उत्तर भारत में सर्दियों की दस्तक के साथ मौसम पूरी तरह बदल चुका है और ठंड का असर साफ नजर आने लगा है. पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बढ़ती शीतलहर के बीच जनजीवन और खेती-किसानी की गतिविधियों पर असर पड़ रहा है. वहीं दक्षिण भारत में लगातार बारिश का दौर बना हुआ है. इस लाइव और लगातार अपडेट होते सेक्शन में आपको खाद-बीज से जुड़ी जानकारी, खेती और गार्डनिंग के उपयोगी टिप्स, किसानों के लिए जरूरी सरकारी योजनाएं और कृषि जगत से जुड़े बड़े राष्ट्रीय घटनाक्रम एक ही जगह मिलते रहेंगे.
इंफाल: पुलिस ने बुधवार को बताया कि सुरक्षा बलों ने मणिपुर के थौबल और चुराचांदपुर जिलों में अलग-अलग ऑपरेशन में हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया और लगभग 40 एकड़ में अफीम की अवैध खेती को नष्ट कर दिया. पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों ने मंगलवार को थौबल जिले के येरुम चिंग इलाके की तलहटी से गोला-बारूद और विस्फोटकों के साथ आठ हथियार बरामद किए. बरामद हथियारों में तीन सिंगल बोल्ट एक्शन राइफल, मैगजीन के साथ पांच 9 एमएम पिस्टल, एक हैंड ग्रेनेड, तीन INSAS मैगजीन, अलग-अलग कैलिबर के 40 गोला-बारूद और चार डेटोनेटर शामिल थे. (पीटीआई)
रांची: भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को अगले दो दिनों में झारखंड के कई हिस्सों में घने कोहरे के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया है. IMD के एक बुलेटिन के अनुसार, गढ़वा, पलामू, चतरा, हजारीबाग, कोडरमा, पश्चिम सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिलों के लिए घने कोहरे का येलो (सावधान रहें) अलर्ट जारी किया गया है. गुमला राज्य में 3.9 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा. इसमें कहा गया है कि 2 जनवरी को सुबह 8:30 बजे तक गिरिडीह और देवघर सहित उपरोक्त जिलों में घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की संभावना है. (PTI)
नई दिल्ली: कोऑपरेटिव संस्था NFCSF ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र में उत्पादन में तेज़ी से बढ़ोतरी के कारण, चल रहे 2025-26 सीज़न के पहले तीन महीनों में भारत का चीनी उत्पादन 23.43 प्रतिशत बढ़कर 11.83 मिलियन टन हो गया है. पिछले साल इसी अवधि में चीनी उत्पादन 9.56 मिलियन टन था, जबकि पूरे 2024-25 सीज़न (अक्टूबर-सितंबर) में कुल उत्पादन 26.18 मिलियन टन रहा. नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज़ लिमिटेड (NFCSF) ने एक बयान में कहा कि 31 दिसंबर तक, लगभग 499 मिलों ने 134 मिलियन टन गन्ने की पेराई की, जिससे 8.83 प्रतिशत की औसत चीनी रिकवरी दर पर 11.8 मिलियन टन चीनी का उत्पादन हुआ. (पीटीआई)
कठुआ: कठुआ के विधायक भरत भूषण और मुख्य बागवानी अधिकारी, कठुआ, अश्विनी शर्मा ने बागवानी किसानों के एक ग्रुप को एक्सपोजर विजिट के लिए हरी झंडी दिखाई. इस ग्रुप में कठुआ, बरनोटी और हीरानगर ब्लॉक के 90 बागवानी किसान शामिल हैं, जो विजयपुर और सांबा इलाकों का दौरा करेंगे और इस सेक्टर में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए प्रगतिशील बागवानी विशेषज्ञों और सरकारी नर्सरी के साथ बातचीत करेंगे. इस मौके पर बधाई देते हुए विधायक भूषण ने कहा कि इस दौरे से किसानों को "ज्ञान हासिल करने" और "अपनी इनकम बढ़ाने" में मदद मिलेगी. विधायक ने कहा, "इस मॉडर्न ज़माने में, युवा बागवानी किसान ड्रैगन फ्रूट, एवोकाडो, लीची और खट्टे फल उगा रहे हैं. किसान ऐसे दौरे से फायदा उठा सकते हैं, लेटेस्ट बागवानी खेती के तरीकों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं और अपनी इनकम बढ़ा सकते हैं." (एएनआई)
नई दिल्ली: बुधवार को वायदा कारोबार में ग्वार सीड की कीमतें 68 रुपये बढ़कर 6,123 रुपये प्रति क्विंटल हो गईं, क्योंकि स्पॉट मार्केट में मजबूत रुझान के बीच सट्टेबाजों ने अपनी पोजीशन बढ़ा दी. नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज पर, जनवरी डिलीवरी के लिए ग्वार सीड कॉन्ट्रैक्ट 68 रुपये या 1.12 प्रतिशत बढ़कर 6,123 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जिसमें ओपन इंटरेस्ट 34,580 लॉट था. बाजार के जानकारों के अनुसार, सट्टेबाजों द्वारा दांव बढ़ाने, स्पॉट मार्केट में मजबूत रुझान और उत्पादक क्षेत्रों से कम सप्लाई के कारण मुख्य रूप से ग्वार सीड की कीमतों में बढ़ोतरी हुई. (पीटीआई)
किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में जयपुर के बाईस गोदाम मैदान में अन्नदाता हुंकार रैली हुई. इसमें राज्य भर से किसान अपने-अपने खर्चे से पर जयपुर पहुंचे. रैली के लिए भोजन का प्रबंध भी हिस्सा लेने वाले किसाानों ने ही किया था. यह रैली राजनैतिक दलों अथवा नेताओं द्वारा आयोजित होने वाली रैलियों से अलग थी क्योंकि ऐसी रैलियों के लिए वे भीड़ जुटाने के लिए अपनी ओर से पैसा खर्च करते है. इस रैली में 2 प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किये गए. इनमें से एक प्रस्ताव गांव के लघु एवं कुटीर उद्योगों को खत्म करने वाली नीति को किसानों की स्थिति के लिए जिम्मेदार माना गया.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान 31 दिसंबर 2025 से 2 जनवरी 2026 तक महाराष्ट्र के अहिल्यानगर और नासिक जिलों के दौरे पर रहेंगे. उनका यह दौरा किसानों, ग्रामीण विकास, महिलाओं के सशक्तिकरण और युवाओं के लिए नए अवसरों को समर्पित रहेगा. इसमें वे विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से केंद्र सरकार की किसान और ग्रामीण हितैषी नीतियों की जानकारी देंगे. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 31 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान अहिल्यानगर (अहमदनगर) में कार्यक्रम में शामिल होंगे. 1 जनवरी को केंद्रीय मंत्री पौधारोपण करने के साथ ही शिरडी में साईं बाबा मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे और सुबह 10 से 11 बजे तक नए साल के मौके पर अपने दोनों मंत्रालयों के अधिकारियों को वर्चुअल सम्बोधन कर संकल्प दिलाएंगे. शाम को शिवराज सिंह शनि शिगणापुर मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे. 2 जनवरी को नासिक में चौहान का प्रमुख कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र, यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र मुक्त विश्वविद्यालय (YCMOU) में आयोजित होगा, जहां दोपहर 12.15 बजे से उनका विस्तृत सत्र निर्धारित है. कार्यक्रम के अनुसार, कुलपति एवं वरिष्ठ अधिकारियों से सौजन्य भेंट के बाद सभागार में औपचारिक उद्घाटन में केंद्रीय कृषि मंत्री शामिल होंगे. यहां उनका उद्बोधन होगा, साथ ही प्रश्नोत्तर और इंटरैक्टिव सत्र के माध्यम से विद्यार्थियों, शोधार्थियों से वे संवाद करेंगे.
इंदौर का भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने से हुई मौतों के आंकड़ों को लेकर अब स्थानीय निवासियों और प्रशासन के बीच विरोधाभास खड़ा हो गया है. जहां क्षेत्र के लोग 8 मौतों का दावा कर रहे हैं, वहीं सरकारी रिकॉर्ड में अब तक 3 मौतों की ही पुष्टि की गई है. इस गंभीर लापरवाही पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सख्त कार्रवाई करते हुए अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि इंदौर में दूषित पानी पीने से उल्टी और दस्त के कारण 8 लोगों की मौत हो गई है, हालांकि प्रशासन ने तीन मौतों की पुष्टि की है. स्थानीय लोगों के अनुसार, भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने से बीमार पड़ने के बाद एक हफ्ते के अंदर छह महिलाओं सहित आठ लोगों की जान चली गई. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना पर दुख जताया है और मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार सभी मरीजों के इलाज का पूरा खर्च उठाएगी. एक अधिकारी ने बताया कि सीएम के निर्देश के बाद, नगर निगम के एक जोनल अधिकारी और भागीरथपुरा में एक असिस्टेंट इंजीनियर को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया, जबकि एक इंचार्ज सब-इंजीनियर की सेवाएं खत्म कर दी गईं. अधिकारी ने बताया कि पानी दूषित होने से हुई मौतों के आरोपों की जांच के लिए एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है.
