गेहूं और चावल की तरह भारत में आम की खेती का इतिहास बहुत पुराना है. आम की अलग-अलग किस्मों की यहां सदियों से खेती की जाती है. आम का स्वाद ऐसा होता है कि इसके बारे में सुनते ही सबके मुंह में पानी आने लगता है. किसी को आम खाना पसंद होता है तो किसी को मैंगो शेक पीना. यही वजह है कि आम की खपत बहुत अधिक है. इतना ही नहीं, अच्छे आम का इस्तेमाल आचार बनाने में भी किया जाता है. भारत में आम की लगभग 1,500 किस्में पाई जाती हैं, जिनमें 1,000 किस्में ऐसी हैं जिन्हें सिर्फ रोजगार के मकसद से उपजाया जाता है. भारत में पाए जाने वाले इन आमों की सबसे खास बात ये है कि इन सभी किस्मों के आमों का नाम और स्वाद अलग-अलग होता है. ऐसी ही कहानी है लंगड़ा आम की..अब बाजार में लंगड़ा आम आने लगे हैं, मगर क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर लंगड़ा आम को लंगड़ा क्यों कहते हैं जबकि आम तो लंगड़ा होता नहीं है...जानिए इस सवाल का जवाब