तमिलनाडु में तबाही मचाने के बाद तूफान मिचौंग अब आंध्र प्रदेश की तरफ बढ़ रहा है. दक्षिण आंध्र प्रदेश और आसपास के उत्तरी तमिलनाडु तटों के पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गंभीर चक्रवाती तूफान "मिचौंग" का प्रभाव देखा जा रहा है. इसके तेजी से दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब बढ़ने की संभावना है और 5 दिसंबर की शाम एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में बदलने की संभावना है. इस दौरान 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. इस अधिकतम हवा की गति के साथ तूफान के नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच, बापटला के करीब दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार करने की संभावना है.चक्रवात मिचौंग के आज शाम में आंध्र के नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच तट से की संभावना है.
दक्षिण आंध्र प्रदेश और आसपास के उत्तरी तमिलनाडु तटों के पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गंभीर चक्रवाती तूफान "मिचौंग" (मिगजौम) का प्रभाव है. इसके चलते आंध्र प्रदेश और आसपास के उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी में कई जगह रेड अलर्ट जारी है. इधर भारी बारिश के कारण चेन्नई में हर जगह जलजमाव हो गया है, इसके कारण यहां बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. इतना ही नहीं भारी बाऱिश के कारण चेन्नई में पांच लोगों की मौत हो गई है. साथ ही चेन्नई एयरपोर्ट से कई उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. हालात को देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
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इधर पुणे एयरपोर्ट पर कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. रद्द करने का कारण चेन्नई का खराब मौसम बताया जा रहा है. तूफान से प्रभावित लोगों ने इंडिया टुडे से अपना दर्द बयान करते हुए कहा कि कल रात से बिजली नहीं है. हमें कोई किराने का सामान नहीं मिला और हम घर नहीं जा सके. इसलिए वो अपने घर भी नहीं जा सके हैं क्योंकि बाहर पूरी तरह से पानी भरा हुआ है. वहीं एक स्थानीय निवासी ने इंडिया टुडे से कहा- यह 2015 जितना बुरा नहीं था पर चक्रवात मिचौंग ने दिसंबर 2015 की जलप्रलय की यादें ताजा कर दीं है.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रेलवे ने चक्रवाती तूफान 'मिचौंग' से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में सुचारू और सुरक्षित रेलवे ऑपरेशन के लिए अपनी पूरी मशीनरी को बड़े पैमाने पर तैयार किया है. रेलवे ने, चक्रवात से संबंधित आपदा प्रबंधन के लिए अपनी तैयारियों में, परिचालन, वाणिज्यिक, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, सिग्नल/दूरसंचार, सुरक्षा आदि के अधिकारियों के साथ मंडल/मुख्यालय स्तर पर एक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. चौबीसों घंटे निगरानी करने और ट्रेन परिचालन के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कर्मचारी लगाए गए हैं. बोर्ड स्तर पर एक वॉर रूम भी सक्रिय कर दिया गया है. आपातकालीन नियंत्रण में सहायता के लिए प्रत्येक पाली में सुरक्षा एक्सपर्ट को रखा गया है.
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इधर मिचौंग तूफान के प्रभाव के कारण ओ़डिशा झारखंड औऱ छत्तीसगढ के भी कई जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विज्ञान विभाग रांची के अनुसार अगले दो दिनों तक झारखंड के दक्षिणी जिले और इससे सटे मध्य झारखंड के जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. रांची में आज से ही बादल छाए हुए हैं और हल्की बूंदाबांदी हो रही है साथ ही ठंडी हवाएं चल रही है इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. वहीं ओडिशा में तूफान को देखते हुए कृषि अधिकारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है और बचाव के उपाय अपनाए गए हैं.