दशहरी, चौसा, तोता परी और लंगड़ा जैसे आम के बारे में तो सभी जानते हैं. लेकिन आज हम आपको बताएंगे उस आम की कहानी जिसके देश भर में सिर्फ 8 ही पेड़ बचे हैं. हम आम की जिस किस्म की बात कर रहे हैं उसका नाम है नूरजहां. जिसे अपने अनोखे स्वाद के कारण आमों की रानी भी कहा जाता है. इस आम का नाम मुगल रानी 'नूरजहां’ के नाम पर रखा गया था. नूरजहां आम का उत्पादन सबसे पहले अफगानिस्तान में हुआ था. भारत में आम की ये किस्म मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा में पाई जाती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि 1970 के दशक की शुरुआत में गुजरात की किसी जगह से नूरजहां आम का पौधा लाया गया था. दस साल बाद उसी पौधे से दूसरा पौधा तैयार हुआ था.