देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव है और पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मॉनसून जाते-जाते आफत बनकर बरस रहा है. यहां के चंबा में सोमवार रात हुई भारी बारिश के कारण फ्लैश फ्लड की स्थिति है और इस वजह से चंबा तिस्सा सड़क मार्ग बंद हो गया है. फ्लैश फ्लड आने से बड़े-बड़े बोल्डर मलबे के साथ सड़क पर आ गए. तेज बारिश की वजह से चंबा-पठानकोट नेशनल हाइवे पर बनीखेत लैंडस्लाइड के कारण मंगलवार सुबह बंद हो गया. बड़ी मुश्किल इसे खोला जा सका. लगातार हो रही बारिश से आम लोगों को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. चंबा-पठानकोट नेशनल हाइवे के ज्यादातर हिस्से बारिश की वजह से धंस चुके हैं और अब इन पर गाड़ी चलाना खतरे से खाली नहीं है. वहीं इस सड़क मार्ग पर कब कहां लैंडस्लाइड हो जाए इसका भी पता नहीं. रोजाना रात को करीब भयंकर बारिश हो रही है.
उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर रात भर हुई भारी बारिश ने सड़कों, घरों और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया और मंगलवार तड़के एक पुल बह गया, जबकि कई लोगों के लापता होने की खबर है, जिससे कुछ भूस्खलन भी हुए. आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि देहरादून में सहस्त्रधारा और माल देवता और मसूरी से भी नुकसान की खबरें हैं. उन्होंने कहा कि देहरादून में दो से तीन लोग लापता हैं और मसूरी में एक मौत की खबर है, जिसकी पुष्टि की जा रही है. अधिकारी ने बताया कि प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य में टीमें लगी हुई हैं, जबकि 300 से 400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है .सुमन ने कहा कि टिहरी में जलभराव के कारण गीता भवन में लोग फंस गए, जिन्हें बचा लिया गया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भारी बारिश के बाद उत्तराखंड की स्थिति के बारे में जानकारी दी है.
हिमाचल प्रदेश के मंडी के अलावा राजधानी शिमला में भी भारी बारिश जारी है. सोमवार देर रात हुई भारी बारिश से जगह-जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं हुईं और कई जगह पेड़ गिरे है. हिमलेंड, बीसीएस , महेली, ऒर बाकी जगहों पर भी भयानक लैंडस्लाइड की खबरें हैं. वहीं कई पेड़ों के गिरने की वजह से दर्जनभर के करीब गाड़ियों के दबने की भी खबरें हैं. वहीं राज्य में लैंडस्लाइड की वजह से बंद हुए नेशनल हाईवे को खोलने का काम भी जारी हैं. हाइवे पर ट्रैफिक पूरी तरह से ठप हो गया है.
उत्तराखंड के देहरादून में मंगलवार सुबह भारी बारिश के कारण बादल फट गए, जिसके बाद तमसा नदी उफान पर आ गई है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देहरादून और टिहरी गढ़वाल के लिए सुबह 9 बजे तक रेड अलर्ट जारी किया है. देहरादून से आई भयावह तस्वीरों में भारी बारिश के बाद तमसा नदी उफान पर है और टपकेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो गया है. मंदिर के पुजारी आचार्य बिपिन जोशी के अनुसार, सुबह करीब 5 बजे से नदी में तेt बहाव शुरू हो गया था, जिसके बाद पूरा मंदिर परिसर जलमग्न हो गया. उन्होंने लोगों को ऐसे मौसम में नदियों के पास जाने से बचने की भी सलाह दी है.
बीती रात मंडी के धर्मपुर में भारी बारिश ने कहर बरपाया है. यहां सोन खड्ड का जलस्तर अचानक बढ़ने से उसने रौद्र रूप धारण कर लिया और पानी बस स्टैंड, घरों व दुकानों में घुस गया. बस स्टैंड पूरी तरह डूब गया, कई बसें और वाहन बह गए तथा अफरा-तफरी का माहौल बन गया. लोग जान बचाने के लिए घरों की छतों पर चढ़ गए. पुलिस ने रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, वहीं एक व्यक्ति के लापता होने की भी खबर है.
