इस सीजन बिहार के मुजफ्फरपुर की शाही लीची का स्वाद देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री चखेंगे. दरअसल, बिहार से शाही लीची दिल्ली के बिहार भवन भेजी जाएगी और वहां से ये लीची PMO और राष्ट्रपति भवन भेजी जाएगी. इसके साथ ही लीची लोडिंग करने वाले वाहनों को नो एंट्री में कोई समस्या नहीं होगी. वहीं लीची भेजने की कवायद में उद्यान विभाग तेजी से जुट गया है. दरअसल, इसके लिए उधान विभाग के पदाधिकारी के साथ प्रभारी जिला पदाधिकारी सह डीडीसी आशुतोष द्विवेदी ने बैठक कर बेहतरीन क्वालिटी के लीची के बाग का चयन कर लीची भेजने का निर्देश दिया है. इस शाही लीची को उपहार स्वरूप दिल्ली स्थित बिहार भवन भेजा जाएगा.
पदाधिकारी सह डीडीसी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि एक हजार बॉक्स भेजने की योजना बनाई जा रही है. इसके लिए मुसहरी, बोचहां, कांटी और मीनापुर में बागों का चयन किया जा रहा है. जिन बागों में अच्छी क्वालिटी के फल होंगे वहां की लीची भेजी जाएगी. चयन टीम में जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत सिंह, आत्मा के सहायक परियोजना निदेशक और राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र के निदेशक शामिल हैं.
लीची किसानों को किसी तरह की लीची एक्सपोर्ट में समस्या नहीं आए, इसलिए लीची लोडिंग वाली गाड़ियों को नो एंट्री की समस्या नहीं रहेगी. लीची लोड गाड़ी सीधे रेलवे स्टेशन तक जाएगी, उनके गाड़ी का कोई रोक-टोक नहीं होगा. उनको अपनी गाड़ी पर सिर्फ लीची लोडिंग लिख कर चिपका देना होगा. जिससे उनकी गाड़ियों को रोका नहीं जाएगा.
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आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि मुजफ्फरपुर की प्रसिद्ध शाही लीची जो देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ-साथ अन्य गणमान्य लोगों को भेजा जाएगा. उसके लिए एक समिति गठित की गई है. उस समिति की आज बैठक की गई है. हमलोग सारी तैयारियां सुनिश्चित कर रहे हैं. जिससे सारे गणमान्य व्यक्ति समय पर मुजफ्फरपुर की शाही लीची का स्वाद ले सकें.
उन्होंने कहा कि इस बार लीची का उत्पादन अच्छा होने की उम्मीद है. लीची टास्क फोर्स की बैठक की गई है. जिसमें लीची उत्पादकों के विचारों और समस्याओं को सुना गया है. लीची उत्पादकों को नो एंट्री में लीची वाहन लाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसलिए हमलोगों ने एसएसपी से बात करके ये नियम बनाया है कि रेलवे स्टेशन जाने के लिए जो पिक अप वाहन लीची लेकर आ रही है उनको नो एंट्री में जाने की छूट रहेगी. साथ ही हम लोग लीची किसानों से लगातार बात कर रहे हैं. जिससे पूरे लीची सीजन में उन्हें बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके.