देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव हो गया है. इसके चलते उत्तराखंड और हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
उत्तर प्रदेश अब केवल देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में देश का भविष्य गढ़ने वाला अग्रणी प्रदेश बनता जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने तकनीक को शासन, शिक्षा, कृषि, सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में समावेशित कर जनकल्याण के नए आयाम गढ़े हैं. 'एआई प्रज्ञा' से लेकर 'यूपी एग्रीज', आईबीएम और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के सहयोग से शुरू हुई पहल से लेकर लखनऊ को एआई सिटी बनाने की तैयारी तक उत्तर प्रदेश एक ऐसी डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, जहां नागरिक सेवाओं में पारदर्शिता, उत्पादकता और दक्षता को नया आयाम मिल रहा है.
चंडीगढ़: पंजाब मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को नकली बीजों की बिक्री को गैर-जमानती अपराध बनाने के लिए बीज (पंजाब संशोधन) विधेयक 2025 पेश करने को मंज़ूरी दे दी. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया. इसमें कहा गया है कि मंत्रिमंडल ने राज्य के किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीजों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बीज (पंजाब संशोधन) विधेयक 2025 पेश करने को मंजूरी दे दी है. (पीटीआई)
रायसेन जिले में 3 दिनों से भारी बारिश
आधा दर्जन पुलों पर पानी शहरों और गांवो का संपर्क टूटा
उदयपुरा से सिलवानी का संपर्क तेंदुनी नदी के पुल पर 3 फिट पानी होने से टूटा
बेगमगंज का संपर्क सुल्तानगंज से पुल पर पानी होने से टूटा
उदयपुरा से गाडरवाड़ा का संपर्क रहली नाले पर 3 फिट पानी होने से टूटा
हजारों कावड़िये नर्मदा जल भरने से रुके
अलग अलग 5 नदी नालों पर नदी नालों का पानी से संपर्क टूटा
तेलंगाना सरकार ने मानसून से पहले बाढ़ राहत उपायों को लागू करने के लिए ₹33 करोड़ (प्रत्येक जिले के लिए ₹1 करोड़) स्वीकृत किए हैं. आवंटित धनराशि का उपयोग नावों, लाइफ जैकेट, सायरन, रस्सियों, कटर और अन्य बाढ़ राहत उपकरणों सहित आवश्यक उपकरणों की खरीद के लिए किया जाएगा.
कोलकाता: अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को पड़ोसी राज्य झारखंड की ओर बढ़ते हुए भी, मॉनसून के तेज प्रवाह के कारण पश्चिम बंगाल में बारिश जारी रहने की संभावना है. उन्होंने बताया कि दबाव के पश्चिम की ओर बढ़ने के साथ ही दक्षिणी जिलों में बादल छाए रहने की स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है. एक अधिकारी ने कहा, "हालांकि दबाव का क्षेत्र दूर चला गया है, लेकिन तेज़ मानसूनी प्रवाह के कारण, पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है, अगले 24 घंटों में कुछ जिलों में भारी बारिश हो सकती है." (पीटीआई)
उत्तर प्रदेश में पहली बार सीएम योगी की महत्वाकांक्षी योजना गो सेवा से समृद्धि की रफ्तार पकड़ेगा यूपी
अयोध्या, गोरखपुर, वाराणसी, चित्रकूट, कानपुर, आगरा, बरेली, झांसी से होने जा रही शुरुआत
परंपरा और तकनीक के समन्वय से आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की दिशा में बड़ा कदम
महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ नवयुवकों को दी जा रही प्राथमिकता
ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आय के नए अवसरों की होगी भरमार
प्रत्येक गोशाला से 25 लाख रुपये वार्षिक आय की क्षमता विकसित करने का लक्ष्य
गांवों में औषधीय और कृषि उत्पादों के साथ ही पंचगव्य से बनाए जाएंगे सौंदर्य उत्पाद
मुख्यमंत्री के ग्राम-ऊर्जा मॉडल से हर गांव बनेगा ऊर्जा उत्पादन केंद्र
आदिवासियों को रोजगार और प्रवासियों को बढ़ावा देने के मकसद से 16 साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में मॉनसून फेस्टिवल शुरू किया था. आज यह फेस्टिवल लाखों लोगों के लिए वरदान बन गया है. गुजरात के हिल स्टेशन सापुतारा में 13 राज्यों से करीब 350 से ज्यादा कलाकार इकट्ठा हुए जिनको देखने लाखो लोगों की भीड़ जमा हुई थी. दरअसल इस हिल स्टेशन सापुतारा में मेघ मल्हार नाम से मॉनसून फेस्टिवल मनाया जा रहा है. साल 2009 में शुरू हुए इस फेस्विटल का मकसद टूरिज्म को बढ़ावा देना और आदिवासियो के लिए रोजगार पैदा करना था. 23 दिनों तक चलने वाले इस फेस्टिवल में 13 राज्यों से 350 से ज्यादा कलाकार हिस्सा लेते हैं
लुधियाना में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने पंजाब सरकार की लैंड पूलिंग नीति के खिलाफ प्रदर्शन किया. उपायुक्त कार्यालय के बाहर किसानों की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने कॉलोनाइजरों से पहले ही करोड़ों रुपए एडवांस में ले लिए हैं और अब किसानों की जमीनें जबरन छीनने की तैयारी कर रही है. सुखबीर सिंह बादल ने चेतावनी दी कि अकाली दल सरकार को किसानों की एक इंच भी जमीन छीनने नहीं देगा. सुखबीर ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों से जबरदस्ती करीब 60 हजार एकड़ जमीन लेगी और फिर उस जमीन को बेचकर पिछले कर्ज चुकाएगी.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि कि कांग्रेस कारगिल विजय दिवस पर भी सवाल उठाती रही है. उन्होंने कहा, 'UPA 1 सरकार में कभी कारगिल विजय दिवस नहीं मनाया गया.कांग्रेस के एक सांसद ने कहा था, हम क्यों मनाएं कारगिल विजय दिवस, यह देश का नहीं, पार्टी का युद्ध. कांग्रेस पाकिस्तान की भाषा बोलती है और पाकिस्तान, दुनिया में इनके बयानों का उदाहरण देता है कांग्रेस,.प्रधानमंत्री का विरोध करते-करते देश का ही विरोध करने लगी है. कांग्रेस ऑपरेशन सिंदूर पर भी सवाल खड़े करने का पाप कर रही है.'
