मॉनसून की विदाई के साथ ही अब उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम शुरू होने को है. लेकिन उससे पहले उमस और गर्मी लोगों को परेशान कर रही है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और कुछ और राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस बार भीषण सर्दी को लेकर अलर्ट किया है. मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि मॉनसून के बाद अब देश के उत्तरी राज्य इस साल पड़ने वाली भीषण सर्दी के लिए खुद को तैयार कर लें. मौसम अपडेट्स के साथ-साथ आप यहां किसानों के लिए सरकारी योजनाओं के फायदे और कृषि से जुड़ी अहम खबरें भी पढ़ सकते हैं.
पंजाब के मंत्री लाल चंद कटारूचक ने सोमवार को कहा कि केंद्रीय टीमें धान पर हाल की बारिश के प्रभाव का आकलन करने के लिए जल्द ही राज्य की मंडियों का दौरा करेंगी. खरड़ अनाज मंडी के अपने दौरे के दौरान, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री ने चल रहे खरीद कार्यों पर संतोष व्यक्त किया और चुनौतीपूर्ण मौसम के बावजूद सुचारू खरीद सुनिश्चित करने के लिए किसानों, एजेंसियों और अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि पंजाब में अब तक 18 लाख मीट्रिक टन धान की आवक दर्ज की गई है, जिसमें से 17 लाख मीट्रिक टन की खरीद पहले ही हो चुकी है.एक बयान में, मंत्री ने आगे कहा कि खरीदे गए धान के बदले किसानों को 3,215 करोड़ रुपये का भुगतान जारी किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास चालू खरीफ विपणन सत्र के लिए पहले से ही 27,000 करोड़ रुपये की नकद ऋण सीमा है. उन्होंने कहा, 'कुछ क्षेत्रों में फसलों को हुए खराब मौसम के नुकसान के बावजूद, पंजाब केंद्रीय पूल में 172 लाख मीट्रिक टन धान का योगदान करने का अपना लक्ष्य पूरा करेगा. पंजाब के किसान मौसम की चुनौतियों का बड़ी हिम्मत और दृढ़ता से सामना कर रहे हैं.'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार ने गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है. प्रदेश की सभी गोशालाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के उद्देश्य से सरकार ने यह भी तय किया है कि प्रत्येक जनपद में एक आदर्श गोशाला स्थापित की जाएगी. इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके तहत 'काऊ टूरिज्म' की संभावनाओं को भी तलाशा जाएगा, जिससे गोशालाएं न केवल आत्मनिर्भर बन सकें बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार और आय का साधन उपलब्ध हो सके. सरकार की मंशा है कि गाय से प्राप्त पदार्थों, गोबर, गोमूत्र, दूध, घी और मूत्रजनित उत्पादों के व्यावसायिक उपयोग को बढ़ावा देकर राज्य की गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए. इस दिशा में महिला स्वयं सहायता समूहों को भी जोड़ा जाएगा, ताकि स्थानीय स्तर पर गोबर से बने उत्पादों का उत्पादन और खरीद भी की जा सके. इसके तहत सरकार ने निर्देश दिए हैं कि दीपावली पर्व पर गाय के गोबर से बने दीपों, मूर्तियों और अन्य उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाए और इनके प्रचार-प्रसार के लिए जनमानस में जागरूकता अभियान चलाया जाए.
हरियाणा में बाढ़ से किसानों को हुए भारी नुकसान को लेकर आम आदमी पार्टी बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री नायब सैनी पर हमलावर है. अब AAP के मीडिया प्रभारी ने हरियाणा सरकार पर निशाना साधा है और कहा कि अगर पंजाब में किसानों को 30 दिन में ₹20,000 प्रति एकड़ मुआवजा दिया जा सकता है तो हरियाणा में ऐसा क्यों नहीं हो सकता?.AAP के मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने बताया कि हरियाणा में बाढ़ ने 5.30 लाख किसान, 6,395 गांवों और करीब 31 लाख एकड़ कृषि भूमि को प्रभावित किया. इसके बावजूद किसानों को आज तक एक रुपये मुआवजा नहीं मिला. उन्होंने खुलासा किया कि 8 जिलों में 15,834 एकड़ जमीन की गिरदावरी का काम अभी तक अधूरा है.
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार सुबह एयर क्वालिटी खराब श्रेणी में दर्ज की गई जिसका एक्यूआई 201 दर्ज किया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.6 डिग्री कम 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है, मौसम विभाग ने आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है. आईएमडी ने बताया कि सुबह 8.30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता 85 प्रतिशत रही. सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है.
पिछले दिनों पंजाब ने खतरनाक बाढ़ का सामना किया. सूबे में आई तबाही से लाखों एकड़ जमीन और फसलें बर्बाद हो गईं. पंजाब सरकार ने पीड़ितों की मदद करने के लिए जमीनी स्तर पर कई तरह का काम शुरू किया. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गिरदावरी शुरू करवाई और पीड़ित अवाम को मुआवज़ा मुहैया करवाया. 11 सितंबर को विशेष गिरदावरी की घोषणा हुई और 45 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया. पंजाब में 2,508 गांवों में फसल का नुकसान हुआ, करीब 3.5 लाख एकड़ खेती योग्य जमीन बर्बाद हुई. राज्य सरकार ने किसानों को ₹20,000 प्रति एकड़ मुआवज़ा देना शुरू किया. खुद सीएम भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर इस बात का ऐलान किया है.
महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के करीब 85,000 कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए 6,000 रुपये दिवाली बोनस की घोषणा की. इसके बाद उनके संघ ने अपना प्रस्तावित आंदोलन स्थगित कर दिया.अधिकारियों ने बताया कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और एमएसआरटीसी कर्मचारी संघों की कार्य समिति के प्रतिनिधियों के बीच हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. शिंदे ने कहा कि योग्य कर्मचारियों को 12,500 रुपये दिवाली एडवांस दिया जाएगा, जबकि सरकार वेतन में बदलाव से पैदा बकाया राशि का भुगतान करने के लिए राज्य द्वारा संचालित निगम को हर महीने 65 करोड़ रुपये प्रदान करेगी. उन्होंने कहा, 'जिस तरह सरकार किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है, उसी तरह हमने राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों के लिए भी दिवाली को और भी मधुर बनाने का फैसला किया है.' एमएसआरटीसी के अध्यक्ष और परिवहन मंत्री प्रताप सरनाइक ने कहा कि सरकार ने दिवाली बोनस के लिए लगभग 51 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं.बैठक में वरिष्ठ नौकरशाह और एमएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक डॉ. माधव कुसेकर उपस्थित थे.
मौसम विभाग (IMD) ने पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में बंगाल, बिहार, झारखंड और ओडिशा में तेज बारिश की आशंका जताई है. आईएमडी के अनुसार 15 से 17 अक्टूबर को कोलकाता और पटना जैसे शहरों में 50-70 मिमी बारिश रिकॉर्ड हो सकती है जो बाढ़ की स्थिति पैदा कर सकती है. वहीं 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भविष्यवाणी भी आईएमडी की तरफ से की गई है. असम और मेघालय में भारी वर्षा से नदियां उफान पर आ सकती हैं. यात्रा करने वालों को सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि हवाई और रेल सेवाओं पर असर पड़ सकता है.
भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि मेघालय से दक्षिण-पश्चिम मानसून की 14 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापसी होने की उम्मीद है. इसके अनुसार, राज्य में 2025 में हाल के वर्षों में सबसे कम बारिश वाला मानसून मौसम दर्ज किया गया. आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, मेघालय में देश में सबसे अधिक वर्षा की कमी दर्ज की गई, जो सामान्य से लगभग 56 प्रतिशत कम है.1 जून से 28 जुलाई के बीच, मेघालय में सामान्य 1,555.4 मिमी बारिश के मुकाबले केवल 690.7 मिमी बारिश हुई. पूरे जून-सितंबर की अवधि में, राज्य में लगभग 45 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई, जिसमें सामान्य 2,401.4 मिमी बारिश के मुकाबले 1,328.5 मिमी बारिश हुई.मौसम विज्ञानियों ने इस विसंगति के लिए मानसून की गतिशीलता में बदलाव और नमी के कमजोर प्रवाह को ज़िम्मेदार ठहराया है, जिससे कृषि, जल उपलब्धता और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. राज्य सरकार के अधिकारियों ने बताया कि सभी संबंधित कार्यालयों और विभागों को मानसून की वापसी पर ध्यान देने और शुष्क मौसम की स्थिति के लिए तैयार रहने के लिए सूचित कर दिया गया है.
उत्तर भारत के राज्यों में लगातार कम तापमान दर्ज हो रहा है. पंजाब से सटे हरियाणा में भी 13 अक्टूबर को जनता ने ठंड का अहसास किया. चंडीगढ़ स्थित मौसम केंद्र के अनुसार अंबाला में अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. वहीं हिसार सबसे ठंड रहा जहां पर न्यूनतम तापमान 16.7 डिग्री रिकॉर्ड किया.
तमिलनाडु के कई ज़िलों में भारी बारिश की मौसम विभाग की चेतावनी के बाद, रविवार रात वेल्लोर ज़िले में भारी बारिश हुई. वेल्लोर के लट्टेरी और उसके आसपास के इलाकों में खास तौर पर भारी बारिश हुई. नतीजतन, लट्टेरी के पास पल्लथुर झील अपनी पूरी क्षमता पर पहुंच गई और उफान पर आ गई. अतिरिक्त पानी कनारू नदी में बह गया, जो लट्टेरी झील में मिलने से पहले 20 से ज्यादा गांवों से होकर बहती है. हालांकि, पल्लथुर और लट्टेरी को जोड़ने वाली जल निकासी नहरों की पहले से सफाई नहीं की गई थी. बाढ़ के पानी के अचानक आने से कनारू नदी के तटबंध टूट गए, जिससे पानी आस-पास के खेतों में फैल गया और कोरैपट्टाराई गांव में घुस गया, जिससे कई निवासी प्रभावित हुए.
अगले कुछ दिनों में और बारिश होने की संभावना के चलते, ग्रामीणों ने अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे आवासीय क्षेत्रों में और बाढ़ आने से रोकने के लिए कनारू नदी की धारा का निरीक्षण और रुकावटों को दूर करके तुरंत कार्रवाई करें. वेल्लोर में आज के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार, आज से 16 अक्टूबर, 2025 तक "बिजली के साथ गरज के साथ बारिश" की संभावना है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से तीन डिग्री कम है. मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो मौसम के औसत से 0.6 डिग्री कम है. सोमवार लगातार चौथा दिन था जब 2025-26 के शीतकालीन मौसम के लिए न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया. आईएमडी ने मंगलवार को आसमान साफ रहने का अनुमान लगाया है, अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 33 और 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. सर्दी का मौसम शुरू होने के साथ ही, दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शाम 4 बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 189 दर्ज किया गया, जो इसे 'मध्यम' श्रेणी में रखता है.