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में चल रहे अवैध उत्खनन के काले साम्राज्य का पर्दाफाश हुआ है. 'आजतक' की पड़ताल में सामने आया है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के सख्त निर्देशों के बावजूद जिला प्रशासन के कथित संरक्षण में नर्मदा नदी को दिन-दहाड़े छलनी किया जा रहा है. नर्मदा नदी को मध्य प्रदेश की जीवनदायिनी कहा जाता है. वहीं नदी आज खनन माफियाओं के सिंडिकेट का सबसे बड़ा शिकार बनी हुई है. ग्राउंड जीरो से मिली तस्वीरें डराने वाली हैं. सरकार ने नर्मदा नदी में मशीनों के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन सीहोर के घाटों पर भारी-भरकम जेसीबी (JCB) और पोकलेन मशीनें सरेआम रेत निकाल रही हैं. गहरे पानी से रेत निकालने के लिए माफियाओं ने खास तरह की नावें तैयार कर रखी हैं, जो नदी के बीचों-बीच से रेत खींचकर किनारों पर डंप करती हैं. यह सारा खेल रात के अंधेरे में नहीं, बल्कि दिन के उजाले में प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा है. जांच में यह बात प्रमुखता से उभरी है कि बिना स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत के इतना बड़ा अवैध कारोबार मुमकिन नहीं है. ऐसा प्रतीत होता है कि माफियाओं को नदी का सीना चीरने का 'खुला लाइसेंस' मिला हुआ है.
किसान तक के किसान कारवां का 29 दिसंबर से आगाज हुआ था. यह कारवां अपनी यात्रा के दूसरे चरण में 2025 के आखिरी दिन यानी 31 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के संभल पहुंचा है. भीषण ठंड में किसान इस कार्यक्रम में पहुंचे और उन्होंने अपनी भागीदारी इसमें दर्ज कराई है. किसान कारवां का मकसद सरकार और किसानों के बीच एक मजबूत, भरोसेमंद और लगातार चलने वाला संवाद कायम करना है. ये पहल उत्तर प्रदेश सरकार और इंडिया टुडे ग्रुप के सहयोग से शुरू की गई है. संभल में किसान कारवां के दौरान गांव के किसानों के साथ ग्राम प्रधान और कई कृषि वैज्ञानिक भी मौजूद हैं.
महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक किसान संघ के संस्थापक अध्यक्ष भरत दिघोले ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार के बाजार में 'हस्तक्षेप' के कारण पूरे भारत में प्याज उत्पादकों को 2025 में भारी आर्थिक नुकसान हुआ. संघ ने किसानों को 2025 में हुए नुकसान के लिए प्रत्यक्ष सब्सिडी के माध्यम से मुआवजे की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे. नासिक स्थित संघ के प्रमुख दिघोले ने कहा कि रसोई की इस जरूरी वस्तु की कीमतें उत्पादन लागत से काफी कम रहीं. उन्होंने एक बयान में कहा कि जहां उत्पादन लागत 22 से 25 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच थी, वहीं 2025 के दौरान औसत बाजार मूल्य केवल 8 से 18 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच रहा.
किसान कारवां आज यूपी के संभल जिले में पहुंचा है. 31 दिसंबर को यहां पर किसानों से मुलाकात होगी और कई अहम चर्चाएं भी इसमें शामिल होंगी. 75 जिलों की इस यात्रा में संंभल से पहले किसान कारवां अमरोह के गजरौली में आने वाले गांव जमालपुर पहुचा था. उत्तर प्रदेश के हर गांव-शहर से आप तक पहुंचेगी किसान की बात क्योंकि किसान तक है हमेशा किसान के साथ.
राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता मंगलवार को मामूली सुधार के साथ ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई और कुछ हिस्सों में घने कोहरे के कारण दृश्यता कम हो गई थी. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार के लिए भी घने कोहरे का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 388 दर्ज किया गया, जो सोमवार को 401 था. सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार, आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सबसे खराब रही और एक्यूआई 460 दर्ज किया गया. शून्य से 50 के बीच का एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है. 31 दिसंबर और एक जनवरी को एक्यूआई के ‘गंभीर’ श्रेणी में रहने की संभावना है, जबकि दो जनवरी को यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहेगा. अगले छह दिनों तक वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है.
अयोध्या में आज प्राण प्रतिष्ठा के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और CM योगी आदित्यनाथ सुबह करीब 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राम लल्ला मंदिर में पूजा-अर्चना और पूजा-अर्चना में हिस्सा लेंगे. राम लल्ला की प्राण-प्रतिष्ठा 2024 में पौष शुक्ल की द्वादशी को हुई थी.राम मंदिर ट्रस्ट राम लल्ला की प्राण-प्रतिष्ठा की दूसरी सालगिरह मना रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का स्वागत करेंगे.रक्षा मंत्री अयोध्या में रहेंगे और राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की सालगिरह के मौके पर होने वाले धार्मिक रीति-रिवाजों में हिस्सा लेंगे. वह मां अन्नपूर्णा मंदिर में झंडा फहराएंगे. दोपहर करीब 1:30 बजे डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ राम मंदिर के एग्जिट गेट के पास अंगद टीला पर जनता को संबोधित करेंगे.
