर एआईएस प्रदान कर रही है, "जो अपर्याप्त है. नवीनतम अनुमान के अनुसार, धान की फसल की कटाई के लिए किसान प्रति हेक्टेयर लगभग 57,000 रुपये खर्च करते हैं. उन्होंने कहा, इसलिए राज्य सरकार को प्रभावित किसानों को कम से कम 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर का भुगतान करना चाहिए. उन्होंने किसानों के लिए फसल ऋण माफ करने और बारिश में सब्जियों की फसल बर्बाद होने वाले लोगों को 100 प्रतिशत मुआवजा देने की भी मांग की.

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एसआरसी ने मांगी है नुकसान की रिपोर्ट

उल्लेखनीय है कि चक्रवाती तूफान मिचौंग के कारण ओडिशा के किसानों को काफी नुकसान हुआ है. खास कर तटीय जिलों में तूफान के कारण भारी बारिश हुई है इसके कारण हजारों किसानों की उम्मीदों में पानी फिर गया है. क्योंकि किसान इस बार अच्छी कमाई की उम्मीद कर रहे थे पर उनकी धान और बाजरा की खड़ी फसल पानी में डूब गई. इसके अलावा कई किसानों ने धान की कटाई की थी उनके भी धान की फसल को नुकसान हुआ है. किसानों को इतना नुकसान हुआ है कि किसान अब न्यूनतम रिटर्न की भी उम्मीद नहीं कर रहे हैं. हीं गजपति, कंधमाल, कोरापुट और रायगढ़ा से आई रिपोर्टों में कहा गया है कि भारी बारिश से सब्जी और बागवानी के किसान भी प्रभावित हुए हैं.   इधर किसानों को हुए फसल नुकसान से राहत दिलाने के लिए ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) के कार्यालय ने बुधवार को चक्रवात मिचौंग के कारण फसल क्षति पर जिला कलेक्टरों से रिपोर्ट मांगी है.

 

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