बिहार (Bihar) के ग्रामीण क्षेत्रों में घर के दरवाजे या दिवाली (Diwali) पर सजावट के लिए बेकार पड़े अखबार और बीज और धागे से तोरण बनाया जाता है. इससे लोग अपने घर में सजावट के रूप में इस्तेमाल करते हैं. वहीं जब यह पुराना हो जाता है तो इसके सीड बॉल (seed balls) को लोग अपने खेत या खाली जगह पर फेंक देते हैं. और सीड बॉल के भीतर रखा बीज जम जाता है, क्योंकि कागज से तैयार सीड बॉल में कागज गल जाता है. सीड बॉल बनाने में कागज, बीज की जरूरत होती है. इसमें आप लंबे समय तक अपने बीज को सुरक्षित रख सकते है. सीड बॉल का आकार आप अपने अनुसार बड़ा या छोटा कर सकते हैं.