देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव हो गया है. इसके चलते उत्तराखंड और हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
श्रावण मास में जब नाग पंचमी का पर्व आता है, तो सांपों की पूजा की जाती है. यह पर्व प्रतीक है इस विचार का कि नाग या सर्प हमारे दुश्मन नहीं बल्कि प्रकृति के रक्षक हैं. किसान समाज में इन्हें मित्र माना जाता है क्योंकि ये फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को खाते हैं. लेकिन इसी सांप के नाम से आमजन के मन में डर भी होता है. लोग इन्हें देखते ही मारने को दौड़ते हैं. ऐसे में नाग पंचमी का पर्व हमें यह याद दिलाता है कि सर्पों का संरक्षण जरूरी है — और अकोला के जयदीप उर्फ बाळ काळणे इसका जीवंत उदाहरण हैं. उनके कार्य को सम्मानित करते हुए उन्हें "वाइल्डलाइफ वार्डन" के मानद पद पर नियुक्त किया गया है. महाराष्ट्र के वनमंत्री और कई सामाजिक संगठनों ने उन्हें सम्मानित किया है.
राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के बिजौलियां उपखंड क्षेत्र के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल तिलस्वां महादेव क्षेत्र में रविवार देर रात से हो रही भारी बरसात के कारण गांव में बाढ़ जैसे हालत उपत्पन्न हो गए हैं. तिलस्वा कस्बे से होकर गुजरने वाली ऐरू नदी 8 फीट ऊंचाई से बहने के कारण सड़क सहित मंदिर में 4 से 5 फीट तक पानी भर गया है. इसके कारण यहां आने वाले श्रद्धालुओं और आमजन का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. इसके साथ ही कस्बे में इधर से उधर जाने के लिए भी लोग नाव का सहारा ले रहे हैं.
गौरक्षकों और पुलिस से त्रस्त होकर महाराष्ट्र भर के कत्लखाने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. कुरैशी समुदाय पशु खरीद-बिक्री का पारंपरिक व्यवसाय करता है और इस व्यवसाय में उन्हें असामाजिक तत्वों द्वारा मॉब लिंचिंग, पुलिस कार्रवाई जैसी अड़चण का सामना करना पड़ रहा है. पशु खरीद-बिक्री का लीगल परमीट होने के बावजूद कई बार गौरक्षा के नाम पर असामाजिक तत्व, पुलिस इन्हें परेशान कर रही है. इसे देखते हुए नागपुर समेत महाराष्ट्र के सभी कुरैशियों ने कत्लखाने, पशु खरीद-बिक्री बंद कर हड़ताल शुरू कर दी है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार, 1 जून को मॉनसून की शुरुआत के बाद से भारत में सामान्य से सात प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है, लेकिन मौसमी वर्षा राज्यों में असमान रूप से देखी गई है. इस अवधि के दौरान देश में 447.8 मिमी वर्षा हुई, जबकि सामान्यतः 418.9 मिमी वर्षा होती है, और विभिन्न क्षेत्रों में इसमें काफी भिन्नता है.
मध्य प्रदेश के आगर मालवा में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बारिश ने दस्तक दे दी है. शनिवार सुबह से शुरू हुई झमाझम बारिश रविवार शाम तक जारी. इस बारिश की वजह से जहां एक तरफ लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली तो वहीं किसानों के चेहरों पर भी उम्मीद की किरण जगा दी है. लेकिन लगातार दो दिन ओर एक रात हुई बारिश के बाद शहर की सड़कें पानी में डूब गई हैं और कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है. सड़कों पर स्कूल वाहन से लेकर आम लोगो को भी निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हाइवे ओर नीची सड़कों पर दो फिट तक पानी भर गया. कलेक्टर आगर मालवा ने भारी बारिश के चलते सोमवार को सभी स्कूलों में छुट्टी का ऐलान कर दिया.