आईएमडी ने अगले कुछ दिनों में ओडिशा में भारी बारिश का अनुमान लगाया है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र दबाव में तब्दील हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि इसके प्रभाव में, ओडिशा में शुक्रवार को ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी, जबकि कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश (21 सेमी से ज्यादा) होगी. आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि 26-28 जुलाई के दौरान राज्य के कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की भी संभावना है.जलवायु विशेषज्ञों के अनुसार, दबाव एक मौसम प्रणाली है जो आमतौर पर बादल, गीली और हवादार परिस्थितियों से चिह्नित होती है. बुलेटिन में कहा गया है कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र दबाव में तब्दील हो गया है. भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को क्योंझर और मयूरभंज जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का रेड अलर्ट और 10 और जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं मछुआरों को 28 जुलाई तक उत्तरी ओडिशा तट के समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद के कपकोट में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. यहां आये दिन पहाड़ियों से मलबा और बोल्डर गिरने की घटनायें बढ़ती जा रही हैं. इससे सड़कों के बंद होने का सिलसिला भी लगातार जारी है. देर शाम हुई मूसलाधार बारिश से कपकोट क्षेत्र की 9 सड़कें बंद हो गई हैं. यहां देर शाम 74 एमएम से ज्यादा बारिश होने से पहाड़ों से मलबा, बोल्डर और पेड़ गिरने की कई घटनाएं हुई हैं. लगातार हो रही बारिश की वजह से सड़कों के बंद होने की घटनाओं की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने 57 जेसीबी मशीनें तैनात गई हैं. ताकि जैसे ही सड़कों पर मलबा व बोल्डर गिरे तो जल्द सड़क मार्ग सुचारु रूप से शुरू किया जा सके.
अलर्ट के बीच ही छत्तीसगढ़ के रायपुर में भारी बारिश हो रही है. बारिश की वजह से शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया है. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मध्य छत्तीसगढ़ में तेज बारिश हो सकती है. साथ ही बिजली चमकने और तेज हवाओं को लेकर भी चेतावनी जारी की गई है.
एक उच्चस्तरीय बैठक में, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने उत्तराखंड में संचालित सभी बांध परियोजनाओं को सख्त निर्देश जारी किए; इन निर्देशों में पानी छोड़ने से पहले अधिकारियों के साथ पूर्व सूचना साझा करना अनिवार्य कर दिया गया. राज्य सरकार द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सुमन ने बांध संचालकों को राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) और संबंधित जिला प्रशासन को पहले से सूचित करने का निर्देश दिया, जिसमें छोड़े गए पानी के निचले इलाकों तक पहुंचने के अनुमानित समय और उसके संभावित प्रभाव का विवरण दिया गया हो. इससे संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वालों को समय पर अलर्ट मिल सकेगा. प्रमुख जलविद्युत परियोजनाओं, सिंचाई विभाग, यूजेवीएनएल और केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान, सुमन ने रीयल टाइम आंकड़ों को साझा करने पर जोर दिया. उन्होंने परियोजना प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि वे नदी के जल स्तर और निर्वहन के आंकड़ों को—पूर्व चेतावनी प्रणाली सेंसरों के माध्यम से एकत्रित—निरंतर निगरानी के लिए एपीआई एकीकरण के माध्यम से उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) को भेजें.
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में शुक्रवार को खेत में काम करते समय बिजली गिरने से 50 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि करारी थाना क्षेत्र के जमदुआ गांव की रहने वाली केसरी देवी अपने धान के खेत में काम कर रही थीं, तभी भारी बारिश के बीच बिजली गिर गई. पुलिस ने बताया कि आस-पास काम कर रहे लोगों ने उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. |
गंगा पश्चिम बंगाल और इससे सटे झारखंड क्षेत्र पर बना अवदाब पिछले 6 घंटों के दौरान 25 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ा है. इस वजह से अगले 36 घंटों के दौरान इसके झारखंड और इससे सटे उत्तर छत्तीसगढ़, पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश और दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश के भागों की ओर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की बहुत अधिक संभावना है.
