मॉनसून की विदाई के साथ ही अब उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम शुरू होने को है. लेकिन उससे पहले उमस और गर्मी लोगों को परेशान कर रही है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और कुछ और राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस बार भीषण सर्दी को लेकर अलर्ट किया है. मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि मॉनसून के बाद अब देश के उत्तरी राज्य इस साल पड़ने वाली भीषण सर्दी के लिए खुद को तैयार कर लें. मौसम अपडेट्स के साथ-साथ आप यहां किसानों के लिए सरकारी योजनाओं के फायदे और कृषि से जुड़ी अहम खबरें भी पढ़ सकते हैं.
नई दिल्ली: हाजिर बाजार में मजबूती के रुख के बीच सटोरियों द्वारा अपने सौदों के आकार को बढ़ाने से शुक्रवार को वायदा कारोबार में ग्वारसीड की कीमत 22 रुपये बढ़कर 4,974 रुपये प्रति क्विंटल हो गई. नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज में, नवंबर डिलीवरी वाले ग्वारसीड अनुबंध की कीमत 22 रुपये या 0.44 प्रतिशत की तेजी के साथ 4,974 रुपये प्रति क्विंटल हो गई, जिसमें 49,125 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार सूत्रों के अनुसार, सटोरियों द्वारा अपने सौदे बढ़ाने, हाजिर बाजार में मजबूती के रुख और उत्पादक क्षेत्रों से कम आपूर्ति के कारण मुख्य रूप से ग्वारसीड की कीमतों में तेजी आई. (पीटीआई)
हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश): यहां के सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों के एक समूह ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) आधारित एक उपकरण विकसित किया है जो हिमाचल प्रदेश में किसानों को जंगली जानवरों और पक्षियों से अपनी फसलों की सुरक्षा करने में मदद कर सकता है. सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के छात्रों ने विभागाध्यक्ष पंकज ठाकुर और अन्य संकाय सदस्यों के मार्गदर्शन में "मास सर्विलांस क्रॉप सिस्टम" विकसित किया है. ठाकुर ने शुक्रवार को बताया कि यह उपकरण एक सेंसर की तरह काम करता है जो किसी जानवर या पक्षी के खेत के पास आने पर गोली चलने जैसी आवाज निकालता है और उन्हें डराकर भगा देता है. (पीटीआई)
मुंबई: विपक्षी कांग्रेस और राकांपा (एसपी) ने शुक्रवार को दावा किया कि महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ से फसल नुकसान के कारण संकट का सामना कर रहे किसानों के लिए यह 'काली' दिवाली होगी. उन्होंने 'भ्रष्ट' महायुति सरकार पर उसकी 'मामूली' मदद और झूठे वादों के लिए निशाना साधा. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने झूठे आश्वासन देकर किसानों की उम्मीदों और आकांक्षाओं को 'जला' दिया है और बाढ़ व बारिश से प्रभावित लोगों को इस साल 'काली' दिवाली मनाने पर मजबूर कर दिया है. (पीटीआई)
विजयनगर (कर्नाटक): केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को एमपीलैड योजना के तहत एक किसान प्रशिक्षण एवं सामान्य सुविधा केंद्र का उद्घाटन किया. कासपुरा गांव में स्थित इस केंद्र का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के माध्यम से किसानों को उनकी कृषि उपज का मूल्यवर्धन करने के लिए प्रशिक्षित करना है, अधिकारियों ने बताया. उन्होंने बताया कि यह सुविधा राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सहयोग से स्थापित की गई है. (पीटीआई)
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा में सड़कों की खराब स्थिति और शहर में फैली गंदगी को लेकर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में हो रही देरी और लापरवाही बेहद शर्मनाक है क्योंकि इससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे विदिशा के सौंदर्यीकरण, सड़क सुधार, साफ-सफाई और बेहतर व्यवस्थाओं के लिए एक ठोस रोडमैप तैयार करें. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि सड़कों की क्वालिटी पर किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. शिवराज सिंह चौहान ने यह भी स्पष्ट किया कि भले ही नगर पालिका का काम उनका नहीं है लेकिन कलेक्टर और प्रशासन को इन कार्यों को पूरी गंभीरता से लेना चाहिए. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि साफ-सफाई की व्यवस्था तुरंत नहीं की गई तो वे खुद झाड़ू उठाकर सफाई करने निकलेंगे. चौहान ने कहा कि विदिशा एक प्राचीन और ऐतिहासिक शहर है, जिसकी छवि को और बेहतर बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है.
