मॉनसून की विदाई के साथ ही अब उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम शुरू होने को है. लेकिन उससे पहले उमस और गर्मी लोगों को परेशान कर रही है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और कुछ और राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस बार भीषण सर्दी को लेकर अलर्ट किया है. मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि मॉनसून के बाद अब देश के उत्तरी राज्य इस साल पड़ने वाली भीषण सर्दी के लिए खुद को तैयार कर लें. मौसम अपडेट्स के साथ-साथ आप यहां किसानों के लिए सरकारी योजनाओं के फायदे और कृषि से जुड़ी अहम खबरें भी पढ़ सकते हैं.
एनसीपी मंत्री बाबासाहेब पाटिल के इस बयान पर कि किसान कर्जमाफी के प्रति जुनूनी हो गए हैं, सुप्रिया सुले ने कड़ी निंदा की है. एनसीपी (एससीपी) सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, 'मैं इस सरकार के मंत्रियों की असंवेदनशीलता की निंदा करती हूं. किसानों ने काफी कष्ट सहा है और अब उनका मजाक उड़ाया जा रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. देश और महाराष्ट्र में कई सभ्य लोग हैं लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा कि महाराष्ट्र सरकार को क्या हो गया है.'
महाराष्ट्र सरकार ने जून से सितंबर की अवधि के दौरान भारी बारिश, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों के लिए एक विशेष राहत पैकेज की घोषणा की है. साथ ही 251 तालुकाओं को पूरी तरह से प्रभावित और 31 तालुकाओं को आंशिक रूप से प्रभावित घोषित किया है. शनिवार को सरकार के राहत और पुनर्वास मंत्री मकरंद जाधव-पाटिल ने कहा कि सरकार ने इन क्षेत्रों को सूखे जैसी स्थिति में लागू होने वाली रियायतों की पेशकश की है. उन्होंने एक बयान में कहा कि करीब 65 लाख हेक्टेयर फसल क्षेत्र क्षतिग्रस्त हो गया - जून और अगस्त के बीच 26.69 लाख हेक्टेयर और सितंबर में लगभग 39 लाख हेक्टेयर. मंत्री ने कहा कि मृतक पीड़ितों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये मिलेंगे, जबकि घायलों को 5,400 रुपये से 16,000 रुपये तक की सहायता मिलेगी.
सिक्किम सरकार द्वारा वन भूमि पर 1980 से पहले बसे पारंपरिक वन श्रमिकों, जिन्हें तौंग्यादार कहा जाता है, की बस्तियों को नियमित करके उनके योगदान को मान्यता देने की योजना पर रोक लगा दी गई है. केंद्र ने राज्य से भूमि उपयोग और लेआउट योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी देने को कहा है.पर्यावरण मंत्रालय की वन सलाहकार समिति (FAC) ने 26 सितंबर को हुई अपनी बैठक में इस प्रस्ताव पर विचार किया, जिसमें पुरानी तौंग्या बस्तियों को राजस्व गाँवों में बदलने के लिए लगभग 57 हेक्टेयर वन भूमि के हस्तांतरण का प्रस्ताव है. सिक्किम ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों ने समिति को बताया कि इस कदम का उद्देश्य उन तौंग्यादार परिवारों के अधिकारों और आजीविका को सुरक्षित करना है, जो 1980 में वन संरक्षण अधिनियम लागू होने से बहुत पहले से वन विभाग के साथ पेड़ लगाते, उनकी देखभाल करते और वनों की रक्षा करते आ रहे थे. तौंग्यादारी या तौंग्या प्रणाली एक पारंपरिक वन प्रबंधन पद्धति थी, जो विलय से पहले के युग से चली आ रही है, जब सिक्किम राजशाही था. इस प्रणाली के तहत, परिवारों को तीन साल तक पेड़-पौधे लगाने और उनकी देखभाल करने के लिए छोटे-छोटे वन क्षेत्र आवंटित किए जाते थे. बदले में, उन्हें जमीन के एक हिस्से पर खाद्यान्न उगाने की अनुमति दी जाती थी और उन्हें उनके श्रम के लिए एक छोटी सब्सिडी या दैनिक मजदूरी मिलती थी. ये तौंग्यादार जंगल के किनारे रहते थे, फसल उगाते थे, मवेशी पालते थे और जंगलों को आग और अवैध कटाई से बचाते थे.