आईएमडी ने अगले कुछ दिनों में ओडिशा में भारी बारिश का अनुमान लगाया है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र दबाव में तब्दील हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि इसके प्रभाव में, ओडिशा में शुक्रवार को ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी, जबकि कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश (21 सेमी से ज्यादा) होगी. आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि 26-28 जुलाई के दौरान राज्य के कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की भी संभावना है.जलवायु विशेषज्ञों के अनुसार, दबाव एक मौसम प्रणाली है जो आमतौर पर बादल, गीली और हवादार परिस्थितियों से चिह्नित होती है. बुलेटिन में कहा गया है कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र दबाव में तब्दील हो गया है. भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को क्योंझर और मयूरभंज जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का रेड अलर्ट और 10 और जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं मछुआरों को 28 जुलाई तक उत्तरी ओडिशा तट के समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में शुक्रवार को खेत में काम करते समय बिजली गिरने से 50 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि करारी थाना क्षेत्र के जमदुआ गांव की रहने वाली केसरी देवी अपने धान के खेत में काम कर रही थीं, तभी भारी बारिश के बीच बिजली गिर गई. पुलिस ने बताया कि आस-पास काम कर रहे लोगों ने उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.
मुंबई और उसके आसपास के जिलों में भारी बारिश के कारण, मुंबई पुलिस ने नागरिकों को सलाह दी है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, वे घर के अंदर ही रहें. पुलिस ने जनता को तटीय क्षेत्रों से बचने और सावधानी से वाहन चलाने की सलाह दी है. 26 जुलाई के लिए, मौसम विभाग ने मुंबई में 'कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा' की भविष्यवाणी की है.कोंकण-गोवा जिलों में कुछ स्थानों पर, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. बिजली कड़कने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और मराठवाड़ा जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. आईएमडी ने शनिवार और रविवार को ठाणे जिले में 'कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा' की भविष्यवाणी की है. इसने महाराष्ट्र के रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में 'कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और कुछ स्थानों पर बहुत ज्यादा भारी बारिश कर अनुमान लगाया है. इस बीच, पालघर जिला कलेक्टर डॉ. इंदु रानी जाखड़ ने बताया कि मौसम की चेतावनी के कारण 26 जुलाई को सभी स्कूलों, कॉलेजों और आंगनवाड़ी केंद्रों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. पहले से ही भारी बारिश की मार झेल रहे इस जिले में अगले 24 घंटों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए 2,300 से ज्यादा तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था शनिवार को यहां बेसकैंप से रवाना हुआ. 3 जुलाई को 38 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा के शुरू होने के बाद से अब तक 3.60 लाख से ज़्यादा तीर्थयात्री इस गुफा मंदिर के दर्शन कर चुके हैं. हालांकि, पिछले कुछ दिनों से प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग के पिघलने के कारण मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या कम होने लगी है. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों की सुरक्षा में, 377 महिलाओं और 51 साधुओं और साध्वियों सहित 2,324 तीर्थयात्रियों का 24वां जत्था जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से 92 वाहनों में सवार होकर सुबह 3.25 बजे से 3.45 बजे के बीच कश्मीर स्थित दो आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ.पहला जत्था, जिसमें 34 वाहनों में 741 तीर्थयात्री सवार थे, गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे छोटे लेकिन अधिक ढलान वाले बालटाल मार्ग के लिए रवाना हुआ. इसके बाद 58 वाहनों में 1,583 तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग से यात्रा कर रहा है.इसके साथ ही, 2 जुलाई को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाने के बाद से अब तक कुल 1,39,098 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं. यह तीर्थयात्रा 9 अगस्त को रक्षा बंधन के त्योहार के साथ समाप्त होगी.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार का दिन उमस भरा और झुलसाने वाला रहा. निवासियों को तेज धूप, गर्म हवाओं और बढ़ती आर्द्रता से जूझना पड़ा. पारा 37 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुँच गया और दिन में बमुश्किल बारिश हुई, जिससे मौसम में ज्यादा राहत नहीं मिली. दिल्ली के मुख्य मौसम केंद्र, सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक था, जबकि न्यूनतम तापमान 28.0 डिग्री सेल्सियस रहा. हालांकि, शाम तक, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रोहिणी, नरेला, पीतमपुरा, बादली, मुंडका, पश्चिम विहार और पंजाबी बाग सहित शहर के विभिन्न हिस्सों में हल्की बारिश की भविष्यवाणी करते हुए एक संक्षिप्त अलर्ट जारी किया, जिससे राहत की उम्मीद जगी. हरियाणा और राजस्थान के पड़ोसी इलाकों, जैसे बल्लभगढ़, फतेहाबाद और भद्रा में भी हल्की बारिश होने की उम्मीद है. IMD ने शनिवार को गरज के साथ बारिश की भविष्यवाणी की है, और तापमान 28 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है.