गुवाहाटी केंद्र से 2,807 करोड़ रुपये की असम चाय की हुई बिक्री, कम उत्‍पादन से बढ़ी कीमतें

गुवाहाटी केंद्र से 2,807 करोड़ रुपये की असम चाय की हुई बिक्री, कम उत्‍पादन से बढ़ी कीमतें

गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष के दौरान अक्टूबर माह तक नीलामी केंद्र पर लगभग 111.03 मिलियन किलोग्राम की बिक्री हुई है. यह चाय 252 रुपये प्रति किलोग्राम की औसत कीमत बेची गई जिससे, 2807 करोड़ रुपये की कमाई हुई.

चाय का बागान. (फाइल फोटो)चाय का बागान. (फाइल फोटो)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Nov 16, 2024,
  • Updated Nov 16, 2024, 11:05 PM IST

Assam Tea Sell: गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र (जीटीएसी) के अनुसार, असम चाय की बिक्री में उल्‍लेखनीय बढ़ोतरी देखने को मिली है. यहां वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान अक्टूबर तक 2,800 करोड़ रुपये से अधिक की चाय की बिक्री हुई है. पिछले वित्‍त वर्ष में इसी अवधि के दौरान 2,059 करोड़ रुपये की बिक्री हुई थी. इस प्रकार इस साल चाय की बिक्री में  700 करोड़ रुपये से अध‍िक का इजाफा हुआ है. हालांकि, इतना ज्‍यादा अंतर कीमतों के कारण भी है. 

गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष के दौरान अक्टूबर महीने तक नीलामी केंद्र पर लगभग 111.03 मिलियन किलोग्राम चाय 252 रुपये प्रति किलोग्राम की औसत कीमत पर बेची गई. वित्तीय वर्ष 2023-24 में अक्टूबर महीने तक गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र पर 200.08 रुपये की औसत कीमत पर 102.92 मिलियन किलोग्राम चाय बेची गई थी. 

ज्‍यादा कीमत पर बिकी चाय

गुवाहाटी चाय नीलामी क्रेता संघ (जीटीएबीए) के सचिव दिनेश बिहानी ने बताया कि पिछले साल के मुका‍बले इस साल उन्हें 52.75 रुपये प्रति किलोग्राम की अधिक कीमत मिली है. दिनेश बिहानी ने कहा, "पिछले साल हमने अप्रैल से अक्टूबर की अवधि के दौरान 2059 करोड़ रुपये की चाय बेची थी और इस साल इस अवधि के दौरान हमने 2807 करोड़ रुपये की चाय बेची है. पिछले साल हमने 102.92 मिलियन किलोग्राम चाय बेची थी और इस साल हमने 111.03 मिलियन किलोग्राम चाय बेची है."

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चाय का उत्‍पादन गिरने से बढ़े दाम

उन्होंने चाय की कीमतों में वृद्धि के लिए जलवायु परिवर्तन को जिम्‍मेदार ठहराया. उन्‍होंने कहा कि अप्रैल से सितंबर तक 63 मिलियन किलोग्राम उत्पादन कम हुआ, जिसके कारण कीमतों में वृद्धि हुई है. इसमें भी विशेष तौर पर गुणवत्ता वाली चाय की कीमतों में वृद्धि हुई है.

दिनेश बिहानी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस कमी की भरपाई चालू महीने में किसी तरह हो जाएगी. पिछले साल की तुलना में इस साल 31 मिलियन किलोग्राम चाय का निर्यात किया गया है. इस साल रूस, ईरान और अन्य यूरोपीय देशों में भारतीय चाय की मांग बढ़ी है.

मजदूरों को डिजिटल भुगतान

असम सरकार और केंद्र सरकार ने चाय बागान क्षेत्रों में विकास के लिए कई पहल की हैं. असम के ज्‍यादातर चाय बागानों ने मजदूरों को मजदूरी का डिजिटल भुगतान करना शुरू कर दिया है. गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र पहले ही डिजिटल हो चुका है और यहां सभी काम डिजिटल तरीके से किए जा रहे हैं. हाल ही में, गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र ने असम चाय के 200 साल पूरे होने का जश्न मनाया है. (एएनआई)

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