राजधानी देहरादून के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सहस्त्रधारा के कारलीगाढ़ क्षेत्र में देर रात हुई तेज बारिश के बाद अफरा-तफरी मच गई. अचानक आए तेज बहाव से नदी किनारे की कई दुकानें बह गईं, वहीं दो लोगों के लापता होने की सूचना है. राहत की बात यह है कि अब तक किसी बड़ी जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है. घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं. स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया और राहत-बचाव कार्य में जेसीबी समेत भारी उपकरण लगाए गए. लापता दोनों व्यक्तियों की तलाश युद्धस्तर पर जारी है. तेज बहाव से नदी किनारे स्थित कई दुकानें पूरी तरह बह गईं, जिससे लाखों का नुकसान हुआ है. हालांकि प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से बड़ी अनहोनी टल गई और समय रहते लोगों की जान बचा ली गई.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार से अरुणाचल प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में धीरे-धीरे कमी आने का अनुमान लगाया है, जिससे कई दिनों की भारी बारिश के बाद राहत मिली है. यहां मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा सोमवार को जारी मौसम बुलेटिन के अनुसार, कुछ स्थानों, खासकर अंजॉ, पूर्वी कामेंग, पश्चिमी सियांग, सियांग, ऊपरी सियांग और निचली दिबांग घाटी जिलों में, गरज के साथ बिजली चमकने और भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने निवासियों को संभावित जलभराव, यातायात व्यवधान और मामूली भूस्खलन के प्रति आगाह किया है. बुधवार तक, बारिश की तीव्रता में और कमी आने की उम्मीद है, हालांकि कुछ इलाकों में गरज के साथ भारी बारिश की संभावना बनी हुई है. गुरुवार से मौसम की स्थिति में काफी सुधार होने का अनुमान है, लेकिन कोई बड़ी चेतावनी जारी नहीं की गई है.
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के सहस्त्रधारा कार्लीगाड क्षेत्र में सोमवार देर रात बादल फटने की घटना हुई है जिसमें कुछ दुकान बह गईं. हालांकि किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है लेकिन दो लोगों के लापता होने की खबरें हैं. जिलाधिकारी सवीन बंसल रात से ही विभागों के साथ संपर्क रखकर कमान संभाल रहे हैं और लगातार रेस्क्यू कार्यों को देख रहे हैं, वहीं एसडीएम कुमकुम जोशी रात्रि से ही घटना स्थल पर मौजूद रहीं. मौसम विज्ञान केंद्र ने आज देहरादून, चमोली, चंपावत, उधम सिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल जनपदों में कहीं-कहीं तेज दौर की बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही अन्य जिलों में भी तेज बारिश होने के आसार हैं. डीएम देहरादून ने भारी बारिश के मध्य नजर देहरादून में कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि मंगलवार को दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. आईएमडी के अनुसार, सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 36.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से 0.6 डिग्री अधिक है. न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से 0.4 डिग्री अधिक है. आईएमडी ने मंगलवार को शहर में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की भविष्यवाणी की है, अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सोमवार को मौसम अधिकतर शुष्क रहा और पिछले 24 घंटों में शहर में कोई बारिश नहीं हुई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार शाम 4 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 112 के साथ 'मध्यम' श्रेणी में दर्ज की गई.
हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में सोमवार को बारिश हुई, जबकि कुछ इलाकों में गरज के साथ छींटे पड़े. तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 493 सड़कें यातायात के लिए बंद रहीं. स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार शाम तक पिछले 24 घंटों में जोगिंदरनगर में 56 मिमी बारिश हुई, जबकि पालमपुर में 48 मिमी, पंडोह में 40 मिमी और कांगड़ा में 34.2 मिमी बारिश हुई.इस बीच, नगरोटा सूरियां में 30 मिमी, मंडी में 27.5 मिमी, सराहन में 18.5 मिमी, मुरारी देवी में 18.2 मिमी, भरेरी में 17.6 मिमी और करसोग में 17 मिमी बारिश हुई. मौसम विभाग ने बताया कि कांगड़ा, जोत, सुंदरनगर और पालमपुर में गरज के साथ बारिश हुई, जबकि रिकांगपिओ और सियोबाग में तेज़ हवाएं चलीं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग-3 का अटारी-लेह खंड, राष्ट्रीय राजमार्ग-305 का औट-सैंज खंड और राष्ट्रीय राजमार्ग-503ए का अमृतसर-भोटा खंड उन 493 सड़कों में शामिल हैं जो वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहीं. केंद्र ने बताया कि 352 बिजली ट्रांसफार्मर और 163 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं.