यूपी के बहराइच में भेड़ियों के आतंक के बीच अब तेंदुए भी लोगों पर हमला कर रहे हैं. बीते दिन एक तेंदुए ने खेत में काम कर रहे किसान की जान ले ली. हालांकि, इस घटना के बाद एक्टिव हुए वन विभाग ने पिंजड़ा लगाकर तेंदुए को पकड़ लिया. इसके लिए पिंजड़े में बकरी को बांधा गया था. बकरी खाने के चक्कर में तेंदुआ पिंजड़े में तो घुस गया, लेकिन बाहर नहीं निकल सका. आपको बता दें कि बहराइच में किसान की जान लेने वाला आदमखोर तेंदुआ वन विभाग के लगाए गए पिंजड़े में कैद हो गया है.
किसान की मौत के बाद देर शाम कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ के डीएफओ बी शिवशंकर ने ककरहा रेंज इलाके के नौबना जंगल के किनारे उसी धरमपुर बेझा गांव में पिंजड़ा लगवाया था, जहां कल दोपहर किसान तेंदुए का शिकार बना था. पिंजड़े में लगाई गई बकरी को उठाने के चक्कर में तेंदुआ पिंजड़े में कैद हो गया. तेंदुए के पिंजड़े में कैद होने से इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है.
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तेंदुए को पकड़ने के लिए कल से ही वन विभाग लगातार प्रयास कर रहा था. फिलहाल, वन विभाग की टीम तेंदुए को लेकर ककरहा रेंज कार्यालय चली गई है. कल हुई घटना के बाद वन विभाग ने अधिक सक्रियता दिखाते हुए रात करीब 9 बजे बकरी बांध कर पिंजड़ा लगवा दिया था. ककरहा रेंज अफसर डीपी कनोजिया की देखरेख में पिंजड़े की निगरानी की जा रही थी और आखिरकार रात करीब 3 बजे बकरी को उठाने के चक्कर में तेंदुआ इस पिंजड़े में कैद हो गया.
पकड़ा गया तेंदुआ कई दिनों से धरमपुर देखा गांव के लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ था. कल दोपहर अपने खेत में काम करने के दौरान इसने धरमपुर गांव निवासी 40 वर्षीय कंधई की जान ले ली थी. इसके अलावा तेंदुए ने रात में भी दो गायों पर हमला किया था. जिसके बाद इलाके के लोगों में वन विभाग की कार्यशैली को लेकर नाराजगी दिखाई पड़ी थी.
गौरतलब है कि बहराइच के मससी तहसील के दर्जनों गांवों में भेड़ियों का आतंक है. ये आदमखोर भेड़िये अबतक 9 लोगों की जान ले चुके हैं. हालांकि, 5 भेड़िये पकड़े जा चुके हैं. लेकिन छठा और आखिरी भेड़िया अभी भी पकड़ से दूर है. वो लगातार किसी न किसी पर हमला कर दे रहा है. उसकी तलाश में वन विभाग जुटा हुआ है.
राम बरन चौधरी की रिपोर्ट