भारत और ब्राजील ने आज नई दिल्ली के कृषि भवन में एग्रीकल्चर सेक्टर में सहयोग को मज़बूत करने पर फोकस करते हुए एक अच्छी बाइलेटरल मीटिंग की. बातचीत के दौरान, दोनों पक्षों ने मार्केट एक्सेस को तेज करने, ट्रेड से जुड़ी चुनौतियों को दूर करने और बाइलेटरल एग्रीकल्चरल ट्रेड को बढ़ावा देने के तरीकों का रिव्यू किया. मीटिंग में एग्रीकल्चर में सस्टेनेबल ग्रोथ को बढ़ावा देने, सहयोग बढ़ाने और स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप को गहरा करने के लिए भारत और ब्राज़ील के आपसी कमिटमेंट पर जोर दिया गया.
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की गई स्नातकोत्तर व पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. कृषि महाविद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो बी.आर. काम्बोज बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे. मुख्य अतिथि प्रो. काम्बोज ने अपने सम्बोधन में कहा कि मेहनत, अनुशासन और समर्पण के बल पर विद्यार्थी किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं. विश्वविद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र विशेष पहचान है. हमारे विद्यार्थी निरंतर प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी प्रतिभा का श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने विद्यार्थियों से अपनी शिक्षा और ज्ञान का उपयोग समाज और राष्ट्र हित के लिए करने की अपील की. गांव-गांव तक वैज्ञानिक दृष्टिकोण पहुंचना, कृषि को आत्मनिर्भर और टिकाऊ बनाना यही आपका असली योगदान रहेगा. कुलपति ने कहा कि मैं विश्वविद्यालय प्रशासन, अध्यापकों और अभिभावकों को बधाई देता हूं जिन्होंने इन विद्यार्थियों को सफलता के इस मुकाम तक पहुंचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपने संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत रायसेन जिले की स्थानीय कलेक्ट्रेट कार्यालय में उच्चस्तरीय बैठक लेकर जनहित के विभिन्न मामलों में विस्तार से समीक्षा कर निर्देश दिए. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक में रायसेन जिले में खाद की उपलब्धता की समीक्षा की और जिले के जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में जिलाधिकारियों से पूरी जानकारी ली. शिवराज सिंह ने कहा कि किसानों को कहीं भी कोई दिक्कत नहीं होना चाहिए, इसके लिए समुचित व्यवस्थाओं के निर्देश देते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि किसानों को लाइन में नहीं लगना पड़े, ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए. बैठक में केंद्रीय उर्वरक मंत्रालय, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और मध्य प्रदेश के वरीय अधिकारी भी जुड़े रहे, जिन्हें शिवराज सिंह ने स्पष्ट तौर पर कहा कि रबी की फसल के लिए किसानों को खाद को लेकर कोई कमी नहीं होनी चाहिए. हम प्राण-प्रण से प्रयास करें, जिससे कि किसानों को खाद की कमी न हो. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि जितना DAP की आवयश्कता है, वो बता दें मैं दिल्ली में भी बात करूंगा और खाद वितरण की अभी क्या व्यवस्था है, इसे भी सुदृढ़ करें और सुनिश्चित करें कि कालाबाजारी न हों, डायवर्ट न हो, जहां के लिए खाद आई है, वहीं बिके.