सोमवार को संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की शुरुआत हुई. इस पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष चर्चा से भाग क्यों रहा है? उन्हीं ने मांग की थी कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होनी चाहिए और जब सरकार चर्चा के लिए तैयार है, तो चर्चा से भाग क्यों रहे हैं? आतंक और आतंकवाद पर पूरा विपक्ष चर्चा नहीं होने दे रहा है. उन्होंने सवाल किया कि क्या चेहरे से नक़ाब उतरने का डर है? आतंक और आतंकवादियों से क्या संबंध? आखिर पी. चिदंबरम ये क्यों कह रहे हैं, सबूत मांग रहे हैं कि पाकिस्तान का हाथ कहां से था? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जो भाषा बोल रहा है, वही भाषा चिदंबरम और कांग्रेस बोल रही है. कृषि मंत्री ने सवाल किया कि यह चर्चा क्यों नहीं होनी चाहिए? चेहरे से नकाब क्यों नहीं हटना चाहिए? आखिर किस बात का डर है? सारा देश देख रहा है कि ये चर्चा से भागते हैं और ऐसी भाषा बोलते हैं जो पाकिस्तान या देश के दुश्मनों की होती है. संपूर्ण विपक्ष के चेहरे से नकाब उतर चुका है.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हकृवि) में हरियाली तीज उत्सव पर फैकल्टी क्लब द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में हकृवि की महिला सदस्यों ने भाग लिया. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज की धर्मपत्नी और कैंपस स्कूल की निदेशिका संतोष कुमारी ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिलाओं को तीज त्यौहार की शुभकामनाएं दी. मुख्य अतिथि संतोष कुमारी ने अपने संंबोधन में कहा कि त्यौहार हमारी आस्था, श्रद्धा, परंपरा और संस्कृति का प्रतीक हैं. उन्होंने कहा कि तीज का त्यौहार उत्तर भारत में बहुत लोकप्रिय है. यह त्यौहार विशेष कर महिलाओं द्वारा बड़े उत्साह एवं हर्षौल्लास के साथ मनाया जाता है. यह त्यौहार लहलाती प्रकृति और प्रेम के रंगों को समेटे हरियाली तीज अखंड सौभाग्य एवं परिवार की कुशलता के लिए किया जाने वाला व्रत है. मान्यता है कि सौभाग्यवती महिलाएं अपने सुहाग को अखंड बनाए रखने के लिए यह व्रत करती है. ऐसा माना जाता है कि सबसे पहले यह व्रत माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए रखा था. उन्हीं का अनुसरण करते हुए महिलाएं माता पार्वती और शिवजी जैसा दाम्पत्य जीवन पाने के लिए यह व्रत करती हैं.
कोटा बैराज के 12 गेट खोले गए। करीब 2 लाख 90 हजार 544 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश से बांधों में पानी की अच्छी आवक हो रही है. इसके चलते कोटा जिले के दो बांधों से पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. कोटा बैराज के सुबह 7 बजे 12 गेट खोले गए हैं. इनमें 6 गेट 20-20 फीट और 6 गेट 25-25 फीट खोले गए हैं. करीब 2 लाख 90 हजार 544 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. बैराज से पानी छोड़ने से चंबल किनारे बसी निचली बस्तियों तक पानी पहुंच गया है. कोटा बैराज की क्षमता 854 फीट है। वर्तमान में जल स्तर 852.80 फीट पहुंच गया है. नवनेरा बांध के सुबह 7 बजे करीब 11 गेट खोलकर 2 लाख 47 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. ERCP के पहले बांध नवनेरा में भी पानी की अच्छी आवक हो रही है. नवनेरा बांध के सुबह 7 बजे करीब 11 गेट खोलकर 2 लाख 47 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. विभाग ने नदी के किनारों व भराव क्षेत्र में स्थित गांवों में अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने जिले में भारी बारिश की संभावना जताई है.आसमान में काली घटाएं छाई हुई हैं। सुबह सवा 9 बजे बाद रिमझिम बारिश शुरू हुई. जिला कलेक्टर पीयूष समारिया ने सोमवार व मंगलवार को स्कूलों में अवकाश घोषित किया है. कलेक्टर ने जिले में कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी व निजी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है. छुट्टी केवल विद्यार्थियों के लिए लागू है. स्कूल का स्टाफ नियमित रूप से काम करेगा। इस अवधि में पूर्वनिर्धारित परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएंगी.
मंगलवार यानी 29 जुलाई को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) की तरफ से चंडीगढ़ में एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई है. संगठन की तरफ से बताया गया है कि दोपहर 1 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर-35 स्थित किसान भवन के चिनाब हॉल में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी वरिष्ठ किसान नेताओं के हिस्सा लेने की जानकारी संगठन की तरफ से दी गई है.
बिहार के कई हिस्सों में मॉनसून फिर से सक्रिय हो गया है. राजधानी पटना में 10 घंटे तक बारिश की खबरें हैं और अब शहर में बाढ़ के हालात हो गए हैं. पटना के नाला रोड मे सड़क में भयंकर पानी भर गया है. दुकानों में भी पानी घुस रहा है और इसकी वजह से लोगों को चलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
भाजपा युवा मोर्चा ने मंगलवार को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है. उसका आरोप है कि कर्नाटक सरकार किसानों को गुमराह करने के लिए कृत्रिम कीटनाशक वितरित कर रही है और कीटनाशकों की झूठी कमी पैदा कर रही है. यह विरोध प्रदर्शन बेंगलुरु को छोड़कर सभी जिलों में आयोजित किया जाएगा.
एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि ओडिशा में बाढ़ से छह जिलों के 11,000 से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. उन्होंने बताया कि मयूरभंज, बालासोर, भद्रक, जाजपुर, सुंदरगढ़ और क्योंझर जिलों के प्रभावित इलाकों से 1,000 से ज्यादा लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विशेष राहत आयुक्त डी.के. सिंह ने कहा कि भारी बारिश के बाद सुवर्णरेखा, बैतरणी और जलका नदियों के उफान पर आने के कारण बाढ़ आई है. उनका कहना था कि "बचाए गए लोगों को विभिन्न चक्रवात केंद्रों और अन्य इमारतों में आश्रय दिया गया है। सरकार उन्हें सूखा भोजन और पका हुआ भोजन उपलब्ध करा रही है. बालासोर जिले में ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) की पांच टीमें, एनडीआरएफ की एक टीम और अग्निशमन सेवा की 26 टीमें तैनात की गई हैं. सिंह ने बताया कि मयूरभंज ज़िले में एक ओडीआरएएफ और 23 अग्निशमन दल तैनात किए गए हैं. उन्होंने बताया कि भद्रक जिले में एक ओडीआरएएफ, एक एनडीआरएफ और 13 अग्निशमन दल भेजे गए हैं, जबकि जाजपुर जिले में एक ओडीआरएएफ, एक एनडीआरएफ और 14 अग्निशमन दल भेजे गए हैं.
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से 1.1 डिग्री अधिक है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, अधिकतम तापमान बढ़कर 37.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. आईएमडी के अनुसार, दिल्लीवासियों को दिन में बादल छाए रहने और मध्यम बारिश की उम्मीद है. सुबह 8:30 बजे आर्द्रता का स्तर 76 प्रतिशत दर्ज किया गया.
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में 28 जुलाई यानी सोमवार को भारी बारिश की आशंका जताई गई है. मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून की तरफ से समेत पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर जिले के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. कुछ जिलों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही बिजली चमकने के साथ तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है. राज्य में दो अगस्त तक तेज बारिश रहने की आशंका है.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को एक पेड़ की छांव में ग्रामीणों के एक समूह से बातचीत की. इस बातचीत में सीएम मान ने किसानों से 'रंगला पंजाब' बनाने के लिए उनके सुझाव लिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जब पदभार संभाला था, नहर के पानी का केवल 21 प्रतिशत ही सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था, लेकिन अब यह बढ़कर 63 प्रतिशत हो गया है. मान ने गांववालों को बताया कि राज्य सरकार के ठोस प्रयासों से पहली बार नहर और नदियों का पानी गांवों के अंतिम छोर तक पहुंच पाया है.
गुजरात में सोमवार यानी 28 जुलाई को भारी बारिश की आशंका है. यहां के बनासकांठा और साबरकांठा जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा, पाटन, मेहसाणा, गांधीनगर, अहमदाबाद, सुरेंद्रनगर, खेड़ा, अरावली, महिसागर, दाहोद, पंचमहल, आनंद, वडोदरा, छोटा उदेपुर, भरूच, नर्मदा, नवसारी, वलसाड, भावनगर, अमरेली, राजकोट और बोटाद सहित 21 और जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां भारी बारिश की संभावना है.
अधिकारियों ने बताया है कि 20 जून को राज्य में मॉनसून की शुरुआत से लेकर अब तक हिमाचल प्रदेश को 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. राज्य में अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 88 लोगों की मौत हो चुकी है और 35 लापता हैं, और 1,316 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, इस मॉनसून के दौरान राज्य में 42 बार अचानक बाढ़, 25 बार बादल फटने और 32 भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं. स्थानीय मौसम विभाग ने रविवार को चार जिलों - कांगड़ा, कुल्लू मंडी और शिमला - के अलग-अलग इलाकों में मंगलवार के लिए भारी से बहुत भारी बारिश के साथ गरज और बिजली गिरने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया.
आने वाले दिनों में राज्य में भारी बारिश की भविष्यवाणी से पहले, कई जिलों ने 28 और 29 जुलाई को स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा की है. बारां, अंता, बांसवाड़ा, कोटा, डूंगरपुर, झालावाड़, भीलवाड़ा, अजमेर, टोंक और चित्तौड़गढ़ में जिला कलेक्टरों ने स्कूल की छुट्टियों के आदेश जारी किए हैं. पाली, अजमेर, टोंक और बारां सहित कई स्थानों पर रविवार को व्यापक वर्षा दर्ज की गई. एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव का क्षेत्र, जो मध्य प्रदेश पर एक अवसाद से कमजोर हो गया था, वर्तमान में राजस्थान के उत्तर-मध्य भागों में स्थित है, जिससे राज्य में व्यापक वर्षा हो रही है, जयपुर में मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार को कहा. पाली, चित्तौड़गढ़ और बारां सहित कई इलाकों में रविवार को बारिश हुई. लगभग दो घंटे तक चली भारी बारिश से पाली के सादड़ी क्षेत्र में सड़कें जलमग्न हो गईं. बांसवाड़ा के कुशलगढ़ में सबसे अधिक 136 मिमी बारिश दर्ज की गई. मौसम केंद्र ने कहा कि 29 और 30 जुलाई को भरतपुर, जयपुर और अजमेर संभाग में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है, जबकि बीकानेर संभाग में कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से दो डिग्री ज्यादा है. सुबह-सुबह शहर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.5 डिग्री अधिक 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, सोमवार को और बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने सोमवार को गरज के साथ बारिश की भविष्यवाणी की है, अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 34 और 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. रविवार शाम 5.30 बजे तक उमस का स्तर 59 फीसदी था.