देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव है और पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं. इसके अलावा आज स्वतंत्रता दिवस से जुड़ी खबरों को भी आप यहां पढ़ सकते हैं.
कपूरथला में ब्यास नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. मंड क्षेत्र के सुल्तानपुर लोधी हलके में बाढ़ से प्रभावित 20 गांवों की स्थिति 15 दिन बाद भी नहीं सुधरी है. एक तरफ जहां एक फुट पानी कम होकर किसानों को राहत देता है, वहीं दूसरी तरफ पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पौंग डैम से पानी छोड़े जाने से स्थिति पहले से भी ज्यादा खराब हो जाती है. अस्थायी तटबंध टूटने से फसलों को हुए भारी नुकसान से किसान काफी चिंतित हैं, लेकिन सबसे बड़ा विरोध और गुस्सा इस बात का है कि सरकार या खुद किसी मंत्री ने जमीनी स्तर पर पहुंचकर हमारा हालचाल नहीं लिया और न ही किसी आर्थिक मदद का ऐलान किया. किसानों का कहना है कि कब जलस्तर कम होगा और हम राहत की सांस लेंगे.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साधा विपक्ष पर निशाना.
कृषि मंत्री ने कहा, आज संसद में शुभांशु शुक्ला की उपलब्धियों पर चर्चा होनी थी, लेकिन विपक्ष ने बेल में आकर हंगामा किया
क्या पक्ष-विपक्ष को एक साथ शुभांशु शुक्ला का अभिनंदन नहीं करना चाहिए था..?.
जब-जब देश में गौरव का पल आता है, कांग्रेस आंसू बहाती है.
हमारा चंद्रयान दक्षीणी ध्रुव पर उतरा, कांग्रेस ने सवाल उठाए.
हमारी सेना ने पराक्रम का प्रदर्शन कर सर्जिकल स्ट्राइक की, कांग्रेस ने सवाल उठाए.
ऑपरेशन सिंदूर, एयर स्ट्राइक पर कांग्रेस ने सवाल उठाए.
हमारे वैज्ञानिक उपलब्धियां हासिल करते हैं, तो कांग्रेस सवाल करती है.
देश का सम्मान बढ़ता है तो कांग्रेस के पेट में तकलीफ होती है.
हिमाचल के बांधों से पानी छोड़ने के बाद सोमवार की दोपहर हरिके हेडवर्क्स पर 95 हजार क्यूसेक पानी पहुंचा जिसके बाद यहां से 86 हजार क्यूसेक पानी हुसैनीवाला की तरफ और बाकी फिरोजपुर और राजस्थान की तरफ भेजा गया. इस हेडवर्क्स पर ब्यास और सतलुज दोनों का पानी पहुंचता है और यहीं से राजस्थान फिरोजपुर और पाकिस्तान की तरफ पानी भेजा जाता है. हरिके हेडवर्क्स पर नहरी विभाग के कर्मचारी के मुताबिक आने वाले दिनों में अगर बारिश नहीं होती तो राहत मिलने की उम्मीद है. लेकिन अगर हिमाचल में बारिश जारी रही और बादल फटने की घटनाएं होती रही तो चिंताएं और बढ़ सकती हैं. ब्यास दरिया उफान में होने के कारण हरिके हेडवर्क्स से पीछे तरन तारन के गांव धुंदा, मुंडापिंड, घड़का सहित दर्जनों गांवों की दरिया से सटी हजारों एकड़ लगी धान, गन्ना और अन्य फसल तबाह हो चुकी है. वहीं हरीके हेडवर्क्स से हुसैनीवाला की तरफ के गांव, गट्टी, संभ्रा, कोट बुड्ढा, मुठियावाला, घुड़ूम सहित एक दर्जन से अधिक दरिया से सटे गांवों में खेत पानी में डूब चुके हैं.