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर से लगे ग्राम सरगंवा में दहशत का माहौल है. गांव में निकासी पूजा के दौरान रेबीज संक्रमित कुत्ते द्वारा काटे गए बकरे की बलि देकर उसका मांस ग्रामीणों को प्रसाद के रूप में खिलाए जाने का मामला है. बताया जा रहा है कि इस बकरे का मांस का करीब 400 ग्रामीणों ने सेवन किया है. घटना सामने आने के बाद ग्रामीणों में भय और आक्रोश दोनों देखने को मिल रहा है. घटना 28 दिसंबर की बताईं जा रही है. जानकारी के अनुसार 28 दिसंबर को ग्राम सरगंवा में परंपरागत निकासी पूजा का आयोजन किया गया था. हर वर्ष की तरह इस बार भी पूजा के दौरान बकरे की बलि दी गई. ग्रामीणों का आरोप है कि जिस बकरे की बलि दी गई, उसे कुछ दिन पहले एक रेबीज संक्रमित कुत्ते ने काट लिया था. इसके बावजूद गांव के सरपंच नारायण प्रसाद और उपसरपंच कृष्णा सिंह द्वारा उसी बकरे को पूजा में बलि के लिए उपयोग किया गया. गांव की परंपरा के अनुसार निकासी पूजा में बलि दिए गए पशु का मांस पुरुष वर्ग द्वारा प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है. इस बार भी ऐसा ही हुआ और करीब 400 ग्रामीणों ने बकरे का मांस खाया. बाद में जब ग्रामीणों को पता चला कि बकरे को रेबीज संक्रमित कुत्ते ने काटा था तो गांव में हड़कंप मच गया. अब ग्रामीण इसे लेकर रेबीज का इंजेक्शन लगवाने की तैयारी में जुटे हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच नारायण प्रसाद और उपसरपंच कृष्णा सिंह ने गांव के ही नान्हू रजवाड़े नामक ग्रामीण से यह बकरा खरीदा था. आरोप है कि बकरे की स्थिति की जानकारी होने के बावजूद इसे बलि के लिए उपयोग किया गया.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मनरेगा कर्मियों के प्रतिनिधियों से बात की. उन्होंने देश भर के करीब 45000 स्थानों से 2 लाख से ज्यादा मनरेगा कर्मियों से वीबी-जी राम जी अधिनियम पर खास चर्चा की. शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि इस अधिनियम के लागू होने से वर्तमान में कार्यरत किसी भी कर्मी की सेवा पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इस वार्ता का मकसद वर्तमान में मनरेगा में कार्यरत कर्मियों को यह भरोसा दिलाना था कि नए अधिनियम से उनकी सेवा में कोई बाधा नहीं आएगी और वह पहले की तरह ही अपनी सेवा में निरंतर बनें रहेंगे ऐसा राज्य सरकार के माध्यम से सुनिश्चित करने का प्रयस किया जाएगा.
छत्तीसगढ़ में पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (PDS) के तहत अभी 82.18 लाख राशन कार्ड चल रहे हैं, जिनमें 2.73 करोड़ रजिस्टर्ड बेनिफिशियरी शामिल हैं. एक सरकारी अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि राज्य सरकार लगातार e-KYC प्रोसेस करती है ताकि असली बेनिफिशियरी तक फायदा पहुंचे. अधिकारी ने बताया कि अब तक, 2.3 करोड़ मेंबर्स के लिए e-KYC प्रोसेस पूरा हो चुका है -- जो कुल का लगभग 85 प्रतिशत है. करीब 30.32 लाख मेंबर्स को अभी यह प्रोसेस पूरा करना है. खाद्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि राज्य भर में सभी सरकारी फ़ेयर प्राइस शॉप्स पर e-POS मशीनों पर e-KYC की सुविधा उपलब्ध है. इसके अलावा, बेनिफिशियरी भारत सरकार द्वारा लॉन्च किए गए 'मेरा e-KYC' ऐप का इस्तेमाल करके भी e-KYC पूरा कर सकते हैं. ऐप पर, बेनिफिशियरी अपना आधार नंबर डाल सकते हैं और घर बैठे OTP वेरिफिकेशन के जरिए फेस-बेस्ड e-KYC पूरा कर सकते हैं. अधिकारियों ने बताया कि राज्य में अभी कुल 14,040 सरकारी फेयर प्राइस शॉप चल रही हैं, जहां रजिस्टर्ड राशन कार्ड होल्डर अपनी पसंद का अनाज ले सकते हैं.