महाराष्ट्र के जालना जिले में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां के दहिफल शिवार इलाके में एक किसान ने अपनी 700 मौसमी के पेड़ों पर जेसीबी चला दी. वजह, बढ़ती लागत और घटते दामों के कारण खेती अब घाटे का सौदा बन चुकी थी. किसान सुरेश चव्हाण ने करीब 6 साल पहले 5 एकड़ जमीन में 700 मौसमी के पेड़ लगाए थे. खेती के शुरुआती सालों में उन्हें अच्छी उम्मीदें थीं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से मौसमी की बाजार में कीमतें लगातार गिरती जा रही थीं. किसान का कहना है कि मौसमी की फसल तैयार करने के लिए हर साल लगभग 50 से 60 हजार रुपये का खर्च आता है, जिसमें खेत, उर्वरक, सिंचाई और मजदूरी का समावेश है. लेकिन इन दिनों मौसमी के दाम इतने नीचे चले गए हैं कि उत्पादन खर्च तक निकलना मुश्किल हो गया है. आर्थिक तनाव और लगातार हो रहे नुकसान से परेशान चव्हाण ने आखिरकार जेसीबी बुलवाकर अपनी पूरी 700 मौसमी के पेड़ों के बाग को उखाड़ दिया. उनका कहना है कि अगर यही स्थिति रही, तो आने वाले दिनों में कई और बागायती किसान भी ऐसे ही कदम उठाने को मजबूर हो सकते हैं. कृषि विभाग के अधिकारी भी मान रहे हैं कि मौसमी और अन्य फलों के किसानों को बाजार में उचित भाव नहीं मिल पा रहा. वहीं किसान संगठन सरकार से मांग कर रहे हैं कि फल उत्पादों पर भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागू किया जाए, ताकि किसानों को ऐसे कठोर कदम उठाने की नौबत न आए.
NCP (SP) चीफ शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि मराठवाड़ा में हाल ही में हुई भारी बारिश से प्रभावित किसानों के लिए महाराष्ट्र सरकार की तरफ से घोषित वित्तीय मदद काफी नहीं है. इससे उन्हें अपने नुकसान की भरपाई करने में मदद नहीं मिलेगी. वह बारामती में रिपोर्टर्स से बात कर रहे थे. पवार ने कहा, 'आपदाएं आती हैं, लेकिन प्रभावित किसानों की मदद करना सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी है. हाल ही में, राज्य सरकार ने थोड़ी मदद की घोषणा की थी. बारिश से हुए नुकसान की गंभीरता को देखते हुए किसानों को लगता है कि यह उनके लिए फिर से अपने पैरों पर खड़े होने के लिए काफी नहीं होगा. नतीजतन, वे सरकार से नाखुश हैं.' NCP (SP) लीडर ने कहा कि वह इस मुद्दे पर पॉलिटिकल नहीं करना चाहते, लेकिन सच में उन्हें लगता है कि सभी को प्रभावित किसानों की मदद करने की कोशिश करनी चाहिए. उन्होंने ‘वसुबारस’ का जिक्र करते हुए कहा, 'लेकिन सरकार पूरी मदद नहीं कर रही है, यही वजह है कि हमारे संगठन ने आज का दिन नहीं मनाने का फैसला किया है.' यह ‘वसुबारस’ दिवाली के त्योहार की शुरुआत का प्रतीक है. इस दिन लोग गाय और बछड़ों की पूजा करते हैं.सितंबर में भारी बारिश और बाढ़ ने मध्य महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और आस-पास के इलाकों को बुरी तरह प्रभावित किया.
कर्नाटक के केलाडी शिवप्पा नायक यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल एंड हॉर्टिकल्चरल साइंसेज के इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च-कृषि विज्ञान केंद्र (ICAR-KVK) ने ‘कृषि याना’ नाम की एक नई एक्टिविटी शुरू की है. इसका मकसद लोगों, खासकर आज की पीढ़ी के स्टूडेंट्स को खेती की दुनिया से परिचित कराना है. यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर आर.सी. जगदीश ने गुरुवार को इस पहल का उद्घाटन किया. शिवमोग्गा के पास नविले गांव में अपने कैंपस में ICAR-KVK ने आठ एकड़ के प्लॉट को एक मॉडल एग्रीकल्चरल-हॉर्टिकल्चरल जगह में बदल दिया है, जहाँ आने वाले लोग जानकारी ले सकते हैं, प्रकृति के बीच समय बिता सकते हैं, और खेत में खेलकर अपना समय एन्जॉय कर सकते हैं.
