त्योहारों का सीजन चल रहा है. ऐसे में मुर्गी पालकों (Poultry Farmers) को इस वक्त घाटे का सामना करना पड़ रहा है. सावन से लेकर दिवाली के त्यौहार में लोग मुर्गी की खरीददारी कम करते हैं. वहीं किसान संजय सिंह पिछले 12 साल से मुर्गी के कारोबार से जुड़े हुए हैं.उनका कहना है कि सावन महीने से छठ पूजा तक कारोबार करीब 70 प्रतिशत तक कम हो जाता है. वहीं जहां त्योहार के सीजन में दो से ढाई सौ मुर्गी बिक जाती है. वहीं बिना त्यौहार पंद्रह सौ के आसपास मुर्गियों की बिक्री हो जाती है. वहीं छठ पूजा के बाद एकबार फिर मार्केट रफ़्तार पकेड़ेगा.