यूपी के बांदा में अन्नदाता परेशान हैं, हैरान हैं. उनकी कोई सुनने वाला नहीं है. दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. उसी क्रम में खाद न मिलने से परेशान किसानों का गुस्सा फूट गया. आक्रोशित किसानों ने बांदा बबेरू रोड को जाम कर दिया और जमकर नारेबाजी की. सूचना पर पहुंची पुलिस किसानों को समझाने का प्रयास कर रही है. किसानों का कहना है कि सोसायटी में सुबह आधार कार्ड जमा करवा लिया. इसके बाद अब शाम में कह रहे हैं खाद नहीं दी जाएगी. हम सुबह से बगैर खाना खाए लाइन में लगे हैं. ये लोग सैकड़ों बोरी खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं. किसानों को नहीं दे रहे हैं. फिलहाल पुलिस मामले में समझाने में जुटी हुई है.
उत्तराखंड के बागेश्वर में देर रात से लगातार बारिश जारी है जिससे कई समस्याएं पैदा हो गई हैं. भारी बारिश के कारण 23 सड़कें मलवा और बोल्डर आने से बंद हो गई हैं. इससे यातायात प्रभावित हुआ है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिलाधिकारी आशीष भटगाई ने छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आज 18 अगस्त को सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है. यह फैसला छात्रों की सुरक्षा के लिए लिया गया है. डीएम का कहना है कि बंद सड़कों और खराब मौसम के कारण छात्रों के लिए स्कूल पहुंचना जोखिम भरा हो सकता है. प्रशासन बंद सड़कों को खोलने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. 57 जेसीबी मशीनें बंद सड़कों से मलवा हटाने में जुटी हुई हैं. प्रशासन का प्रयास है कि जल्द से जल्द सड़कें खोली जाएं और यातायात सामान्य हो. लोगों से अनुरोध है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें. बागेश्वर में बहुत ज्यादा बारिश के चलते जिससे जिला मुख्यालय के ही सड़क का मलबा मंडलसेरा में घरों तक पहुंच गया है. गांव वाले खुद अपने घरों से मलबा हटा रहे हैं.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के फ्लैचर भवन के सभा कक्ष में सेवानिवृत कर्मचारियों के लिए सेवा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज मुख्य अतिथि थे। उन्होंने तीन माह के दौरान 29 सेवानिवृत हुए विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को शॉल तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर के सम्मानित किया.कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने इन सेवानिवृत कर्मचारियों के सुखद भविष्य की कामना करते हुए उनकी सेवाओं की प्रशंसा की. यह सभी के प्रयासों का ही नतीजा है कि विश्वविद्यालय आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि सभी ने मिलकर विश्वविद्यालय को ऊंचाई पर ले जाने का काम किया है. वो अपने आपको सेवानिवृत न समझकर परिवार व समाज को अपनी सेवाएं प्रदान करें. उन्हें विश्वविद्यालय से जुड़े रहकर भी उसके विकास में अपना सकारात्मक योगदान देते रहना चाहिए. प्रो. काम्बोज ने अधिकारियों से कहा कि जब कभी भी रिटायर्ड कर्मचारी विश्वविद्यालय में आए तो उन्हे उचित मान सम्मान दिया जाए. उन्होंने उनसे विश्वविद्यालय के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखने और कर्मचारियों को भावी पीढ़ी से अपने अनुभव साझा करने का आह्वान किया ताकि वे भी उनकी भान्ति सहनशीलता के साथ कार्य निष्पादन कर सकें.
महाराष्ट्र के नवी मुंबई में बारिश का कहर जारी है. सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और बारिश रुक-रुककर जारी है. एमआईडीसी के कुछ निचले इलाकों में जलभराव की खबरें हैं. नवी मुंबई नगर निगम ने और पंप लगाए हैं. हालांकि, लगातार बारिश के कारण छात्रों और यात्रियों को असुविधा हो रही है.लगातार चल रहे बारिश में जनजीवन काफी असर दिख रहा हैं.
पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बारिश के कारण रावी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इसी चलते रावी नदी में 1 लाख 25 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसकी वजह से अजनाला क्षेत्र में भारत-पाकिस्तान सीमा के नज़दीक नदी का स्तर ऊंचा हो गया है. इस स्थिति को देखते हुए अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने आज मौके पर पहुंचकर हालात का जायज़ा लिया. उन्होंने नदी किनारे बसे गांवों का निरीक्षण कर लोगों से मुलाक़ात की और अपील की कि वे रावी नदी के नज़दीक न जाएं. डीसी साहनी ने बताया कि पानी के स्तर में वृद्धि के चलते एहतियातन कुछ गांवों में अलर्ट जारी किया गया है. वहां प्रशासन की टीमें भी तैनात कर दी गई हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल खतरे जैसी कोई स्थिति नहीं है और अगर बाढ़ जैसी परिस्थिति बनती है तो प्रशासन ने उसके लिए पूरे प्रबंध पहले से ही कर रखे हैं.
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के बाद अब हरियाणा और दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात बनने लगे हैं. यमुनानगर जिले के धनौरा क्षेत्र से गुजरने वाली हरिपुर खोल नदी इन दिनों तेज बहाव के साथ उफान पर है. पानी की रफ्तार इतनी तेज हो गई है कि रणजीतपुर को हिमाचल से जोड़ने वाले पुल पर पानी चढ़ गया. इससे पुल के बहने का खतरा मंडराने लगा है और ग्रामीणों में डर व अनिश्चितता का माहौल है.आसपास के धनौरा, रणजीतपुर, मौदानी सहित कई गांव खतरे की जद में आ गए हैं. खेतों की खड़ी फसलें डूबने की कगार पर हैं, वहीं कच्चे मकानों पर भी संकट गहरा रहा है.
भोपाल में गौकशी से नाराज़ हिंदूवादी संगठन और बजरंग दल ने चक्काजाम किया है. यहां के अशोका गार्डन के 80 फिट रोड पर हिंदूवादी संगठन धरने पर बैठे हैं. दरअसल, समुदाय विशेष के 2 युवक देर रात गौकशी के बाद अवशेष लेकर जा रहे थे तब भनक लगने पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पीछा कर दोनों को पकड़ा और पुलिस के हवाले किया. सुबह दिन चढ़ने के साथ ही हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने अशोका गार्डन इलाके में जाकर जाम लगा दिया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे. हिंदूवादी संगठनों ने आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की है.
नकली खाद-बीज की बिक्री के मामले में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का कड़ा रूख अपनाया है. उन्होंने कृषि विभाग और आईसीएआर के वरिष्ठ अधिकारियों की दिल्ली में एक हाई-लेवल मीटिंग की है.कृषि मंत्री ने आदेश दिया है कि नकली खाद-बीज बेचने वालों के खिलाफ कृषि विभाग कड़ी कार्रवाई करे. उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि किसानों की फसलें खराब होने को अत्यंत गंभीरता से लें. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर सैंपल फेल हुआ तो फिर समय पर कड़ी कार्रवाई विभाग की तरफ से की जाएगी. उनका कहना था कि एक नहीं, सैकड़ों किसान इससे परेशान हैं और उनके इस दर्द को समझना होगा. उन्होंने अधिकारियों को बताया कि कैसे खुद एक किसान के खेत में जाकर जब उन्होंने देखा तो पता चला कि खराब दवाई के कारण फसल पूरी नष्ट हो गई है. कृषि मंत्री ने नकली खाद, बीज और कीटनाशक किसानों के लिए अभिशाप बताया है.
महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में पिछले दो दिनों से भारी बारिश ने हाहाकार मचाकर रख दिया है. बारिश के कारण नदियां और नहरें उफान पर हैं और जिले के कई गांवों का संपर्क टूट गया है. नांदेड़-यवतमाल मार्ग बंद है. नांदेड़-परभणी मार्ग बंद है और गांव, मंदिर, खेत, मंगल ऑफिस सबकुछ पानी में डूब गया है. किसान बैलगाड़ियों से नदी पार करके अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं.एक स्कूल बस बाढ़ के पानी में नदी में फंस गई, चालक लापता है.किनवट में हर जगह जगह बस पानी ही पानी है और पैनगंगा नदी में बाढ़ आ गई है. बाढ़ के चलते नांदेड़-यवतमाल राजमार्ग बंद है. आसन नदी के उफान पर होने के कारण नांदेड़-परभणी मार्ग बंद है. किसी को भी पानी के रास्ते नदी पार करने से रोकने के लिए तगड़ा पुलिस बंदोबस्त किए गए हैं.
महाराष्ट्र के नांदेड़ ज़िले में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है. इस बारिश के कारण नदियाँ और नहरें उफान पर हैं. बाढ़ के कारण कई गाँवों का संपर्क टूट गया है. किसान बैलगाड़ियों से नदी पार करके अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं. एक स्कूल बस बाढ़ के पानी में नदी में फंस गई, चालक लापता है. किनवट शहर में हर जगह जगह पानी पानी, पैनगंगा नदी को बाढ़. बाढ़ के कारण नांदेड़-यवतमाल राजमार्ग बंद है. आसन नदी के उफान पर होने के कारण नांदेड़-परभणी मार्ग बंद है. किसी को भी पानी के रास्ते नदी पार करने से रोकने के लिए तगड़ा पुलिस बंदोबस्त किए गए हैं.
आईएमडी के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि झारखंड के 11 जिलों में 21 अगस्त से भारी बारिश का 'येलो' अलर्ट जारी किया गया है. 20 अगस्त तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. आईएमडी के मौसम बुलेटिन के अनुसार, जिन जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है, उनमें हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, धनबाद, देवघर, जामताड़ा, दुमका, गोड्डा, साहिबगंज और पाकुड़ शामिल हैं_
मुंबई और महाराष्ट्र के कई अन्य जिलों में लगातार बारिश जारी है, जिससे जलभराव और यातायात जाम की स्थिति पैदा हो गई है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार के लिए मुंबई में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मुंबई में सोमवार सुबह 9 से 10 बजे के बीच भारी बारिश हुई, जिसकी तीव्रता अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग रही. शहर में इस दौरान औसतन 37 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि पूर्वी उपनगरों में इससे थोड़ी ज्यादा 39 मिमी बारिश दर्ज की गई. पश्चिमी उपनगरों में अपेक्षाकृत कम बारिश हुई, जहां 29 मिमी बारिश दर्ज की गई. थोड़ी देर की लेकिन तेज बारिश के कारण कुछ इलाकों में जलभराव और यातायात बाधित हुआ. भारी बारिश के कारण वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर भारी ट्रैफिक जाम की खबर है. उपनगरीय इलाकों में मूसलाधार बारिश जारी रहने के कारण ट्रेन और हवाई सेवाओं पर भी असर पड़ा है. अकासा, स्पाइसजेट और इंडिगो एयरलाइंंस कंपनियों ने यात्रियों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है तो वहीं पश्चिम रेलवे ने ट्रेनों की स्थिति की जानकारी दी है.
मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर के लिए मौसम संबंधी परामर्श जारी किया है, जिसमें 17 से 19 अगस्त तक भारी बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया गया है. इसमें कहा गया है, 'संवेदनशील इलाकों में बादल फटने, अचानक बाढ़ आने, भूस्खलन का खतरा है. अलर्ट पर जिलों में जम्मू, रियासी, उधमपुर, राजौरी, पुंछ, सांबा, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़, रामबन और कश्मीर के कुछ हिस्से शामिल हैं.' 14 अगस्त को, बादल फटने से आई अचानक बाढ़ ने किश्तवाड़ के मचैल माता मंदिर के रास्ते में पड़ने वाले आखिरी मोटर-सक्षम गांव चिसोटी को तबाह कर दिया, जिसमें 61 लोगों की मौत हो गई और 116 से ज़्यादा लोग घायल हो गए. बादल फटने से आई बाढ़ में अब तक 82 लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनमें 81 तीर्थयात्री और एक सीआईएसएफ कर्मी शामिल हैं. 17 अगस्त को कठुआ जिलें में बादल फटने और भूस्खलन की दो अलग-अलग घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई और पांच और लोग घायल हो गए. यह आपदा रात भर हुई भारी बारिश के बीच राजबाग और जंगलोट के जोध घाटी गांवों में आई.
