देश में इस साल पिछले वर्ष के मुकाबले काफी तेजी से गेहूं की सरकारी खरीदारी की जारी है. वहीं, मंडियों में गेहूं की आवक भी खूब हो रही है. दरअसल, नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, गेहूं की खरीद 28 अप्रैल तक 36.6 प्रतिशत बढ़कर 21.31 मिलियन टन हो गई है, जो एक साल पहले 15.6 मिलियन टन थी. पूरे सीजन के लिए खरीद का लक्ष्य 34.15 मिलियन टन निर्धारित किया गया है, जो 30 जून को समाप्त हो रहा है.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 1 अप्रैल से शुरू हुए खरीद सीजन के दौरान मध्य प्रदेश में मंडी की कीमतें घटकर 1,780 रुपये प्रति क्विंटल और राजस्थान में 1,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गई हैं. उत्तर प्रदेश में एमएसपी 2,125 रुपये प्रति क्विंटल है. दूसरी ओर, 26 अप्रैल को मप्र में अधिकतम मंडी दर कथित तौर पर ₹2,698/क्विंटल, राजस्थान में ₹2,580/क्विंटल और यूपी में ₹2,250/क्विंटल थी.
बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब ने 28 अप्रैल तक खरीद में 16.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 9.99 मिलियन टन की वृद्धि दर्ज की है, जो कि एक साल पहले के स्तर 8.57 मिलियन टन थी. इस वर्ष के लिए लक्ष्य 13.2 मिलियन टन है. पिछले साल राज्य ने अधिकतम गेहूं का योगदान दिया था, जो पिछले साल केंद्रीय पूल में की गई कुल खरीद का आधे से अधिक था. पंजाब के गेहूं ने केंद्र को तब बचाया जब निर्यातकों और व्यापारियों ने अन्य राज्यों में गेहूं के एमएसपी से अधिक भुगतान किया.
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मध्य प्रदेश में खरीद 33 लाख टन से 65.2 प्रतिशत बढ़कर 54.5 लाख टन हो गई है, जबकि लक्ष्य 15 जून तक 8 लाख टन खरीदने का है. पिछले साल, मध्य प्रदेश से 12.9 लाख टन के लक्ष्य के मुकाबले केंद्र केवल 46 लाख टन ही खरीद सका.
आधिकारिक डेटा के अनुसार, हरियाणा ने एक साल पहले के 3.7 मिलियन टन से 5.67 मिलियन टन की वृद्धि दर्ज की है, और सबसे बड़े गेहूं उत्पादक, उत्तर प्रदेश ने एक साल पहले 28 अप्रैल को 122,805 टन से 119,378 टन की खरीद में 2.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है.
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अन्य राज्यों में, सरकार ने राजस्थान में 82,770 टन (साल भर पहले 749 टन के मुकाबले) खरीदा है. गुजरात ने अभी तक कोई मात्रा नहीं खरीदी है, जबकि बिहार ने 255 टन की खरीद की सूचना दी है. सरकार का लक्ष्य बिहार से 1 मिलियन टन, राजस्थान से 0.5 मिलियन टन और गुजरात से 0.2 मिलियन टन खरीदना है. 2022-23 सीजन (अप्रैल-मार्च) में देश में गेहूं की खरीद 15 साल के निचले स्तर 18.79 मिलियन टन पर आ गई.