आगर मालवा में जैविक खाद के नाम पर नकली खाद बेचने का मामला सामने आया है. किसानों की शिकायत पर कृषि विभाग ने गुप्ता ट्रेडर्स नामक दुकान पर छापा मारकर कार्रवाई की और दुकान को सील कर दिया. कार्रवाई के बाद किसानों ने दुकान संचालक के खिलाफ जमकर विरोध किया.साथ ही एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर विजय स्तंभ चौराहे व बड़ौद रोड चौराहे पर चक्काजाम का प्रयास किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति संभाली और दुकान संचालक को हिरासत में लेकर सुरक्षित कोतवाली थाने पहुंचाया.
असम के विश्वनाथ जिले में गैंडे के शिकार की एक कोशिश नाकाम कर दी गई और तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान विश्वनाथ के गोहपुर निवासी मुहीकांत पेगु, माजुली जिले के गरमुर निवासी मनुज पठारी और किरण पेगु के रूप में हुई है. उन्होंने कहा, 'विश्वनाथ, माजुली और लखीमपुर की पुलिस टीमों द्वारा गुरुवार को चलाए गए एक संयुक्त अभियान में शिकार की कोशिश नाकाम कर दी गई और इस सिलसिले में तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया.' उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोगों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर, पुलिस ने विश्वनाथ जिले के गोहपुर में देबजीत पेगु नामक एक व्यक्ति के घर से एक राइफल और नौ कारतूस बरामद किए, जो फिलहाल फरार है.अधिकारी ने बताया कि इस सिलसिले में मामला दर्ज कर लिया गया है.
बीते दिन पंजाब में पराली जलाने के 11 नये मामले सामने आए.
पंजाब में इस सीजन में अब तक पराली जलाने के मामले 176 हो चुके हैं.
गुरुवार को पंजाब के 4 शहरों का AQI येलो जोन में दर्ज किया गया.
लुधियाना का AQI 105, पटियाला का 105, खन्ना का 193 और जालंधर का 124 दर्ज किया गया.
पंजाब पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के द्वारा पराली जलाने वालों के खिलाफ लगातार कार्यवाही भी की जा रही है.
इस सीजन में अब तक कुल मामलों में से 89 मामलों में 4.40 लाख रुपए का जुर्माना किया गया है.
106 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है और 55 मामलों में किसानों की जमीन के रिकॉर्ड में रेड एंट्री की गई है.
पराली जलाने के मामलों में अमृतसर जिला टॉप पर है जहां तक 73 मामले सामने आ चुके हैं.
गोवा के मुख्यमंत्री और BJP नेता प्रमोद सावंत नेआने वाले बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले NDA की जीत पर भरोसा जताया. उन्होंने कहा, 'यहां जिस तरह से विकास हो रहा है, वह सिर्फ NDA ने किया है. इसलिए, एक बार फिर यहां NDA की सरकार बनेगी.' RJD द्वारा रघुनाथपुर विधानसभा में पूर्व MP शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को मैदान में उतारने पर उन्होंने कहा, 'NDA पार्टी कार्यकर्ताओं, युवाओं और आम लोगों को टिकट देता है. लेकिन, महागठबंधन में सिर्फ उनके ठेकेदारों को ही टिकट मिलेगा.' उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के स्टार कैंपेनर, योगी आदित्यनाथ गुरुवार को बिहार के चुनावी मैदान में उतरे. उन्होंने BJP के रामकृपाल यादव (दानापुर) और NDA के श्याम रजक (फुलवारी शरीफ) के सपोर्ट में रैलियां कीं. मुख्यमंत्री ने भीड़ को 1990 से 2005 के बीच बिहार के बुरे दिनों की याद दिलाते हुए कहा कि RJD-कांग्रेस के राज में, 'ज्ञान की धरती क्राइम और वंशवाद की पॉलिटिक्स का अड्डा बन गई थी.' उन्होंने उन पर माफियाओं को पनाह देने और बिहारियों को रोजी-रोटी की तलाश में पलायन करने पर मजबूर करने का आरोप लगाया. NDA के रिकॉर्ड पर रोशनी डालते हुए, योगी ने कहा, ^उत्तर प्रदेश में, माफिया नरक की ओर जा रहे हैं -- उनकी प्रॉपर्टी जब्त की जा रही हैं और उनका इस्तेमाल गरीबों के लिए घर बनाने में किया जा रहा है.' उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, NDA ने सबको साथ लेकर चलने वाला विकास पक्का किया है, जबकि "कांग्रेस-RJD का एजेंडा हमेशा परिवार की भलाई के लिए रहा है, जनता की भलाई के लिए नहीं.'