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, न्यूज एजेंसी एएनआई की तरफ से इसकी पुष्टि की गई है. केंद्रीय जल आयोग द्वारा रविवार को जारी एक सलाह में कहा गया था कि दिल्ली में यमुना नदी 19 अगस्त तक 206 मीटर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर जाएगी. पीटीआई ने एडवाइजरी के हवाले से कहा था, 'आज, 17 अगस्त को हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी की मात्रा और ऊपरी यमुना क्षेत्र में भारी वर्षा को देखते हुए, यह सूचित किया जाता है कि 19 अगस्त, 2025 को सुबह 2 बजे के आसपास दिल्ली रेलवे ब्रिज पर जल स्तर 206.00 को पार कर सकता है.'
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में 'पागल नाला' के पास भूस्खलन से 15 पंचायतों का संपर्क टूटा. मौसम विभाग ने राज्य में लगातार भारी बारिश का अनुमान जताया है और 18, 21, 22 और 23 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश और अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. पिछले 24 घंटों के दौरान, हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखी गई. मंडी जिले के कटौला गांव में सबसे अधिक 120 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद कांगड़ा में 110.8 मिमी, नाहन में 103 मिमी, पांवटा साहिब में 69.8 मिमी, भुंतर में 63.3 मिमी, पालमपुर में 60.4 मिमी, मंडी में 26 मिमी, धर्मशाला में 20.6 मिमी, बिलासपुर में 10.4 मिमी, मनाली में 8 मिमी, कुफरी में 4 मिमी, सुंदरनगर में 2 मिमी और शिमला में 1 मिमी बारिश दर्ज की गई.
अधिकारियों ने बताया है कि कहा कि शनिवार शाम को रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान के अंदर 20 पर्यटक फंस गए, जब उनका सफारी वाहन (कैंटर) बीच रास्ते में खराब हो गया और साथ में मौजूद गाइड उन्हें दूसरा वाहन लाने के लिए छोड़कर चला गया. घटना के कथित वीडियो सामने आने के बाद मामला प्रकाश में आया, जिसके बाद पार्क प्रशासन ने कार्रवाई की. उप वन संरक्षक (डीसीएफ) प्रमोद धाकड़ ने रविवार को बताया कि तीन कैंटर चालकों और गाइड को जांच पूरी होने तक पार्क में प्रवेश करने से रोक दिया गया है. उन्होंने कहा कि सहायक वन संरक्षक अश्विनी प्रताप को विस्तृत जांच करने का काम सौंपा गया है. धाकड़ ने कहा, 'प्रतिबंधित लोगों में कैंटर चालक कन्हैया, शहजाद चौधरी और लियाकत अली के साथ गाइड मुकेश कुमार बैरवा शामिल हैं.' यह घटना पार्क के जोन 6 में हुई. 20 पर्यटकों को ले जाते समय वाहन खराब हो गया अंधेरा होने के साथ ही पर्यटकों और गाइड के बीच गरमागरम बहस शुरू हो गई, जिसके कुछ हिस्से रिकॉर्ड भी किए गए.