उत्तराखंड सरकार ने दुर्गम क्षेत्रों में तैनात वन कर्मियों को आवास भत्ता देने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को कहा कि वन कर्मी राज्य की बहुमूल्य वन संपदा और वन्यजीवों की रक्षा के लिए कठिन परिस्थितियों में दिन-रात काम करते हैं. दुर्गम और दुर्गम क्षेत्रों में तैनाती के दौरान उन्हें अपने परिवारों से दूर रहना पड़ता है और ऐसे में उनके परिवारों के लिए अलग आवास की व्यवस्था करना एक बड़ी चुनौती होती है. धामी ने कहा, 'इस कठिनाई को देखते हुए, सरकार ने दुर्गम क्षेत्रों में तैनात वन कर्मियों को आवास भत्ता देने का फैसला किया है, जहाँ स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध नहीं हैं.' मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्त विभाग की सहमति से ऐसे दूरस्थ क्षेत्रों की पहचान की जाएगी और वहां यह सुविधा लागू की जाएगी.
तमिलनाडु, केरल, महे, आंध्र प्रदेश और तटीय कर्नाटक में 8 से 12 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ इलाकों में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है. इन राज्यों के कई जिलों में गरज-चमक और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया गया है. केरल के कई जिलों में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों में उत्तर भारत में सर्दी बढ़ने की आशंका जताई है. आईएमडी के अनुसार शुष्क पछुआ और उत्तर-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं जिनके असर से तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है. आने वाले कुछ दिनों तक यूपी के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहने वाला है. आईएमडी के मुताबिक मौसम के शुष्क बने रहने से दिन में तेज धूप और रात में हल्की ठंडक महसूस होगी.शनिवार को राज्य के कई हिस्सों का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया. इटावा और उरई में न्यूनतम तापमान 15 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया.
उत्तराखंड में पर्वतीय इलाकों में आंशिक बादल मंडराने के साथ ही धूप खिली रहेगी. वहीं बारिश का दौर थमने के बाद चार धाम यात्रा के लिए केदारनाथ और बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं के आने के पिछले साल के रिकॉर्ड भी टूट गए हैं. यात्रा अंतिम चरण की ओर बढ़ रही है, वही चारों धामों के कपाट बंद होने से पहले बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. राज्य में बारिश थमने के बाद से तापमान बढ़ने लगा है. हालांकि सुबह और शाम की गुलाबी ठंड बरकरार है. मौसम फिलहाल साफ बना हुआ है और आगे भी इसी तरह साफ मौसम रहने की संभावना है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है. मौसम एजेंसी ने आज आंध्र प्रदेश, असम, मेघालय, तटीय कर्नाटक, लक्षद्वीप, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में भारी वर्षा की संभावना जताई है. IMD के अनुसार, अगले 4 दिनों के दौरान केरल, माहे, तेलंगाना और तमिलनाडु में गरज के साथ बिजली और तेज़ हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है.
सैटेलाइट से मिले आंकड़ों में शनिवार को पराली जलाने की घटनाओं का पता चला. पंजाब में 14, हरियाणा में एक और पड़ोसी उत्तर प्रदेश-एनसीआर क्षेत्र में 42 घटनाएं दर्ज की गईं. मौसम विभाग (आईएमडी) ने रविवार को आसमान साफ रहने का अनुमान लगाया है, न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमशः 19 और 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दो प्रमुख कृषि योजनाओं, 'प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना' और 'दलहन में आत्मनिर्भरता मिशन' के शुभारंभ की सराहना की. उन्होंने इन्हें देश की कृषि यात्रा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर और किसानों की समृद्धि और सम्मान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, सीएम धामी ने पहल के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की और लिखा, 'आज का दिन भारत के कृषि इतिहास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि लेकर आया है. माननीय प्रधानमंत्री ने 'पीएम धन-धान्य कृषि योजना' और 'दहलान आत्मनिर्भर मिशन' का शुभारंभ किया है जिससे देश के अन्नदाताओं के जीवन में समृद्धि और सम्मान का एक नया अध्याय शुरू हुआ है. इन योजनाओं के माध्यम से कृषि बुनियादी ढांचे, सिंचाई, भंडारण और फसल विविधता के क्षेत्र में नए अवसर खुलेंगे, जिससे हर किसान के खेत में समृद्धि आएगी.'
दिल्ली में सर्दी का प्रकोप बढ़ने के साथ ही, शहर वायु प्रदूषण में एक और मौसमी उछाल के लिए तैयार है_ शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 199 रहा, जो 'खराब' श्रेणी से बस कुछ ही डिग्री कम है_ भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, शहर का न्यूनतम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.6 डिग्री कम है, जबकि अधिकतम तापमान 30.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 3.9 डिग्री कम है. शाम 4 बजे, दिल्ली का AQI 199 के साथ "मध्यम" श्रेणी में दर्ज किया गया। 201 से 300 के बीच का AQI "खराब" श्रेणी में आता है. आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में आखिरी बार जून में एक्यूआई "खराब" दर्ज किया गया था. डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के प्रदूषण में परिवहन क्षेत्र का सबसे बड़ा योगदान रहा, जो कुल उत्सर्जन का 17.9 प्रतिशत है.