उत्तर भारत में सर्दियों की दस्तक के साथ मौसम पूरी तरह बदल चुका है और किसानों के लिए बुआई का व्यस्त सीजन शुरू हो गया है. पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बढ़ती शीतलहर के बीच रबी फसलों की बुवाई तेजी पकड़ रही है. वहीं दक्षिण भारत में लगातार बारिश का दौर जारी है. वहीं, सदन में शीतकालीन सत्र चल रहा है, जिसमें किसानों के कई मुद्दे पर बात हो रही है, इस लाइव और लगातार अपडेट होते सेक्शन में आपको खाद-बीज, खेती और गार्डनिंग के उपयोगी टिप्स, किसानों के लिए जरूरी सरकारी योजनाओं की जानकारी और कृषि जगत से जुड़े बड़े राष्ट्रीय घटनाक्रम एक ही जगह मिलते रहेंगे.
मौसम विभाग के अलर्ट के बावजूद हिमाचल के कुल्लू-मनाली में मौसम पूरी तरह साफ बना हुआ है. दिसंबर का समय चल रहा है, लेकिन पहाड़ अब तक बर्फ से नहीं ढके हैं. हल्के बादल जरूर छाए हुए हैं, पर बारिश या बर्फबारी की कोई संभावना नहीं जताई जा रही. 4, 5 और 6 दिसंबर को विभाग ने ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का पूर्वानुमान जारी किया था, लेकिन आज भी मौसम साफ है. इससे स्थानीय लोगों और सैलानियों में मायूसी है. बर्फबारी न होने से क्षेत्र में शुष्क ठंड तेजी से बढ़ी है. मनाली का तापमान रात के समय माइनस 2 डिग्री तक पहुंच रहा है, जबकि जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के कई इलाकों में पारा माइनस 15 डिग्री तक लुढ़क गया है. पानी के स्त्रोत जमने लगे हैं। लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है. हालांकि मौसम विभाग ने अब 7 दिसंबर को कुल्लू, सिरमौर और लाहौल-स्पीति के कुछ इलाकों में बर्फबारी का नया अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को शुष्क ठंड से राहत की उम्मीद बनी हुई है.
उत्तर प्रदेश सरकार एक नई पहल, 'एक ज़िला, एक खाना' पर काम कर रही है, जिसका मकसद हर ज़िले की पारंपरिक डिश को एक खास ब्रांड पहचान देना और पूरे राज्य में नए आर्थिक मौके बनाना है.
यह पहल ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर उत्तर प्रदेश की खान-पान की विरासत को बढ़ावा देने की एक बड़ी कोशिश है.
देश का नारा: जय जवान, जय किसान, जय संविधान होना चाहिए.
⁃ संविधान को लेकर कोई पक्ष-विपक्ष नहीं होना चाहिए। सब एक तरफ़, एक मत होने चाहिए.
⁃ संविधान सिर्फ़ किताब नहीं बुनियाद भी है.
⁃ एक लोकतंत्र के लिए सबसे दुखद बात ये है कि संसद में संविधान को बचाने पर बहस हो रही है, जबकि संविधान के हिसाब से देश को आगे बढ़ाने की चर्चा होनी चाहिए.
⁃ संविधान पर संकट का आना दरअसल लोकतंत्र पर संकट का छाना है.
⁃ जो संविधान को कमज़ोर करना चाहते हैं, वो लोकतंत्र को कमज़ोर करना चाहते हैं और लोकतंत्र के विरोधी वही होते हैं जो एकतंत्र लाना चाहते हैं.
⁃ संविधान हक़ देता है, और जो हक़ मारना चाहते हैं, वो संविधान को नकारने की कोशिश करते हैं.
मैंने कई बार कहा आज फिर कह रहा हूँ:
⁃ संविधान ही संजीवनी है। इसमें देश को अच्छा करने की, अच्छा रखने की शक्ति है.
⁃ संविधान लोकतंत्र का कर्म ग्रंथ होता है.
⁃ इसीलिए हमारे लिए संविधान कर्म ग्रंथ है.
⁃ देश संविधान से चलना चाहिए, ‘मन-विधान’ से नहीं.
⁃ संविधान ही PDA का प्रकाश स्तंभ है। क्योंकि संविधान ही व्यक्ति की गरिमा और प्रतिष्ठा को सुनिश्चित करता है. यह PDA समाज को शोषण, उत्पीड़न से बचाता है और शोषकों को यही सज़ा दिलवाता है. इसीलिए हम PDA वालों के लिए आख़िरी उम्मीद का नाम संविधान है.
⁃ संविधान ही हमारा रक्षा कवच है.
⁃ संविधान ही हमारी ढाल है.
⁃ संविधान है तो सुरक्षा है.
⁃ संविधान है तो शक्ति है.
⁃ संविधान ही देश की 90% शोषित, उपेक्षित, पीड़ित, वंचित जनता के अधिकारों का सच्चा संरक्षक है.
⁃ संविधान ही सबसे बड़ा मददगार है.