ब्यास और सतलुज नदियों में बढ़ते जल स्तर के कारण राज्य के कई गांव प्रभावित होने के बीच, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने बताया है कि प्रभावित क्षेत्रों में समय पर मेडिकल सहायता सुनिश्चित करने के लिए 438 क्विक एक्शन टीमें, 323 मोबाइल मेडिकल टीमें और 172 एम्बुलेंस जुटाई गई हैं. सिंह ने कहा कि प्राथमिकता हर जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचना और यह सुनिश्चित करना है कि इस कठिन समय में कोई भी चिकित्सा सहायता के बिना न रहे. उन्होंने कहा कि पंजाब बाढ़ के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. ब्यास और सतलुज नदियों से सटे कपूरथला, फिरोजपुर, तरनतारन, होशियारपुर, गुरदासपुर और फाजिल्का जिलों के कई गांव, जो उफान पर हैं, बाढ़ के पानी से प्रभावित हुए हैं. गुरदासपुर की स्थिति पर, मंत्री ने कहा कि बढ़ते जल स्तर के कारण सात गाँवों का संपर्क टूट गया है.
उत्तराखंड के राज्य आपदा केंद्र ने देहरादून, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी जिलों के डीएम से भारी बारिश के चलते बाढ़ और जलभराव के खतरों से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. इसमें कहा गया है कि आपदा प्रबंधन आईआरएस प्रणाली के लिए नियुक्त सभी अधिकारी और विभागीय नोडल अधिकारी हाई अलर्ट पर रहेंगे. सभी राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत अधिकारी अपने तैनाती क्षेत्रों में बने रहेंगे. पत्र के अनुसार, सभी चौकी और पुलिस स्टेशंस को निर्देश दिए गए हैं कि वो हाई अलर्ट पर रहें और उनके पास किसी भी आपदा से निपटने के लिए हर सप्लाई और वायरलेस सेट्स होने चाहिए.
खराब मौसम के कारण, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने रविवार को घोषणा की कि वैष्णो देवी यात्रा के लिए पंजीकरण सभी यात्रा काउंटरों पर दो घंटे के लिए अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर साझा की गई एक पोस्ट में, श्राइन बोर्ड ने तीर्थयात्रियों को आगे की घोषणाओं के लिए अपडेट रहने की सलाह दी. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, कटरा के लिए एक चेतावनी जारी की गई है, जिसमें आज क्षेत्र में बिजली के साथ गरज के साथ छींटे पड़ने और हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान लगाया गया है.
जम्मू डिविजन के स्कूल शिक्षा विभाग ने खराब मौसम के कारण सोमवार को क्षेत्र के सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है, एक आधिकारिक बयान में कहा गया है. जम्मू के स्कूल शिक्षा निदेशक ने रविवार को एक बयान में कहा, 'खराब मौसम को देखते हुए, यह आदेश दिया जाता है कि जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूल कल, 18 अगस्त को बंद रहेंगे.' रविवार को बादल फटने के बाद कठुआ के कई हिस्सों में अचानक बाढ़ और भूस्खलन हुआ। बचाव अभियान तेज कर दिया गया है और फंसे हुए वाहनों को निकालने के प्रयास जारी हैं.
मौसम विभाग (आईएमडी) ने 20 अगस्त तक तेलंगाना के कई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी है. अपने ताजा बुलेटिन में, मौसम विभाग ने रविवार से 20 अगस्त की सुबह 8:30 बजे तक 'भारी से बहुत भारी बारिश' का अनुमान लगाया है. 18 अगस्त की सुबह 8:30 बजे से 19 अगस्त की सुबह 8:30 बजे तक 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है, जिसमें मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम और महबूबाबाद जिलों में अलग-अलग स्थानों पर 'बहुत भारी से बेहद भारी बारिश' की चेतावनी दी गई है. 'रेड अलर्ट' 24 घंटों में 20 सेमी से ज्यादा 'बहुत ज्यादा बारिश' का संकेत देता है. आईएमडी ने आगे चेतावनी दी है कि 22 अगस्त तक राज्य के सभी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. पिछले कुछ दिनों से तेलंगाना के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हो रही है, जिससे सड़कों पर जलभराव, निचले इलाकों में जलभराव और नाले और बाकी जलाशय उफान पर हैं. सूत्रों के अनुसार, इससे गांवों के बीच सड़क संपर्क बाधित हो गया है.