चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय द्वारा एक माह के इंडक्शन ट्रेनिंग कोर्स का समापन समारोह 23 फरवरी को हिसार में आयोजित किया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ. जीत राम शर्मा मुख्य अतिथि थे. इस कोर्स में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय और महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल के हाल ही में नियुक्त हुए फैकल्टी मेम्बर ने भाग लिया. डॉ. शर्मा ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि सक्षम और अच्छा प्रदर्शन करने वाली फैकल्टी किसी भी शैक्षणिक संस्थान में सबसे महत्वपूर्ण संसाधनों में से एक है. आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता लेकिन इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी. सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता.
अगर आप अपनी लगन और ईमानदारी से चाहें तो कुछ भी हासिल कर सकते हैं. दुनिया तेज गति से बदल रही है. हम शिक्षा के क्षेत्र में नई प्रगति और नवाचारों से घिरे हैं. शिक्षा को सुखद, अनुभवात्मक और सहज अनुभव बनाने के लिए नई तकनीक को अपनाना और खुद को अपग्रेड करना समय की मांग है. उन्होंने कहा कि एक अच्छा अध्यापक वही है जो छात्रों के स्तर, उनकी योग्यता और क्षमता तथा विषय-वस्तु की प्रकृति को ध्यान में रखकर वस्तु को सरल और रोचक बनाने की दृष्टि से समुचित शिक्षण सहायक सामग्री का प्रयोग करें.
इन प्रतिभागियों को मिले प्रमाण-पत्र
मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक और गृह विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. मंजु महता ने बताया कि इंडक्शन ट्रेनिंग कोर्स में भाग लेने वाले डॉ. सुखम मदान, डॉ. कपिल, डॉ. आशीष, डॉ. आशमा खान, डॉ. अन्नू, डॉ. अराधना बाली, डॉ. मोहित सहल, डॉ. सुमित, डॉ. अजय, डॉ. अमित, डॉ. सतीश, डॉ. विकास, डॉ. विशाल गांधी, डॉ. रीतांबरा, डॉ. अंकुश, डॉ. गुरदीप सिंह, डॉ. एकता काम्बोज, डॉ. लव, डॉ. प्रिंस, डॉ. दीपिका, डॉ. रीना, डॉ. नवजोत सिंह, डॉ. अजय, डॉ. युवराज, डॉ. अजय, डॉ. राजकुमार, डॉ. पवन, डॉ. सतीश, डॉ. सविता रानी, डॉ. पारस, डॉ. रितुल सिहाग को प्रमाण-पत्र दिए गए. इसके अलावा बेस्ट रिफ्लेक्शन एंड चेयरपर्सन फॉर दी डे एक्टिविटी में बेस्ट एकता काम्बोज और पब्लिक स्पिकिंग एक्टिविटी में बेस्ट डॉ. अजय को चुना गया.
उपरोक्त निदेशालय में संयुक्त निदेशक औऱ पाठ्यक्रम निदेशिका डॉ. मंजु नागपाल महता ने इंडक्शन ट्रेनिंग कोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी. डॉ. जयंती टोकस और डॉ. जितेन्द्र भाटिया इस कोर्स के संयोजक रहे.
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