⁃ इसीलिए PDA के लिए संविधान की रक्षा जनम-मरण का विषय है.
⁃ जो संविधान नहीं मानते, उनके लिए यह कोरा पन्ना है.
⁃ संविधान ही लोकतंत्र की प्राणवायु है. (The constitution is the oxygen of democracy.)
⁃ संविधान को निष्क्रिय करना स्वतंत्रता को निष्क्रिय करना होता है.
⁃ संविधान को परतंत्र बनाकर जो लोग राज करना चाहते हैं, उनके लिए ‘आज़ादी का अमृतकाल’ भी सिर्फ़ एक जुमला है.
और अंत में मैं सिर्फ़ यह कहना चाहूंगा कि ‘संविधान बचेगा तो न्याय बचेगा!’ और न्याय बचेगा तभी सबको बराबर मान, सम्मान, सबको बराबर मौके मिलेंगे, भेदभाव भी मिटेगा और भेद का भाव भी. इसीलिए आज फिर से संविधान को बचाने के लिए एक और करो या मरो आंदोलन की ज़रूरत है.
‘सबको स्थान – सबको सम्मान’
चमोली पहाड़ों में इन दिनों जबरदस्त सर्दी का सितम देखने को मिल रहा है, बताते चले इस बार अक्टूबर और नवंबर में हुई बर्फबारी के बाद पहाड़ों में कड़ाके की हाड़ कंप कंपाने वाली सर्दी का सितम देखने को मिल रहा है. वहीं, अभी तक बद्रीनाथ धाम से ही पानी जमने की तस्वीर सामने आ रही थी. हालांकि, बद्रीनाथ धाम में दिन प्रतिदिन कपाट बंद होने के बाद भी यहां ठंड प्रचंड देखने को मिल रही है. यह इंद्र धारा झरना पूरी तरह से जम चुका है तो वही अब उत्तराखंड के मशहूर पर्यटन स्थल औली में भी पानी की बूंद-बूंद जमकर पाले में तब्दील हो गई है, जहां लगातार पारा माइनस में लुढ़क रहा है जिस कारण अब पानी की बूंद बूंद जमकर पाला बन रही है.
बागेश्वर जनपद में दिसंबर की शुरुआत के साथ ही जबरदस्त ठंड ने दबदबा जमा लिया है, जहां पिछले दो दिनों से धूप बादलों में आंख मिचोली कर रही और न्यूनतम तापमान 1°C से 8°C के बीच रहने लगा है..स्थानीय लोग और व्यापारी जगह-जगह अलाव जलाकर ठंड से बचाव कर रहे हैं, पारे में गिरावट से सुबह-शाम कड़ाके की ठंड पड़ रही है. पर्वतीय इलाकों में पाला और घाटियों में कोहरा आम हो गया है, खासकर कौसानी, शामा,कपकोट, भराड़ी जैसे क्षेत्रों में जहां कोहरा और बर्फीली हवाएं परेशान कर रही हैं.
शीतलहर से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट पर है, ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की चेतावनी भी जारी है. प्रशासन द्वारा चौक चौराहो पर अलाव की ब्यवस्था की गयी है जिससे राहगीर और स्थानीय लोग आग शेकते नजर आ रहे हैं.
नोएडा दलित प्रेरणा स्थल पर 06 दिसंबर यानी शनिवार को डॉ. भीमराव अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस मनाया जायेगा उसके साथ ही 'शौर्य दिवस/काला दिवस' के कार्यक्रमों की संवेदनशीलता के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को हाई अलर्ट पर रखा गया है. पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए, 06 दिसंबर 2025 तक पूरे कमिश्नरेट में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 (BNSS) की धारा 163 लागू कर दी गई है.
कानून व्यवस्था और सतर्कता ले लिए डीसीपी और एडीसीपी के देख रेख में पुलिस बल के साथ क्षेत्र में फुट पेट्रोलिंग कर सुरक्षा का जायजा लिया. सभी संबंधित पुलिसकर्मियों को संदिग्ध वाहनों को बैरिकेडिंग लगाकर चेक करने, यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. सभी पीसीआर और पीआरवी वाहनों को लगातार भ्रमणशील रहते हुए सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है.
गुवाहाटी(असम): गुवाहाटी शहर में घना कोहरा छाया हुआ है
आज सुबह गाज़ीपुर मंडी इलाके के आस-पास स्मॉग की एक परत छाई हुई है. CPCB के मुताबिक इलाके के आस-पास AQI 366 है, जिसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया है.
उत्तर प्रदेश में आठ तारीख से कड़ाके की सर्दी पड़ने की संभावना है. मौसम विभाग ने शीतलहर की चेतावनी जारी की है. कानपुर प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा, न्यूनतम तापमान सबसे कम दर्ज किया गया. लोगों को ठंड से बचने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी गई है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 6 और 7 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के अलावा दिल्ली, उत्तर-पश्चिम झारखंड और उत्तरी ओडिशा में शीतलहर जारी रह सकती है. 6 दिसंबर को उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भी ठंड बढ़ने और शीतलहर चलने की संभावना है. मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.