छठ महापर्व में प्रसाद बनाने से लेकर घाट तक प्रसाद ले जाने सहित अर्घ के लिए उपयोग होने वाला सभी समान किसी कंपनी में नहीं बनता है.बल्कि उसका निर्माण गांव में होता है.या गांव से जुड़े शहर में रहने वाले लोग करते है. इसी में मिट्टी का चूल्हा,बर्तन और बांस से बने शूप, ओडी सहित अन्य समान हाथ से बनाए जाते है. वहीं पटना की सड़कों पर मिट्टी के चूल्हे बेचे जा रहे है. जिससे बनाने वाले मुस्लिम परिवार है. लेकिन इससे लोगों को कोई लेना देना नहीं है. लोग छठ महापर्व से जुड़े प्रसाद बनाने के लिए इसकी ख़रीदारी कर रहे है.