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शुक्रवार सुबह भी देश की राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 'बहुत खराब' कैटेगरी में रहा. CPCB के अनुसार, सुबह 8 बजे AQI 367 मापा गया सबसे ज़्यादा AQI आनंद विहार (370) में दर्ज किया गया, इसके बाद वजीरपुर (328), जहांगीरपुरी (324), और अक्षरधाम (369) का नंबर आता है. इस बीच, दिल्ली के कई इलाकों में AQI 200 से ज़्यादा दर्ज किया गया, जिसका मतलब है कि इन इलाकों में एयर क्वालिटी 'खराब' हो गई है. आनंद विहार, बवाना और चांदनी चौक में AQI क्रम से 276, 367, 310 और 212 दर्ज किया गया। द्वारका सेक्टर 8 में AQI 305, नेहरू नगर में 269, IGI एयरपोर्ट (T3) में 221, रोहिणी में 245, पूसा में 224 और इंडिया गेट में 200 रिकॉर्ड किया गया. AQI रीडिंग को अच्छा (0-50), संतोषजनक (51-100), मध्यम प्रदूषित (101-200), खराब (201-300), बहुत खराब (301-400), और गंभीर (401-500) कैटेगरी में बांटा गया है। इसलिए, AQI रीडिंग जितनी ज़्यादा होगी, सांस लेना उतना ही खराब होगा.
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को पश्चिमी दिल्ली के रघुबीर नगर इलाके में छापेमारी कर 2,000 से 2,500 किलोग्राम तक मिलावटी दूध से बनीं मिठाइयां जब्त कीं. एक अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मिलावटी खाद्य पदार्थों के उत्पादन की सूचना मिलने के बाद की गई. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, 'भारी मात्रा में मिलावटी दूध से बनी मिठाइयों के डिब्बे बरामद किए गए. जब्त किए गए उत्पाद की आपूर्ति त्योहारों से पहले शहर की विभिन्न मिठाई की दुकानों में की जानी थी.' अधिकारी ने बताया कि जब्त की गई मिठाइयों के नमूने प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए हैं ताकि मिलावट की प्रकृति और सीमा का पता लगाया जा सके. उन्होंने कहा कि जिस परिसर में मिठाइयां बनाई जा रही थीं उसे सील कर दिया गया है और जिम्मेदार लोगों की तलाश जारी है.
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में राज्य के ज्यादातर हिस्सों में शाम को अचानक बारिश हुई. कहीं हल्की हवा चली, कहीं बादल छाए रहे, तो कहीं गरज और बिजली कड़कने के साथ बारिश हुई. अगले 24 घंटों में भी ऐसा ही मौसम रहेगा और राज्य में मुख्य रूप से मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और मराठवाड़ा में बारिश का अनुमान है.
मैसूर जिले के सरागुर तालुक के बादगलापुर गांव में बाघ के हमले से दहशत का माहौल है. इस हमले का जो वीडियो सामने आया है उसमें नजर आ रहा है कि ग्रामीण डर के मारे पेड़ों पर चढ़ गए, जबकि बाघ उनके खेत में हमला कर रहा था. घटना गुरुवार सुबह हुई और इसमें 34 वर्षीय किसान महादेव गंभीर रूप से घायल हो गए. हालांकि उनकी मौत की खबरें भी आ रही हैं लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है. बाघ पास की झाड़ियों से बाहर आता है और खेत में काम कर रहे लोगों की ओर छलांग लगाता है. अधिकांश लोग पेड़ों पर चढ़कर बच गए लेकिन महादेव बाघ के पंजों से बच नहीं पाए और घायल हो गए. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाघ ने महादेव को जमीन पर खींचा और उनके सिर और चेहरे पर काटने के निशान लगाए, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं. ग्रामीणों ने कहा कि इलाके में लगातार बाघ दिखने की घटनाओं के कारण वो पिछले कई हफ्तों से डर के साए में रह रहे हैं. वन विभाग की तरफ से जानवर को पकड़ने के लिए चलाए गए अभियान की शुरुआत ही हुई थी और यह हमला हो गया. हमले के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि अगर पहले ही सही समय पर कार्रवाई की जाती तो इस घटना को रोका जा सकता था.
महाराष्ट्र सरकार ने ज़्यादा बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए 1,356.30 करोड़ रुपये की फ़ाइनेंशियल मदद को मंजूरी दी है. राज्य के राहत और पुनर्वास मंत्री मकरंद जाधव पाटिल ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस मदद से 15,16,681 हेक्टेयर खराब खेती की ज़मीन के 21,66,198 प्रभावित किसानों को सीधा फायदा होगा. मंत्री ने कहा, 'राज्य ने राहत के लिए 1,356.30 करोड़ रुपये मंजूर करके एक अहम कदम उठाया है जिससे परेशान किसानों को समय पर मदद मिले. जिला-लेवल के अधिकारियों को इस आपदा में जान गंवाने वालों के परिजनों के साथ-साथ उन किसानों को भी मदद देने का अधिकार दिया गया है जिनके जानवरों या घरों को नुकसान हुआ है.' उन्होंने कहा, 'जिला एडमिनिस्ट्रेशन को पावर देकर, हमने देरी खत्म कर दी है. बीड को 577.78 करोड़ रुपये, धाराशिव को 292.49 करोड़ रुपये, लातूर को 202.38 करोड़ रुपये, परभणी को 245.64 करोड़ रुपये, नांदेड़ को 28.52 करोड़ रुपये, सतारा को 6.29 करोड़ रुपये और कोल्हापुर को 3.18 करोड़ रुपये मिलेंगे.' पाटिल ने कहा कि हर ज़िले को नुकसान के आकलन के आधार पर फंड दिया गया है, और बांटना शुरू हो चुका है.
गुरुवार को देश की राजधानी में सबसे कम टेम्परेचर 18.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो एयर क्वालिटी में गिरावट के साथ हुआ. शहर के छह मॉनिटरिंग स्टेशनों ने बताया कि जैसे-जैसे सर्दी का मौसम शुरू हो रहा है, एयर क्वालिटी लेवल 'बहुत खराब' कैटेगरी में है. इस हफ्ते की शुरुआत में, शुक्रवार को, शहर में 2025-26 के सर्दियों के मौसम में पहली बार टेम्परेचर 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे गया. इसकी तुलना में, 2024 में, 12 अक्टूबर को पारा 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया था, और 18.6 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था, जबकि 2023 में, दिल्ली में 3 अक्टूबर को ही 18.3 डिग्री सेल्सियस का मिनिमम टेम्परेचर रिकॉर्ड किया गया था, ऐसा मौसम के आंकड़ों के अनुसार है.भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि गुरुवार को मैक्सिमम टेम्परेचर 32.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो मौसम के औसत से 0.3 डिग्री कम है. IMD ने शुक्रवार को आसमान ज़्यादातर साफ़ रहने का अनुमान लगाया है, और कम से कम और ज़्यादा से ज़्यादा तापमान एक के बाद एक 19 और 31 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है.